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Explained

वेनेजुएला सरकार और अमेरिका के बीच तनाव बहुत बढ़ चुका है. (Photo- Reuters)

क्या कई देश मिलकर US के खिलाफ नार्कोटेररिज्म छेड़े हुए हैं?

12 दिसंबर 2025

कुछ महीनों पहले अमेरिकन्स कई अलग-अलग मुद्दों पर सोच-बता रहे थे, वेनेजुएला इस लिस्ट में नहीं था. फिर अचानक कुछ घटा. अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि वेनेजुएला की नावों को उड़ा देना चाहिए. कुछ ही समय बाद खबर आई कि अमेरिकी फोर्स ने उसकी कई बोट्स को वाकई उड़ा दिया. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने इसे नार्कोटेररिज्म कहा.

डेढ़ दशक से ज्यादा सत्ता में रहने के बाद शेख हसीना का तख्तापलट हुआ. (Photo- Reuters)

हसीना के बाद खाली कुर्सी के नए दावेदार, कितने बदलेंगे भारत-बांग्लादेश रिश्ते?

12 दिसंबर 2025

शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में फरवरी में पहला चुनाव होगा. पिछले साल हुए छात्र आंदोलन के बाद देश की राजनीति पूरी तरह बदल गई. अब चुनाव ऐसे माहौल में होगा जहां अवामी लीग जैसा बड़ा दल पाबंदीशुदा हो चुका. एक पुरानी पार्टी है, जिसमें भीतर ही घमासान है. एक और दल है, जो धार्मिक चरमपंथ पर काम करता रहा.

महिलाओं पर हिंसा रोकने के लिए चालीस के दशक में फ्रांस में ब्रॉथल्स बंद हो गए. (Photo- AP)

यौन व्यापार को क्यों कानूनी रूप देने में जुटे यूरोप के कुछ देश?

11 दिसंबर 2025

फ्रांस में विपक्ष की नेशनल रैली पार्टी जल्द ही ऐसा बिल लाने की तैयारी में है, जिससे सेक्स वर्कर अपना काम कानूनी तरीके से कर सकें. यूरोपियन यूनियन के कई देशों में भी यह मुद्दा उठ रहा है. इटली में जॉर्जिया मेलोनी सरकार भी सेक्स वर्क को वैध करने के इरादे में दिख रही है.

आवेदनकर्ता की ऑनलाइन पर्सनैलिटी इमिग्रेशन क्रेडेंशियल का काम करेगी. (Photo- Pixabay)

क्या है रेपुटेशन बॉर्डर और कैसे असर डालेगा अमेरिकी वीजा पर?

11 दिसंबर 2025

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन मास डिपोर्टेशन के लिए अभियान चलाए हुए है. घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा जा रहा है. आवाजाही पर कई लेयर की पाबंदी लग चुकी. अब एक नया नियम आ रहा है. रेपुटेशन बॉर्डर के तहत सिर्फ ट्रैवल हिस्ट्री या आपराधिक रिकॉर्ड नहीं देखा जाएगा, बल्कि पड़ताल कहीं आगे तक जाएगी.

यूरोप के सबसे छोटे देशों में से एक लक्जमबर्ग दुनिया के सबसे अमीर देशों में भी शुमार है. (Photo- Unsplash)

छोटा सा देश, लेकिन आधी आबादी विदेशी, कभी पलायन झेलता लक्जमबर्ग कैसे बना दुनिया का हॉटस्पॉट?

11 दिसंबर 2025

साल खत्म होने से पहले उन देशों की लिस्ट आ चुकी, जहां जीवन की गुणवत्ता का स्तर सबसे अच्छा है, साथ ही वे जगहें भी दिखेंगी, जो रहने के लिहाज से असुरक्षित हैं. यह रिपोर्ट वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स ने एक्स पर डाली है. राजनीतिक अस्थिरता और गरीबी की वजह से अफगानिस्तान में लाइफ क्वालिटी बदतर है. वहीं यूरोपीय देश लक्जमबर्ग हर लिहाज से टॉप पर है. 

