राज्यसभा चुनाव
भारतीय संसद के उपरी सदन, राज्यसभा (Rajya Sabha) के सदस्य संसद में भारतीय राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं. राज्यसभा सांसदों का चुनाव राज्य विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों से बने निर्वाचक मंडल द्वारा दिए गए मतों से किया जाता है (Rajya Sabha Election Process).
राज्यसभा के सदस्यों की कुल संख्या लोकसभा में सदस्यों से कम है और निचले सदन (लोकसभा) की तुलना में इसका अधिकार क्षेत्र भी कम है. लोकसभा के उलट राज्यसभा एक स्थायी निकाय है, यानी यह कभी भंग नहीं किया जा सकता है (Rajya Sabha Permanent Body). प्रत्येक दूसरे वर्ष, इसके एक तिहाई सदस्य सेवानिवृत्त हो जाते हैं और तीसरे वर्ष की शुरुआत में नए चुनाव और राष्ट्रपति के नामांकन द्वारा रिक्त पदों को भरा जाता है (Rajya Sabha Election Date). राज्यसभा के प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल छह वर्ष का होता है (Rajya Sabha Member Tenure).
राज्यसभा में कुल 250 सदस्य होते हें जिनमें से 238 सदस्य सभी विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा चुने जाते हैं (Rajya Sabha Elected Members) और 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा कला, साहित्य, विज्ञान और सामाजिक सेवाएं में उनके योगदान के लिए मनोनीत किए जाते हैं (Rajya Sabha Members Nominated by President).
राज्यसभा का चुनाव लड़ने के लिए किसी भी व्यक्ति का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है. इसके अलावा उसकी उम्र 30 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए (Rajya Sabha Election Qualification)
2022 में राज्यसभा के सेवानिवृत्त सदस्यों की खाली जगहों को भरने के लिए चुनाव होने हैं. इस साल राज्य सभा की 57 सीटों के लिए निर्वाचक मंडल वोट डालेगा (Rajya Sabha Election 2022).
जम्मू-कश्मीर राज्यसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन सीटें जीतीं, लेकिन चौथी सीट पर बीजेपी के सत शर्मा की अप्रत्याशित जीत ने सबको चौंका दिया है. इस जीत का जश्न मना रहे बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने कहा, 'इंडी गठबंधन टूट के बिखर के चूर-चूर हो गया है'. यह नतीजा साफ तौर पर क्रॉस-वोटिंग की ओर इशारा करता है, क्योंकि बीजेपी के पास जीत के लिए ज़रूरी आंकड़े नहीं थे.
जम्मू-कश्मीर में चार साल के अंतराल के बाद राज्यसभा की चार खाली सीटों के लिए चुनाव संपन्न हो गए हैं. इन चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक सीट से संतोष करना पड़ा है.
पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था. इसके बाद से जम्मू-कश्मीर में हुआ यह पहला राज्यसभा चुनाव है.
BJP ने जम्मू-कश्मीर राज्यसभा द्विवार्षिक चुनावों के लिए उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी कर दी है. बीजेपी ने गुलाम मोहम्मद मीर, सतपाल शर्मा और राकेश महाजन पर दांव लगाया है.
अरविंद केजरीवाल का ये कहना, 'मैं तो नहीं जा रहा हूं' उनके राज्यसभा न जाने की कोई गारंटी नहीं है. कोई बहुत बड़ी मजबूरी नहीं हुई तभी वो इरादे पर कायम रह सकते हैं. अगर केजरीवाल नहीं तो मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के बाद ही किसी और का नंबर आता है.
मंगलवार को ऊपर से सामान्य दिखने वाले राजनीतिक गतिविधियों के ठीक पीछे एक सियासी तूफान आकार ले रहा था. सोमवार को राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के विपक्षी सदस्यों के नोटिस को स्वीकार कर लिया. यह लगभग उसी समय (दोपहर 2 बजे) हुआ जब यह खबर आई कि निचले सदन में सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के 100 से ज़्यादा सांसदों ने जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाने से इनकार ही इकरार का इशारा करता है. संजीव अरोड़ा के चुनाव जीत जाने से ये केजरीवाल के राज्यसभा जाने का रास्ता ही साफ नहीं हुआ है, उनका जाना भी पक्का लगता है - और केजरीवाल की राजनीति का ट्रैक रिकॉर्ड ही सबसे बड़ा सबूत है.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ कह दिया है कि मैं राज्यसभा नहीं जा रहा हूं. अरविंद केजरीवाल के इनकार के बाद अब कौन से नाम रेस में हैं?
