JD(U)
RJD
JSP
AIMIM
IND
Nota
NOTA
BLCP
IND
BSP
IND
IND
IND
INSAF
Nawada Chunav Results Live: नवादा निर्वाचन क्षेत्र का रिजल्ट घोषित, Vibha Devi ने 27594 वोटों के अंतर से दर्ज की जीत
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नवादा बिहार के दक्षिणी हिस्से में स्थित है. यह खुरी नदी के दोनों किनारों पर बसा हुआ है, जो झारखंड की सीमा से लगता है. इसका नाम फारसी शब्द 'नौ-आबाद' से आया है, जिसका अर्थ है नया नगर. एक उपयुक्त नाम, क्योंकि यह शहर हमेशा अपने अतीत से अछूता सा लगता है, मानो इतिहास ने कभी यहां ठहरने की कोशिश ही न की हो.
महान मगध साम्राज्य से इसके संबंध और नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों के पास स्थित होने के बावजूद, नवादा का अतीत धुंधला सा है. ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन से पहले, यह छोटे-छोटे राज्यों का एक ऐसा इलाका था जो हमेशा अस्थिरता में डूबा रहता था. 1857 में लूटपाट करने वाले गिरोहों ने इस कस्बे को तहस-नहस कर दिया, जिसके बाद यहां अराजकता का विद्रोह भड़क उठा. सरकारी दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया गया, लेकिन कुछ समझदार स्थानीय अधिकारियों ने सरकारी दस्तावेजों को एक पहाड़ी गुफा में छिपा दिया. ये वही दस्तावेज हैं जो 1857 से पहले के नवादा की आखिरी निशानी हैं, लेकिन इनमें भी इस बात का कोई उल्लेख नहीं है कि नवादा को नौ-आबाद बनने से पहले क्या कहा जाता था.
यहां कोई भव्य स्मारक नहीं हैं, कोई पुरानी महानता की कहानी भी नहीं. इसके बजाय, यह शहर भ्रष्टाचार, कानूनहीनता और कुख्यात अराजकता जैसी अव्यवस्था को गर्व की तरह धारण किए हुए है. इसी कारण, बिहार के अन्य हिस्सों में दिखने वाला विकास नवादा को छू तक नहीं पाया है. यह अब भी धूल से भरा एक पिछड़ा इलाका ही है.
1951 में स्थापित नवादा विधानसभा क्षेत्र अब तक 19 चुनाव देख चुका है, और हर बार अस्थिरता और अनिश्चितता कहानी दोहराई गई. मतदाता लगातार पार्टियों के बीच झूलते रहे हैं, कभी नकद लालच से, तो कभी अल्पकालिक निष्ठाओं से प्रभावित होकर. कांग्रेस ने छह बार जीत दर्ज की, लेकिन आखिरी बार 1985 में, जो अब बीते युग की बात लगती है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसकी पूर्ववर्ती जनसंघ ने तीन बार जीत दर्ज की. निर्दलीयों और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी तीन-तीन बार जीत हासिल की. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) और जनता दल (यूनाइटेड) JD(U) ने दो-दो बार जीत दर्ज की.
पिछले चार चुनावों में यह सीट एक राजनीतिक झूले में बदल गई- पहले JD(U), फिर RJD, फिर JD(U), और फिर RJD की जीत हुई. अगर यह पैटर्न जारी रहा, तो 2025 का चुनाव JD(U) के पक्ष में होना चाहिए.
लेकिन नवादा में पैटर्न से ज्यादा अराजकता का बोलबाला है. 2020 में, राजद की विभा देवी यादव ने 37,000 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की, जबकि JD(U) तीसरे स्थान पर खिसक गई, एक निर्दलीय उम्मीदवार से भी पीछे. यह गिरावट भाजपा को उकसा सकती है कि वह अपने सहयोगी JD(U) से यह सीट छीनने की कोशिश करे- खासकर तब, जब उसने 2024 के लोकसभा चुनाव में यहां शानदार जीत दर्ज की थी. भाजपा ने न केवल नवादा की संसदीय सीट जीती, बल्कि इसके अंतर्गत आने वाले सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में भी बढ़त बनाई.
नवादा में अनुसूचित जाति के मतदाता 21.38% हैं, जबकि मुस्लिम 14.8%. यहां ग्रामीण मतदाता हावी हैं, जो 73.38% हैं, जबकि शहरी मतदाता महज 26.62% हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में, नवादा के कुल 3,52,867 मतदाताओं में से केवल 51.25% ने मतदान किया. 2024 तक, मतदाताओं की संख्या बढ़कर 3,59,244 हो गई, लेकिन बड़ा सवाल यह है- क्या इस बार वे मतदान करेंगे, या फिर उदासीनता एक बार फिर अराजकता को बढ़ावा देगी?