बहुत देर तक एब्सॉल्यूट साइलेंस में रहने से मस्तिष्क ओवरएक्टिव हो जाता है. (Photo- Pixabay)

वो कमरा जहां आवाज शून्य से भी नीचे चली जाती है, क्यों खतरनाक साबित होती है यह शांति?

10 दिसंबर 2025

यहां कुछ ही मिनट रुकें तो अपने ही दिल की धड़कन सुनाई देने लगेगी. चलने पर हड्डियों का चटखना सुन सकेंगे. यहां तक कि खून का बहना भी सुनाई दे सकता है. अमेरिका के वॉशिंगटन में दुनिया की सबसे शांत जगह है. एनेकॉइक चेंबर कहलाते इस कमरे में कोई भी ज्यादा देर नहीं टिक पाता.

रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए तुर्की के बाद अमेरिका भी मध्यस्थता कर चुका. (Photo- AFP, Reuters)

क्या भारत कराएगा रूस-यूक्रेन में सुलह, युद्ध रुकवाने का कितना तजुर्बा?

10 दिसंबर 2025

दिसंबर के पहले हफ्ते में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आए. अब यूक्रेन के लीडर वोलोडिमिर जेलेंस्की भी दिल्ली आ सकते हैं. भारत उन चुनिंदा देशों में है, जिसने कट्टर विरोधियों के साथ भी संतुलन बनाए रखा. पुतिन की यात्रा के दौरान भी उसने शांति की बात की. क्या भारत रूस-यूक्रेन जंग में मध्यस्थता के लिए जमीन तैयार कर रहा है?

डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता के बारे में पहले ही आशंका थी कि वो अस्थायी हो सकती है. (Photo- Reuters)

क्या वाकई कमजोर निकली ट्रंप की कोशिश, एक-एक करके टूट रहे सीजफायर

10 दिसंबर 2025

थाइलैंड और कंबोडिया के बीच हिंसक संघर्ष दोबारा शुरू हो चुका. इस बीच दोनों तरफ की सीमाओं के हजारों लोग पलायन कर रहे हैं. कुछ ही महीनों पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इनमें सीजफायर करवाया था, और दावा किया था कि अब सब ठीक है. यहां तक कि इनके नेताओं ने ट्रंप के लिए नोबेल पुरस्कार तक की बात की थी.

इन्सेल से जुड़ी हिंसा और आतंकी हमलों के बड़े उदाहरण अमेरिका और कनाडा में मिल चुके. (Photo- Unsplash)

इन्सेल मूवमेंट क्या है, महिलाओं से नफरत का यह ट्रेंड क्यों बड़ा खतरा बन चुका?

09 दिसंबर 2025

साल 2025 में जो शब्द इंटरनेट पर सबसे ज्यादा खोजे गए, उनमें इन्सेल (Incel) भी एक रहा. यह टर्म ऐसे लोगों के लिए है, जो चाहते हुए भी महिला साथी नहीं खोज पाते. ऐसे लोगों ने ऑनलाइन समूह बना लिए जो धीरे-धीरे हेट ग्रुप में बदल गए. ये इतने खतरनाक हैं कि रूस जैसे कई देशों में इनपर प्रतिबंध लगने लगा.

Vande Matram

वेदों से पुराण कथाओं तक... 150 साल के वंदे मातरम् के पीछे युगों पुराना वैदिक दर्शन

09 दिसंबर 2025

भारत की प्राचीन वैदिक परंपरा में मातृभूमि की महत्ता को उजागर किया गया है. इसमें पृथ्वी को माता के रूप में देखा गया है. वेदों, रामायण, महाभारत और पुराणों में धरती को जीवनदायिनी, पालनहार और सहनशील शक्ति के रूप में वर्णित किया गया है.

