महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने बताया कि मलबे से 5 लोगों को निकाल लिया गया है और इन्हें अस्पताल ले जाया गया है. इस बिल्डिंग को बीएमसी का नोटिस दिया गया था, उसके बावजूद इसे खाली नहीं किया गया था.
सवाल ये है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आने वाले दिनों में और क्या नाटकीय मोड़ देखने को मिलने वाले हैं? उद्धव गुट, शिंदे गुट के पास क्या विकल्प खुले हैं, राज्यपाल क्या कर सकते हैं?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने शिवसेना को बड़ा झटका दिया है. अगर सच में शिंदे गुट के साथ 39 विधायक हैं तो उद्धव ठाकरे के सामने फ्लोर टेस्ट की चुनौती कभी भी खड़ी हो सकती है. हालांकि न तो शिंदे गुट और न ही बीजेपी फ्लोट टेस्ट की मांग को लेकर राज्यपाल के पास जाने को तैयार दिख रहे हैं.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी सीधे खुद राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट की मांग करने के लिए नहीं जाएगी. खबर ये आजतक को मिली है कि महाविकास आघाड़ी को समर्थन देने वाली कोई छोटी पार्टी राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग रखेगी. क्योंकि उद्धव सरकार के पास बहुमत अभी नहीं है. एक विकल्प ये भी दावा हो रहा है कि राज्यपाल खुद संज्ञान लेकर फ्लोर टेस्ट के लिए कहें. इस बीच खबर है कि बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को मुंबई या आसपास ही रहने को कहा है ताकि फ्लोर टेस्ट की नौबत आने पर सभी विधायक मौजूद रहें.
Mumbai News: मुंबई के पनवेल एरिया में एक बंगले में अचानक आग लग गई. आग की लपटों के बीच से एक पिता ने अपने तीन बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन जब दोबारा अपना लैपटॉप और अन्य दस्तावेज लेने गया तो आग में फंस गया. गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.
बागी विधायकों के वकील ने नबाम रेबिया बनाम डिप्टी स्पीकर, अरुणाचल प्रदेश विधानसभा मामले में 2016 के SC के फैसले का जिक्र किया, जिसमें सदन को बुलाने की शक्ति और राज्यपाल के अधिकार के बारे में बात की गई थी. वहीं महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश ने 1992 के SC के किहोतो होलोहन बनाम ज़ाचिल्हू और अन्य के फैसले का जिक्र किया, जिसमें 10वीं अनुसूची के तहत अध्यक्ष के व्यापक विवेक को बरकरार रखा था.
Sangli News: महाराष्ट्र के सांगली जिले में 9 लोगों की मौत का मामला सामने आने के बाद कर्ज की वजह से सुसाइड करने की बात सामने आई थी. अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस का कहना है कि यह केस सुसाइड का नहीं था, बल्कि गुप्त धन के लालच में जहर देकर हत्या की गई थी.
महाराष्ट्र संकट के बीच सवाल ये उठता है कि आखिर डिप्टी स्पीकर के संवैधानिक अधिकार क्या होते हैं? क्या डिप्टी स्पीकर किसी विधायक को अयोग्य घोषित कर सकता है?
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच एकनाथ शिंदे के गांववालों को उम्मीद है कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. दरे गांव के लोग कहते हैं कि एकनाथ शिंदे ने ही यहां का विकास कराया है. हम गांव वाले उनके समर्थन में खड़े हैं.
महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल के बीच सूत्रों का कहना है कि यहां पर राज्यपाल किसी भी समय फ्लोर टेस्ट की बात कह सकते हैं. इस बीच खबर सामने आई है कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के 2 बार इस्तीफा देना चाहते थे, लेकिन शरद पवार ने उन्हें रोक लिया.
Sanjay Raut on ED Summon: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना सांसद संजय राउत को समन भेजा है. राउत को कल पूछताछ के लिए बुलाया है. बताया जा रहा है कि संजय राउत को ये समन प्रवीण राउत और पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मामले में भेजा गया. उधर, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संजय राउत को समन भेजने को लेकर ईडी पर निशाना साधा है. इस मुद्दे पर आजतक से बातचीत में संजय राउत ने कहा है कि मुझे मालूम है इसके निर्देश कहां से आते हैं, उन्होंने आगे कहा कि मुझे गिरफ्तार करो, मैं यहां शिवसेना भवन में बैठा हूं. अगर मुझे शिवसैनिकों के लिए बलिदान होना है, तो हो जाऊंगा. इसमें कौन सी बड़ी बात है. देखें ये वीडियो.
सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट को बड़ी राहत दी है. कोर्ट ने शिंदे की अर्जी पर महाराष्ट्र सरकार, डिप्टी स्पीकर, महाराष्ट्र पुलिस, और अजय चौधरी को नोटिस जारी किया है. बागी विधायक 3 दिन में अपना पक्ष रखेंगे. शिंदे गुट के वकील एनके कौल ने बहस की शुरुआत की थी. कौल ने सीधे सुप्रीम कोर्ट में आने और उद्धव सरकार के अल्पमत में होने पर दलील रखी. विधायकों को जान का खतरा भी बताया. वहीं, उद्धव सरकार के वकील सिंघवी ने सीधे सुप्रीम कोर्ट में आने पर सवाल किया तो कोर्ट ने मामले को अलग बताया. अंजना ओम कश्यप के साथ देखिए ये कवरेज.