यह चुनाव किसी भी दिशा में जा सकता है- एकतरफा जीत, कांटे की टक्कर, या कोई अप्रत्याशित मोड़. लेकिन एक बात तय है, नवादा में हमेशा अव्यवस्था ही अंतिम फैसला लेती है.
(अजय झा)
Sharwan Kumar
IND
Kaushal Yadav
JD(U)
Dhirendra Kumar Sinha Munna
IND
Rajeendra Parsad Sahu
IND
Shashi Bhusan Kumar
LJP
Nota
NOTA
Dhirendra Kumar
RLSP
Vineshwar Yadav
IND
Shravan Kumar
IND
Dinesh Prasad
IND
Bablu Kumar
IND
Naresh Ravidas
IND
Baban Yadav
IND
Rajesh Kumar Nirala
HAM(U)
Satish Kumar
PPI(D)
नवादा में चुनावी रंजिश ने हिंसक रूप ले लिया है. आरोप है कि एक शिक्षक सह मुखिया प्रतिनिधि ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर एक परिवार पर इसलिए जानलेवा हमला किया क्योंकि उन्होंने महागठबंधन की जगह निर्दलीय प्रत्याशी को वोट दिया था. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
नवादा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मगध की ऐतिहासिक शान को फिर से लौटाने की बात कही. उन्होंने छोटे किसानों, विकास, सुशासन और छठ पूजा के सम्मान को केंद्र में रखकर आरजेडी और कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए. प्रधानमंत्री बोले, 'जंगलराज नहीं, विकसित बिहार चाहिए.'
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के भीतर सीटों पर चल रही खींचतान के बीच दो पर सहमति बन गई है. इस घमासान में राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख दल हैं. RJD किसी भी सीट से पीछे नहीं हटते हुए है कुल 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिसके दबाव में सहयोगी पार्टियों को झुकना पड़ा.
कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने बिहार चुनाव को लेकर अपनी पार्टी की रणनीति स्पष्ट की है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता राहुल गांधी के चेहरे पर चुनाव लड़ना चाहती है, ताकि इंडिया गठबंधन की सरकार बन सके. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को 'विनाश और नफरत' का चेहरा बताया, जबकि नीतीश कुमार के पास मुख्यमंत्री का कोई चेहरा न होने की बात कही.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आरजेडी के दो विधायकों ने पार्टी से किनारा कर लिया है और विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. दोनों विधायकों का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है.
बिहार में वोटर लिस्ट की स्पेशल इन्सेंटिव रिविजन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और चुनाव आयोग ने फाइनल वोटर लिस्ट प्रकाशित कर दी है. ड्राफ्ट लिस्ट के मुकाबले फाइनल लिस्ट में वोटरों की संख्या बढ़ी है. सूत्रों के अनुसार, ड्राफ्ट वोटर लिस्ट और फाइनल वोटर लिस्ट में तकरीबन 14 लाख वोटर्स जुड़े हैं. यह आंकड़ा महत्वपूर्ण है क्योंकि पहले ड्राफ्ट रोल में करीब 8% मतदाताओं के नाम काटे गए थे, जिसे लेकर विपक्ष ने 'वोटर अधिकार यात्रा' चलाई थी.
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओ.पी. राजभर ने बिहार विधानसभा चुनाव पर कहा, "NDA गठबंधन के सामने यह (INDIA गठबंधन) लोग टिक नहीं पा रहे हैं. जनता ने वहां कांग्रेस को झेला है, RJD को झेला है...RJD के समय में वहां जंगलराज रहा, आज दलगत राजनीति से भी ऊपर उठकर देखा जाए तो बिहार में तीन चीजें मिल गई हैं.
चुनावी साल में बिहार की राजनीति में पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है. बोधगया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के दो विधायक शामिल हुए. नवादा से विधायक विभा देवी और रजौली से विधायक प्रकाश वीर प्रधानमंत्री के मंच पर मौजूद थे. ये दोनों विधायक लंबे समय से आरजेडी से बागी बताए जा रहे थे. उनकी मौजूदगी ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि वे अब आरजेडी का दामन छोड़ चुके हैं और एनडीए में शामिल होने के लिए तैयार हैं.
चुनावी साल में बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. गया में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दो विधायक शामिल हुए. नवादा से विधायक विभा देवी और रजौली से विधायक प्रकाश वीर प्रधानमंत्री के मंच पर देखे गए. ये दोनों विधायक लंबे समय से बागी तेवर अपनाए हुए थे और आरजेडी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. माना जा रहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में इनका टिकट कटना तय है.
नवादा के भगत सिंह चौक पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग के बीच सांठगांठ चल रही है. दोनों मिलकर वोट चुरा रहे हैं. संविधान ने आपको वोट का अधिकार दिया है, जिसे नरेंद्र मोदी, अमित शाह और चुनाव आयुक्त आपसे छीन रहे हैं.