इस दिन भगवान शिव की आराधना कर आप महावरदान की प्राप्ति कर सकते हैं. इस महीने की मासिक शिवरात्रि 10 अप्रैल यानी आज मनाई जा रही है.
हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है. किसी भी प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय सूर्यास्त से 45 मिनट पूर्व और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है.
Ramadan 2021: बहरीन, मिस्र, कुवैत, ओमान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात, ये सभी सऊदी अरब की घोषणा का इंतजार करते हैं. क़तर कैलेंडर हाउस (QCH) ने घोषणा की है कि खगोलविदों के अनुसार रमजान का नया चांद 12 अप्रैल को दिखाई देगा. 13 अप्रैल को ये दुनिया के अन्य हिस्सों मे आसानी से दिखाई देगा.
हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है. इस बार चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से शुरू हो रही हैं और 21 अप्रैल को इसका समापन होगा. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. पूजा-अर्चना के साथ-साथ श्रद्धालु जन देवी को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं.
एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन कि चंचलता समाप्त होती है और धन-आरोग्य की प्राप्ति होती है. इस व्रत से मनोरोग भी दूर होते हैं. पापमोचनी एकादशी आरोग्य, संतान प्राप्ति तथा प्रायश्चित के लिए किया जाने वाला व्रत है.
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को ईस्टर की बधाइयां देते हुए ट्विटर पर लिखा है कि- सभी को ईस्टर की बधाइयां, ईसा मसीह का मृतोत्थान (resurrection) पूरी दुनिया में मनाया जाता है. जो हमें उम्मीद और खुशियां प्रदान करता है.
पौराणिक कथा के अनुसार, गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईसा मसीह पुन: जीवित हुए थे, इसी घटना को ईस्टर संडे के नाम से जाना जाता है. क्रिसमस के बाद ईस्टर क्रिश्चियन कम्यूनिटी का सबसे बड़ा पर्व है.
Sheetala Ashtami के दिन मां शीतला की पूजा करने से सुख-समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है. जिस तरह मां काली ने राक्षसों का नाश किया था, ठीक उसी तरह मां शीतला व्यक्ति के अंदर छिपे रोग रूपी असुर का नाश करती हैं.
हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने अमावस्या आती है. जो अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2021) कहते हैं.
(Navratri 2021) हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल में 4 बार नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. इसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि मुख्य रूप से मनाई जाती है. इस बार चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल (Navratri 2021 Date) से आरम्भ हो रही है और 21 अप्रैल को समाप्त होगी.
Papmochani Ekadashi 2021 Date: पापमोचनी एकादशी को सभी पापों को हरने वाली एकादशी भी कहा जाता है. पुराणों के अनुसार पापमोचनी एकादशी को व्रत रखना बेहद फलदायी माना गया है. कहा जाता है कि विकट से विकट स्थिति में भी पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से श्री हरि की कृपा प्राप्त होती है. इसका व्रत रखने से मन के सभी बुरे विचार नष्ट हो जाते हैं. इस वर्ष पापमोचनी एकादशी तिथि 7 अप्रैल को पड़ रही है.