Raut on Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के बागी विधायक एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने लगभग सभी पक्षों को नोटिस दे दिया. इस नोटिस का जवाब सभी पक्षों को पांच दिनों के अंदर देना है. फिर मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी. शिंदे गुट को सुप्रीम कोर्ट से फोरी तौर पर राहत मिल गई है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखे और सभी 39 विधायकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए और सभी 39 विधायकों को सुरक्षा दे महाराष्ट्र सरकार. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हमारे लिए सुप्रीम कोर्ट भगवान है, लेकिन महाराष्ट्र में जनता की भावनाएं अलग हैं. 11 जुलाई के बाद बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने कहा कि मुझे गिरफ्तार करो, मैं यहां शिवसेना भवन में बैठा हूं. अगर मुझे शिवसैनिकों के लिए बलिदान होना है, तो हो जाऊंगा. इसमें कौन सी बड़ी बात है. देखें ये वीडियो.
Aaditya Thackeray on SC Verdict: महाराष्ट्र में जारी सियासी जंग ने आज सुप्रीम कोर्ट में अलग रंग ले लिया. यहां डिप्टी स्पीकर को झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की याचिका पर डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को नोटिस थमाया दिया. उनसे पूछा गया कि जब बागी विधायकों ने उनके खिलाफ अविश्वास का नोटिस दिया था, तो उसे डिप्टी स्पीकर ने बिना सदन में रखे कैसे खारिज कर दिया? मतलब वह अपने खिलाफ आए नोटिस में खुद ही जज कैसे बन गए? अब इस मामले पर अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी. वहीं, इस फैसले के बाद, आदित्य ठाकरे ने गुवाहाटी में बैठे बागी विधायकों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सामने आएं और आंख में आंख डालकर हमसे बात करें. यह राजनीति नहीं सर्कस बन गया है. यह बागी नहीं भगोड़े हैं. जो भागकर जाते हैं, वे कभी जीतते नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कुछ विधायक हमारे साथ हैं. देखें ये वीडियो.
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र संकट के बीच लगातार दूसरे दिन आदित्य ठाकरे का बयान आया है, उन्होंने रविवार को बागी विधायकों पर जमकर निशाना साधा था तो वहीं सोमवार को कहा कि लौटने वाले विधायकों का स्वागत है.
Maharashtra: शिवसेना सांसद संजय राउत को ED ने जमीन घोटाले से जुड़े एक मामले में समन भेजा है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संजय राउत कल ईडी के सामने पेश नहीं होंगे.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम का मामला आज सुप्रीम कोर्ट में है. वहीं महाराष्ट्र में सड़कों पर भी शिवसैनिकों और शिंदे समर्थकों की जंग देखने को मिल रही है. ठाणे में आज बड़ी संख्या में शिंदे समर्थक सड़क पर उतरे और शिवसेना से बागी हुए नेताओं में समर्थन में प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के समर्थक ठाणे में उनके समर्थन में उनके आवास पर एकत्रित हुए. सुप्रीम कोर्ट आज महाराष्ट्र के बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुनवाई है. देखें ये वीडियो.
महाराष्ट्र संकट के बीच संजय राउत ने एक बार फिर एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि शिंदे को एनसीपी के साथ सरकार में तब दिक्कत नहीं थी जब उन्हें बड़े मंत्रालय दिए गए. इन्हें अगर सीएम बनाते तो खुश रहते.
शिंदे गुट को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है. कोर्ट ने फिलहाल 11 जुलाई तक डिप्टी स्पीकर के उस नोटिस पर रोक लगा दी है, जो उन्होंने बागी विधायकों को जारी की थी. यानी 11 जुलाई तक इन विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराया जा सकेगा. कोर्ट के इस आदेश के बाद शिंदे गुट को MVA सरकार को घेरने का और वक्त मिल गया है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में जारी सियासी जंग का मामला आज सुप्रीम कोर्ट में है वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में सड़कों पर भी शिवसैनिकों और शिंदे समर्थकों की जंग देखने को मिल रही है. ठाणे में आज बड़ी संख्या में शिंदे समर्थक सड़क पर उतरे और शिवसेना से बागी हुए नेताओं में समर्थन में प्रदर्शन किया. वहीं, सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में एकनाथ शिंदे ने लिखा है कि महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन ने सदन में बहुमत खो दिया है क्योंकि शिवसेना विधायक दल के 38 सदस्यों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है और इस तरह सदन में बहुमत से नीचे आ गया है. बागी मंत्रियों पर सीएम उद्धव ठाकरे ने बड़ी कार्रवाई की है. महाराष्ट्र में बागी मंत्रियों के विभाग दूसरे मंत्रियों को दिए गए हैं, जिसमें एकनाथ शिंदे का विभाग सुभाष देसाई को सौंप दिया गया है. पूरी जानकारी के लिए देखें ये एपिसोड.
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो गई है. ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत को समन भेजा है. राउत को कल यानी मंगलवार को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है.