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Aurangabad Election Results 2025 Live: औरंगाबाद विधानसभा सीट पर BJP ने फहराया परचम, जानें प्रत्याशी Trivikram Narayan Singh को मिली कितनी बड़ी जीत
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दक्षिणी बिहार में स्थित औरंगाबाद एक समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को संजोए हुए है. यह प्राचीन मगध साम्राज्य का हिस्सा था और यहां बिंबिसार, अजातशत्रु, चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक जैसे महान शासकों का शासन रहा. शेरशाह सूरी के शासनकाल में यह क्षेत्र रोहतास सरकार का महत्वपूर्ण भाग बना. मुगलों के शासन के दौरान, टोडरमल ने यहां अफगान विद्रोहों को कुचलां इस शहर का नाम आमतौर पर मुगल शासक औरंगजेब से जोड़ा जाता है, हालांकि कुछ इतिहासकार इसे गोहद या गोहदपुर जैसे पुराने नामों से भी संबोधित करते हैं.
औरंगाबाद से होकर अदरी नदी बहती है, जबकि सोन नदी इसकी पश्चिमी सीमा बनाती है. बार-बार आने वाले सूखे के बावजूद, कृषि यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी हुई है. चावल, गेहूं, दालें और सरसों प्रमुख फसलें हैं. औद्योगिक विकास ने भी गति पकड़ी है, खासतौर पर नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्लांट, जो भारत के सबसे बड़े संयंत्रों में से एक है, रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रहा है. पारंपरिक हस्तशिल्प जैसे कालीन बुनाई, कंबल निर्माण और पीतल शिल्प आज भी महत्वपूर्ण हैं, जबकि स्ट्रॉबेरी की खेती अप्रत्याशित रूप से सफल हुई है, जिससे आय और रोजगार के अवसर बढ़े हैं.
1951 में अपनी स्थापना के बाद से, औरंगाबाद की विधानसभा सीट प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच मुकाबले का केंद्र रही है. शुरुआती चुनावों में कांग्रेस का दबदबा रहा, जिसने आठ बार जीत दर्ज की, लेकिन भाजपा ने चार बार जीत हासिल कर अपनी पकड़ मजबूत की. प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, स्वतंत्र पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) जैसे क्षेत्रीय दलों ने भी कभी-कभार जीत हासिल की. 2000 में राजद की जीत इस प्रवृत्ति को तोड़ने वाली रही- यह पहली बार था जब किसी गैर-राजपूत उम्मीदवार ने यहां जीत दर्ज की. 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के आनंद शंकर सिंह ने भाजपा के चार बार के विधायक रामाधार सिंह को 2,243 वोटों के अंतर से हराया.
राजपूत मतदाता, जो कुल मतदाताओं का 22 प्रतिशत से अधिक हैं, इस सीट की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं. यह समुदाय आमतौर पर राजपूत उम्मीदवारों का समर्थन करता रहा है, चाहे वे किसी भी पार्टी से हों. समय के साथ, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उभरते राजनीतिक रुझानों ने भी यहाँ की राजनीति को प्रभावित किया है.
औरंगाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिनमें तीन औरंगाबाद जिले में और तीन गया जिले में स्थित हैं. राजद के अभय कुशवाहा, जो 2024 में सांसद बने, इस सीट से जीतने वाले पहले गैर-राजपूत और पहले राजद नेता बने.
पिछले कुछ दशकों में औरंगाबाद नक्सली गतिविधियों के कारण अशांत रहा है. रंगदारी और हिंसा ने इस क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव डाला. 2024 के साउथ एशियन टेररिस्ट पोर्टल (SATP) के आंकड़ों के अनुसार, माओवादी गतिविधियों के मामले में बिहार के जिन तीन जिलों पर मामूली प्रभाव पड़ा, उनमें औरंगाबाद, गया और लखीसराय शामिल हैं. बीते पांच वर्षों में बिहार में माओवादी घटनाओं में 72 प्रतिशत की गिरावट आई है. राज्य सरकार ने 2025 के अंत तक इस उग्रवाद को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है.
औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनसांख्यिकी विविध है. अनुसूचित जातियां 21.64 प्रतिशत और मुस्लिम मतदाता 19 प्रतिशत हैं. ग्रामीण मतदाता 75 प्रतिशत से अधिक हैं, जो इस क्षेत्र की कृषि प्रधानता को दर्शाता है. 2020 के विधानसभा चुनावों में 3,17,947 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें से 53.49 प्रतिशत ने मतदान किया. 2024 के लोकसभा चुनाव में यह संख्या बढ़कर 3,24,885 हो गई. औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र में राजद ने भाजपा पर बढ़त बनाई, जिससे 2025 के चुनावों में भाजपा को यह सीट पुनः हासिल करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ेंगे.