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत, फरवरी में दिल्ली में मिली हार के बाद पार्टी के लिए एक राजनीतिक अवसर लेकर आई है. राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा के विधायक बनने के लिए इस्तीफा देने के बाद, पंजाब से उच्च सदन की एक सीट खाली हो गई है. अरविंद केजरीवाल के मना करने के बाद, अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी किसे राज्यसभा भेजती है.
अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना वेस्ट उपचुनाव में संजीव अरोड़ा को मंत्री बनाए जाने का एलान करते हुए करीब करीब साफ कर दिया है कि उनका अगला राजनीतिक पड़ाव राज्यसभा हो सकता है. अभी तक ऐसे दावे बीजेपी और कांग्रेस नेता लगा रहे थे, और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता खारिज करते आ रहे थे.
कन्नड़ भाषा की उत्पत्ति पर एक विवादास्पद टिप्पणी के बाद उन्हें मिली आलोचना के कारण पार्टी सहयोगियों ने हासन को सुझाव दिया था कि नामांकन दाखिल करने का यह सही समय नहीं हो सकता है.
एक्टर से नेता बने कमल हासन आज राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र फाइल नहीं करेंगे. पहले खबर आई थी कि हसन को आज नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके ने अपनी चार राज्यसभा सीटों में से एक को हासन की पार्टी मक्कल नीधि मय्यम (MNM) को देने का फैसला किया है. हासन ने साल 2018 में राजनीति में एंट्री की थी.
भाषा को लेकर कमल हासन का आग्रह नया नहीं है. DMK के समर्थन से अपने लिए राज्य सभा सीट को कंफर्म करवा चुके कमल हासन ने हाल ही में एक अन्य अवसर पर कहा कि लोगों को "पहले पड़ोसी राज्य की भाषा सीखनी चाहिए. हम हिंदी के बारे में बाद में चिंता कर सकते हैं." लेकिन उन्होंने अब कन्नड भाषा को लेकर ही विवादित बयान दे दिया है.
कमल हासन के राज्यसभा पहुंच जाने से फायदा तो मिलेगा ही, लेकिन नुकसान भी होगा. नुकसान मतलब, राजनीतिक नुकसान. हां, डीएमके को दिल्ली में तमिलनाडु की आवाज उठाने के लिए एक लोकप्रिय चेहरा जरूर मिल जाएगा, जिसकी बातें उत्तर भारत, खासकर हिन्दी पट्टी में ध्यान से सुनी जा सकती हैं.
तमिलनाडु की सहयोगी पार्टी MNM ने अभिनेता-राजनेता कमल हासन को राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है. यह पहला मौका होगा जब कमल हासन राज्यसभा सदस्य बनेंगे. साथ ही, डीएमके और उसके सहयोगी तीन अन्य उम्मीदवारों के साथ चुनाव में शामिल लेंगे. चुनाव 19 जून को होगा.
तमिलनाडु की छह और असम की दो राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान हो चुका है. आठ सीटों के राज्यसभा चुनाव में जीत का गणित क्या है? क्या है नंबर गेम?
आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद से संजीव अरोड़ा की जगह केजरीवाल के राज्यसभा जाने के कयास लग रहे हैं.
अगर केजरीवाल राज्यसभा जाना चाहते हैं तो किसी को क्या दिक्कत हो सकती है? अगर नहीं ही जाना है तो बात और है, ये भी तो हो सकता है कि ये सब मनीष सिसोदिया या किसी और के लिए हो रहा हो.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि बैकलॉग रिजर्व्ड वैकेंसी समेत वेकेंसियां को भरने की प्रक्रिया लगातार जारी है. एससी, एसटी और ओबीसी के उम्मीदवारों के लिए रिजर्व चार लाख से ज्यादा बैकलॉग वेकेंसियों को साल 2016 से भरा गया है.
राज्यसभा में नोटों की गड्डी मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. सभापति जगदीप धनखड़ ने जानकारी दी,'कल (गुरुवार) सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने हमें बताया कि सीट नंबर 222 से कैश मिला है. ये सीट कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को अलॉट की गई है. ऐसे में जानते हैं कि क्या संसद में नोट नहीं ले जा सकते.
संसद का सत्र शुक्रवार को भी हंगामेदार रहा. राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कल कांग्रेस की बेंच से 500 रुपए के नोटों की गड्डी मिली. इस मामले की जांच की जा रही है. धनखड़ के बयान पर विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया.