सक्सेस स्टोरी
हर इंसान अपने जीवन में सफलता पाना चाहता है. मनुष्य का यह सपना होता है कि वह जीवन में एक सफल व्यक्ति की तरह अपना जीवन व्यतीत करे. इंसान अपने जीवन में किसी न किसी के पद चिन्हों पर चल कर उसी की तरह सफल होना चहता है (Success).
बहुत से लोगों के लिए सफलता पाना आसान होता है लेकिन दुनिया में कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत की हैं. कई लोग तो अपने जीवन का लक्ष्य तय कर लेते हैं कि उन्हें सफल हर कीमत पर होना है (Dream for Success).
लेकिन वास्तविक जीवन में सफल होना या सफलता पाना इतना आसान नहीं होता है. दुनिया में कई ऐसे व्यक्तियों की कहानी हमें पढ़ने या सुनने को मिलती हैं जिन्होंने सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की. उनके संघर्ष की कहानी काफी लोगों को प्रेरणा देती है. संघर्षरत लोग उनके जीवन के बारे में जानकर या पढ़कर खुद को अपने जीवन का आइकन बनाते हैं और उनके नक्शे-कदम पर चलकर सफलता हासिल करते हैं (Success Story).
देश और दुनिया में कई सफल व्यक्तियों के Success Story प्रकाशित होते है जिसे पढ़ कर उनकी Success Story मे से कुछ सीख कर अपने जीवनशैली में परिवर्तन लाकर अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं.
भारत के पहले बौने डॉक्टर गणेश बरैया अब सरकारी मेडिकल ऑफिसर बन गए हैं. हिम्मत, संघर्ष और जिद से भरी उनकी inspiring journey के बारे में जानें.
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ने इतिहास रच दिया है. पहली बार किसी केंद्रीय सरकारी अस्पताल में एक 11 साल के बच्चे का सफल पेडियाट्रिक किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. वो बच्चा जो पिछले डेढ़ साल से डायलिसिस पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था. मां की किडनी और डॉक्टरों की महीनों की मेहनत ने आखिरकार उसे नई जिंदगी दे दी.
IIT दिल्ली के फर्स्ट-ईयर B.Tech छात्रों ने मैन्युफैक्चरिंग इनोवेशन शो 2025 में अपनी तकनीकी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया. करीब 700 छात्रों ने 140 से अधिक प्रोटोटाइप पेश किए जिनमें स्मार्ट डस्टबिन, इलेक्ट्रिक साइकिल और कई IoT, रोबोटिक्स व हेल्थ-टेक इनोवेशन शामिल रहे.
साइंस कहती है कि प्रोडक्टिव होने का मतलब घंटों काम करना नहीं बल्कि सही रिदम में काम करना है. यही वजह है कि अब दुनिया के सबसे सफल प्रोफेशनल्स मानते हैं कि कम काम करो, लेकिन स्मार्ट तरीके से. जानिए क्या है 45 मिनट वाला वो रूल जो आपके काम करने के तरीके और दिमाग की थकान दोनों को बदल सकता है.
Lalit Keshre Success Story: ललित ने पहले एक ऑनलाइन लर्निंग कंपनी Eduflix भी शुरू की थी, जो सफल नहीं रही. इस दौरान उनपर थोड़ा कर्ज बढ़ गया, जिसे चुकाने के लिए उन्होंने Flipkart में नौकरी पकड़ ली.
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने सितंबर 2025 की सीए परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं, जिसमें हैदराबाद के तेजस मुंदड़ा ने 492 अंकों के साथ अखिल भारतीय रैंक 2 (AIR 2) हासिल की है. तेजस की यह सफलता सिर्फ मेहनत का नहीं, बल्कि अनुशासन और संतुलन का परिणाम है. उन्होंने पढ़ाई के साथ फिटनेस और मनोरंजन दोनों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाए रखा.
C.V. रमन ने कहा था कि संस्थान महिलाओं के लिए नहीं है. लेकिन कमला सोहोनी ने ये साबित कर दिया कि टैलेंट का कोई जेंडर नहीं होता. IISc से रिजेक्ट होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी, वही लैब के दरवाजे महिलाओं के लिए खोले और बन गईं भारत की पहली महिला PhD. उनकी कहानी सिर्फ विज्ञान की नहीं, हिम्मत और हक की भी है.
दिल्ली के वसंत वैली स्कूल को बीडब्ल्यू एजुकेशन लाइटहाउस अवॉर्ड्स 2025 में 'राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय' चुना गया है. दिल्ली में आयोजित इस भव्य समारोह में देशभर के शिक्षाविदों और संस्थानों को भी सम्मानित किया गया.
दिल्ली के नामी वसंत वैली स्कूल ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता साबित की है. स्कूल को आइवी लीग इंडिया No.1 फाइव-स्टार अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. ये सम्मान उन संस्थानों को दिया जाता है जो लगातार देशभर की रैंकिंग्स में शीर्ष पर बने रहते हैं और शिक्षा, खेल व नवाचार में बेस्ट ऑफ द बेस्ट कहलाते हैं.