(अजय झा)
Ramadhar Singh
BJP
Anil Kumar
BSP
Sanjiv Kumar Singh
IND
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Suresh Prasad
BMP
Chandesh Pd Gupta
JAP(L)
Archana Devi
PMS
Maheshwar Paswan
AHFB(K)
Ashish Kumar Soni
RSSD
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के औरंगाबाद की रैली में एनडीए सरकार की वापसी का भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग नरेंद्र-नीतीश के काम पर विश्वास करते हैं. मोदी ने राम मंदिर, अनुच्छेद 370 और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर धोखा करने का आरोप लगाया.
बिहार के औरंगाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RJD और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने 'जंगलराज' का जिक्र करते हुए नौकरी के बदले जमीन घोटाले से लेकर वन रैंक वन पेंशन जैसे मुद्दों पर विपक्ष को घेरा. पीएम मोदी ने कहा, 'ये वो लोग हैं जो बिहार के युवाओं से नौकरी के बदले जमीन लिखवा लेते हैं.' अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 को हटाने, राम मंदिर निर्माण और हाल ही में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी उल्लेख किया, जिसे उन्होंने पहलगाम हमले का बदला बताया.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए की जीत का बड़ा दावा किया है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा, 'बिहार विधानसभा चुनावों में पहले चरण की वोटिंग में एनडीए ने भारी बढ़त हासिल कर ली है'. उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे चरण में भी एनडीए की लहर है.
औरंगाबाद के कुटुंबा में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, गौतम अडानी और मुकेश अंबानी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में किसानों से जमीन छीनकर अडानी को सिर्फ एक रुपये में दे दी गई. राहुल गांधी ने कहा, 'अमित शाह ने आपसे कहा चुनाव में कि बिहार में उद्योग लगाने के लिए जमीन नहीं है, मगर अडानी जी को फ्री गिफ्ट देने के लिए बहुत जमीन है.'
आज तक की विशेष पेशकश में श्वेता सिंह बिहार के औरंगाबाद से चुनावी नब्ज टटोल रही हैं, जिसे 'बिहार का चित्तौड़गढ़' भी कहा जाता है. यहां के चुनाव में स्थानीय बनाम बाहरी उम्मीदवार का मुद्दा गरमाया हुआ है, साथ ही बेरोजगारी, पलायन और ओबरा के कालीन उद्योग की बदहाली जैसे मुद्दे हावी हैं. एक स्थानीय नागरिक ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, 'नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं हैं, गुजरात के हैं...अगर बिहार के होते तो यहाँ के बच्चों को रोजगार मिलता...बिहार के बच्चे को महाराष्ट्र में और गुजरात में गालियां दी जाती हैं.'
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार के औरंगाबाद में महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है. नड्डा ने लालू प्रसाद यादव के 15 साल के शासन की तुलना 'अंधकार के युग' से की और कहा कि उस दौर को याद रखने पर ही 'उजाले' का महत्व समझ आता है. अपने भाषण में उन्होंने कहा, 'आज यह चुनाव स्पष्ट शब्दों में विकास एनडीए के साथ और विनाश महागठबंधन के साथ साफ दिखता है'.
बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन के भीतर हलचल तेज हो गई है. CPI(ML) और आरजेडी के बीच आज देर शाम पटना में अहम बैठक होने जा रही है. यह मुलाकात तेजस्वी यादव के नामांकन दाखिल करने के बाद होने की संभावना है.
बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' (HAM) ने एनडीए (NDA) के तहत अपने छह उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. सबसे ज्यादा चर्चा मांझी द्वारा अपने ही परिवार के सदस्यों को टिकट दिए जाने को लेकर हो रही है. इस पर न्यूज़ बुलेटिन में कहा गया, 'देखिए भाई लिस्ट सामने आ गई है. छह प्रत्याशियों की दो तो घर वाले ही निकले.' पार्टी ने गया जिले की इमामगंज सीट से अपनी बहू दीपा कुमारी को मैदान में उतारा है, जबकि बाराचट्टी से अपनी समधन ज्योति देवी को टिकट दिया है.
औरंगाबाद में राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी ने देव सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना की. मंदिर में परिक्रमा करने के बाद वे बाहर आए. आज 'वोटर अधिकार यात्रा' का दूसरा दिन है. यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने लोगों का अभिवादन किया.
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' पर हैं. दूसरे दिन यात्रा औरंगाबाद से निकलकर गया में प्रवेश कर गई है. रविवार को सासाराम में राहुल ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर 'बड़े चुनावी घोटाले' का आरोप लगाया और कहा कि वे संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. आज की यात्रा के तमाम अपडेट्स आप इसी पेज पर पढ़ सकते हैं...