पाकिस्तान में विलय के बाद भी बलूचिस्तान खुद को अलग देश मानता रहा. (Photo- AFP)

क्या पाकिस्तान से साझा नाराजगी ही भारत और बलूचिस्तान को जोड़ती है?

09 दिसंबर 2025

धुरंधर फिल्म की वाहवाही के बीच बलूचिस्तान से अलग ही प्रतिक्रिया आ रही है. पाकिस्तान से अलगाव की मांग कर रहा ये हिस्सा बलूच लोगों से बना है, जिनपर फिल्म में नकारात्मक टिप्पणी है. इसे देखने के बाद बलूच राष्ट्रवादी मीर यार ने कहा कि बलूचिस्तान ने कभी भी भारत विरोधियों का साथ नहीं दिया, इसके बाद भी उन्हें गलत ढंग से दिखाया गया.

वंदे मातरम् गीत में भारत देश की कल्पना एक सशक्त देवी के रूप में की गई.

दस महाविद्या, शाक्त परंपरा और भारत माता... वंदे मातरम् में देश का दैवीयकरण

09 दिसंबर 2025

संसद के शीतकालीन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे मातरम् गीत के महत्व पर विशेष चर्चा की. उन्होंने कहा कि यह गीत भारत की राष्ट्रीय भावना को जाग्रत करता है और तुष्टिकरण की नीति के तहत इसके साथ अन्याय हुआ है. जानिए इस पूरे गीत का असल भाव क्या है.

ईरान में गलत ढंग से हिजाब पहनने पर भी सजा का नियम है. (Photo- AP)

मिडिल ईस्ट के बाकी मुल्कों की तुलना में ईरान क्यों है महिलाओं पर ज्यादा सख्त?

08 दिसंबर 2025

ईरान के एक मैराथन में हिजाब के बगैर दिखती महिलाओं की मौजूदगी बवाल मचाए हुए है. हो-हल्ले के बीच आयोजकों को गिरफ्तार किया जा चुका. मिडिल ईस्ट में तमाम इस्लामिक मुल्कों की तुलना में ईरान महिलाओं को लेकर सबसे ज्यादा सख्त दिखता रहा. यह कट्टरता हिजाब तक सीमित नहीं, बल्कि शादी की उम्र भी बेहद विवादास्पद है.

समुद्री तट के चलते बढ़ा हुआ व्यापार कई शासकों को गोवा की तरफ खींचता रहा.

हिंदू शासकों का था असर, पुर्तगालियों के आने के बाद गोवा कैसे बदला?

08 दिसंबर 2025

गोवा के एक नाइटक्लब में आग लगने से 25 मौतें हो गईं. घटना की जांच के बीच यह चर्चा भी उठ रही है कि गोवा देश के चुनिंदा राज्यों में है, जहां की नाइटलाइफ का स्वाद चखने देश के कोने-कोने से लोग आते रहे. साल के आखिर में यहां के क्लब और होटल गुलजार हो जाते हैं. इसमें बड़ा योगदान पुर्तगालियों का रहा.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की सीजफायर की शर्तें रूस से उलट हैं. (Photo- Reuters)

रूस की योजना खुली किताब, पर यूक्रेन इस जंग से क्या चाहता है?

08 दिसंबर 2025

आमतौर पर डील मेकर माने जाते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन की जंग रोकने में कुछ खास कर नहीं पा रहे. इस बीच उन्होंने 28 सूत्रीय शांति प्रस्ताव भी दिया. ये साफ तौर पर प्रो-मॉस्को दिख रहा है, जिसे मानने को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की राजी नहीं. लेकिन सीजफायर के लिए यूक्रेन की क्या शर्तें हैं?

यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के 80 फीसदी हिस्से पर रूस ने अपना कंट्रोल बना लिया है. (Photo- Pixabay)

यूक्रेन में होकर भी डोनबास क्यों महसूस करता रहा खुद को मॉस्को के करीब?