डॉक्टरों के साथ अस्पताल की पूरी टीम OT स्टाफ, ICU और नर्सिंग यूनिट ने मिलकर इस केस को सफल बनाया. मरीज अब सामान्य जीवन में लौट चुकी है और डॉक्टरों के मुताबिक उसे किसी भी अंग को नुकसान नहीं हुआ.ये केस न सिर्फ मेडिकल स्किल का उदाहरण है बल्कि इस बात का भी सबूत है कि जब डॉक्टरों की टीम एक साथ मिलकर काम करती है तो चमत्कार भी मुमकिन है.
छत्तीसगढ़ का बालोद जिला अब देश का पहला बाल विवाह-मुक्त जिला बन गया है. राज्य सरकार ने 436 ग्राम पंचायतों और 9 शहरी निकायों को औपचारिक प्रमाणपत्र देकर इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बना दिया. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य को 2028-29 तक बाल विवाह-मुक्त बनाने का लक्ष्य है जबकि महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि ये सफलता समाज और सरकार के मिलकर काम करने का नतीजा है.
Aajtak Health Summit 2025: रोशनी सांगवान, 75 साल की महिला, सलवार-सूट में स्टेज पर जब 80 किलो वजन उठाती हैं, तो देखने वाले दंग रह जाते हैं. इतनी उम्र में इतनी ताकत और जोश देख हर कोई उनकी ओर तारीफ भरी नजरों से देखता है. उनकी कहानी सिर्फ वजन उठाने तक सीमित नहीं है. ये एक जर्नी है, जिसमें हौसला, लगन के साथ बेटे का प्रेम और मदद भी है जिसने उन्हें फिर से एक्टिव और फिट बना दिया
Renuka Jagtiani रिटेल और हॉस्पिटैलिटी दिग्गज लैंडमार्क ग्रुप की चेयरपर्सन हैं और भारत की सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में तीसरे पायदान पर काबिज हैं.
हिंदुस्तान दीवानों का देश है. कोई अपने महबूब का दीवाना है तो कोई अपनी हॉबी पर जान दे रहा है. लेकिन हिंदी दिवस पर आज एक ऐसे दीवाने कवि के बारे में जानिए जिसका पहली मुहब्बत हिंदी है. मंच पर हिंदी का झंडा बुलंद रहे, इसके लिए उन्होंने अपने मुंह के दो ऑपरेशन करा डाले. आज हिंदी दिवस 14 सितंबर के मौके पर पढ़िए हिंदी के दीवाने इस कवि की कहानी.
एक 10वीं पास शख्स अपनी समझदारी से 1 करोड़ रुपए से ज्यादा अपने बैंक खाते में जमा कर चुका है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर इस शख्स ने कम सैलरी में ये कैसे कर दिखाया...
पीर नसीरुद्दीन नसीर की लिखी और नुसरत फ़तेह अली ख़ान की आवाज में मकबूल हुई ग़ज़ल 'वो भी अपने न हुए दिल भी गया हाथों से...', के बस कुछ शे'र को गाते शख्स की 38 सेकेंड की इंस्टाग्राम रील एक ऐसे इंसान की कहानी सामने लाई, जिसने IIT से बी.टेक करने के बाद देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली IAS की नौकरी पाई और उसे छोड़ भी दिया. और अब म्यूजिक के पैशन को अपना फुलटाइम काम बना दिया है. आजतक डिजिटल से उस शख्स कशिश मित्तल ने अपनी पूरी कहानी शेयर की.
पीर नसीरुद्दीन नसीर की लिखी और नुसरत फतेह अली खान की आवाज में मकबूल हुई गजल 'वो भी अपने न हुए दिल भी गया हाथों से...', के बस कुछ शे'र की 38 सेकेंड वाली इंस्टाग्राम रील एक ऐसे इंसान की कहानी सामने लाई, जिसने IIT से बी.टेक करने के बाद देश की सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने वाली IAS की नौकरी पाई और उसे छोड़ भी दिया. और अब म्यूजिक के पैशन को अपना फुलटाइम काम बना दिया.
ये उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा, जो दिनभर व्हीलचेयर पर निर्भर रहते हैं. व्हीलचेयर यूजर श्रुति ने इसकी तारीफ करते हुए कह कि इस व्हीलचेयर की सबसे खास बात है कि इसे चलाना और ले जाना बेहद आसान है. इसका हल्का वजन जिंदगी को बहुत सरल बनाता है.
ये कहानी सिर्फ सफलता की नहीं, बल्कि मां की मेहनत, भाई के त्याग और एक लड़के के अटूट संकल्प की है. मोनू का घर छोटा सा है, जहां वो अपनी मां कलावती बाई और बड़े भाई अजय मीणा के साथ रहते हैं. मां मनरेगा और खेतों में मजदूरी कर बच्चों को पढ़ाती हैं.
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की मानसी पाठक को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर से डॉक्टरेट (पीएचडी ) की उपाधि प्रदान की गई है. मानसी को यह उपाधि ग्रामीण वायु प्रदूषण पर देश का पहला बड़ा शोध करने पर मिली है.
इंडिया में हर 50वां ट्रांसप्लांट अब स्वैप ट्रांसप्लांट के जरिए हो रहा है. एक साल में किडनी-लिवर अदला-बदली से 2100 से ज्यादा जानें बचाई जा चुकी हैं. जानिए- क्या है ये नया मॉडल जिससे बच रहीं जिंदगियां...