05 दिसंबर 2025

हाल में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कुछ ऐसे गणराज्यों का जिक्र किया, जो यूक्रेन से अलग हो चुके और मान्यता के लिए छटपटा रहे थे. ये डोनबास क्षेत्र के दो इलाके हैं, जो पिछले आठ साल से यूक्रेन से छिटककर खुद को स्वतंत्र गणराज्य घोषित कर चुके. अब वे रूस से जुड़ना चाहते हैं. हालांकि यूक्रेन का इसपर अलग मत रहा.

18वीं सदी में भी जैविक हथियार युद्ध का हिस्सा थे. (Photo- Getty Images)

सीक्रेट लैब्स और सुपरवायरस, क्या दुनिया बायोलॉजिकल वॉर की ओर बढ़ रही है?

05 दिसंबर 2025

जैविक हथियारों पर बात करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि इसके न सिर्फ सैन्य, बल्कि आर्थिक और पर्यावरणीय खतरे भी हैं. हाल ही में दिल्ली में आयोजित बायोलॉजिकल वेपन्स कन्वेंशन (BWC) में 80 देशों के एक्सपर्ट और राजनयिकों ने बातचीत की. बायोवेपन को किसी भी हथियार से कहीं ज्यादा तबाही मचाने वाला माना जा रहा है और इसे रोकने के लिए कई संधियां भी हो चुकीं.

नब्बे के दशक में USSR टूटने के बाद भी रूस ग्लोबल तस्वीर से गायब नहीं हुआ. (Photo- Unsplash)

अमेरिका अकेला सुपरपावर बनने को था, फिर भी रूस ने कैसे बनाए रखा दबदबा?

05 दिसंबर 2025

आज से ठीक साढ़े तीन दशक पहले सोवियत संघ (USSR) आधिकारिक तौर पर 15 टुकड़ों में बंट गया था. लगातार युद्ध के चलते भारी आर्थिक गिरावट आ चुकी थी. तब ऐसा लगा कि रूस, जो कि सोवियत का स्वाभाविक उत्तराधिकारी था, कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. वो अब भी अमेरिका के बाद दूसरी बड़ी शक्ति माना जाता है.

व्लादिमीर पुतिन ने कई मौकों पर UNSC में भारत की पैरवी की. (Photo- Reuters)

क्या रूस दिला सकता है भारत को UNSC की स्थायी सदस्यता?

04 दिसंबर 2025

भारत काफी समय से यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) की स्थायी सदस्यता पाने की कोशिश में है. चीन इसपर खुली रोक लगाता रहा. वहीं रूस अकेला ऐसा देश है, जिसने भारत की मेंबरशिप की अर्जी को तगड़ा सपोर्ट दिया.राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान यह भी मुद्दा हो सकता है.

अमेरिका के बाद स्विट्जरलैंड ने रूस पर सबसे ज्यादा प्रतिबंध लगाए हुए हैं. (Photo- Reuters)

कई देशों को तोड़ देने वाला अमेरिकी बैन रूस पर क्यों रहा बेअसर?

04 दिसंबर 2025

रूस पर साल 2014 से ही अमेरिका समेत पूरे यूरोप ने काफी सारे प्रतिबंध लगाए हुए थे. लगभग चार साल पहले यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पाबंदियों का घेरा और सख्त हो गया. इसके बीच भी रूसी अर्थव्यवस्था भरभराने की बजाए फलती-फूलती रही.

भारत यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी होगा. (Photo- Reuters)

जब गोवा न छोड़ने पर अड़े थे पुर्तगाली, कैसे रूस के वीटो ने दिलाई थी मुक्ति?

04 दिसंबर 2025

गोवा को पुर्तगालियों से आजादी मिले लगभग छह दशक हो चुके. इस समुद्री हिस्से को स्वतंत्र करने के लिए जब भारत जोर लगा था, तब कई पश्चिमी देश उसके खिलाफ हो गए. अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच रूस उसका साथी बना, और संयुक्त राष्ट्र में भारत का खुलकर समर्थन किया, यहां तक कि वीटो पावर का इस्तेमाल तक कर डाला.

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