महीनों से स्पेस में फंसी सुनीता विलियम्स को वापस लाने में नासा के साथ एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने भी खूब काम किया. अब मस्क पूरी तरह से मिशन मार्स पर ध्यान दे सकते हैं. वे काफी समय से मंगल पर इंसानी बस्ती की बात करते रहे, और इसके लिए एक टर्म भी इस्तेमाल करते हैं- टाइप 1 सिविलाइजेशन. हम अभी टाइप जीरो पर ही हैं.
नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर आखिरकार धरती पर लौट आए हैं. इस लंबे मिशन के दौरान उनके शरीर में कई बदलाव आए हैं, जो किसी भी अंतरिक्ष यात्री के लिए सामान्य हैं. देखें.
अंतरिक्ष में इतना लंबा समय बिताने के बाद उनके स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि आखिर अंतरिक्ष से वापसी के बाद सुनीता विलियम्स को कौन-कौन सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. देखें.
अमेरिका के फ्लोरिडा के पास समुद्र में सुनीता विलियम्स समेत चार अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित लैंडिंग हुई. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी तक की यात्रा 17 घंटे में पूरी की. वायुमंडल में प्रवेश के दौरान कैप्सूल का तापमान 1927 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. देखें.
मानसिक तौर पर आप जितने चाहें मजबूत हों लेकिन बिना गुरुत्वाकर्षण के शरीर कई ऐसी बीमारियों से घिर जाता है जिनसे उबरने में काफी वक्त लगता है. इन 9 महीनों के दौरान सुनीता विलियम्स की कई तस्वीरों में साफ तौर पर उनकी शारीरिक कमजोरी दिखी है. अब जब उनकी वापसी हो गई है तो नासा की प्राथमिकता सुनीता समेत बाकी अंतरिक्ष यात्रियों की रिकवरी की होगी.
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स नौ महीने बाद अंतरिक्ष से सफलतापूर्वक लौट आई हैं. उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल है. गांव में अखंड ज्योति जलाई गई थी जो अब विसर्जित की जाएगी. शोभायात्रा निकाली जाएगी और यज्ञ किया जाएगा. सुनीता की सफल वापसी विज्ञान की जीत और विश्वास की ताकत दोनों को दर्शाती है. देखें.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने इतिहास रच दिया. ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से सुनीता समेत चार अंतरिक्ष यात्री धरती पर लौटे. फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में सॉफ्ट लैंडिंग हुई. स्पेसक्राफ्ट से निकलते समय सुनीता के चेहरे पर मुस्कुराहट थी. 17 घंटे का सफर पूरा करके अंतरिक्ष यात्री धरती पर पहुंचे. देखें.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद सफलतापूर्वक धरती पर वापसी की. मेहसाणा के जूलासन गांव में उनकी वापसी पर जश्न मनाया गया. सुनीता के चेहरे पर मुस्कान और जोश देखकर पूरा देश गौरवान्वित हुआ. देखें.
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद अंतरिक्ष से सुरक्षित लौट आई हैं. फ्लोरिडा के समुद्र में ड्रैगन कैप्सूल की लैंडिंग हुई. सुनीता के पैतृक गांव झूलासन में खुशी का माहौल है. गांव में पूजा-अर्चना और यज्ञ किए गए. सुनीता की वापसी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क ने भी प्रतिक्रिया दी है. देखें.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिनों के अंतरिक्ष मिशन के बाद सुरक्षित धरती पर लौट आई हैं. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में लैंडिंग की गई. सुनीता के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी थे. लैंडिंग के बाद सुनीता ने मुस्कुराते हुए हाथ हिलाकर अभिवादन किया. देखें.
नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स 9 महीने अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद सुरक्षित धरती पर लौट आई हैं. तकनीकी खराबी के चलते 8 दिन का मिशन लंबा हो गया, लेकिन उनके धैर्य और आस्था ने उन्हें मजबूत बनाए रखा. जानें, कैसे भगवद्गीता और भगवान गणेश की मूर्ति बनीं उनका सहारा.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिन बाद अंतरिक्ष से धरती पर लौट आई हैं. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर वे फ्लोरिडा के तट पर उतरीं. उनकी सुरक्षित वापसी पर पूरे देश में खुशी का माहौल है. खासकर गुजरात के मेहसाणा जिले के झुलासन गांव में, जो उनका पैतृक गांव है. देखें.
स्पेस में करीब 9 महीने बिताने के बाद सुनीता विलियम्स धरती पर लौट आई हैं जब उन्हें लेकर आने वाले कैप्सूल ड्रैगन ने फ्लोरिडा के पास समंदर में लैंडिंग की तो ये पल देखने लायक था
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में ये जानकारी दी है कि सरकार की योजना में भारत नाम से अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की है. उन्होंने ये भी कहा है कि 2040 में चांद पर भारतीय मूल का व्यक्ति कदम रखेगा.
अंतरिक्ष में इतना लंबा समय बिताने के बाद उनके स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि आखिर अंतरिक्ष से वापसी के बाद सुनीता विलियम्स को कौन-कौन सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने के लंबे मिशन के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से धरती पर लौट आई हैं. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर सुनीता और उनके तीन साथी अंतरिक्ष यात्रियों ने फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित लैंडिंग की.
सुनीता विलियम्स और बुच बिल्मर पिछले साल जून में आठ दिनों के मिशन पर अंतरिक्ष पहुंचे थे. लेकिन तकनीकी समस्याओं के चलते उन्हें 9 महीने का वक्त वहां गुजारना पड़ा. 5 जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल के जरिए उन्हें अंतरिक्ष में भेजा गया था. विल्मर और विलियम्स ने अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए, जो कि मूल रूप से निर्धारित समय से 278 दिन अधिक था.
सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद अंतरिक्ष से धरती पर लौट आई हैं. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने फ्लोरिडा के तट पर सफलतापूर्वक स्प्लैशडाउन किया. सुनीता के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी वापस आए. नासा ने इस सफल वापसी की पुष्टि की है. देखें सुनीता विलियम्स के स्पेस से रवानगी से लेकर समंदर में लैंडिंग तक का वीडियो.
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की 9 महीने बाद धरती पर सफल वापसी हुई है. इसको लेकर नासा से लेकर भारत में सुनीता विलियम्स के गांव तक खुशियां मनाई जा रही हैं. सवाल है कि क्या भारत को भी स्पेस सेक्टर में आक्रामक रवैया दिखाने की जरूरत है? देखें इसपर एक्सपर्ट ने क्या कहा?
स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन की बुधवार तड़के फ्लोरिडा के समंदर में सफल लैंडिंग हुई. इसके बाद एक-एक कर चारों अंतरिक्षयात्रियों को सकुशल बाहर निकाला गया. इस तरह अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने के बाद सुनीता विलियम्स और उनके साथियों ने धरती की ताजा हवा में एक बार फिर सांस ली.
नासा ने बताया कि क्रू-9 की सफल वापसी हुई है. ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में उतरा. अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित लौट आए हैं. सबकुछ प्लानिंग के मुताबिक हुआ. ये मिशन कामयाब रहा है. शानदार तरीके से लैंडिंग हुई. देखें सुनीता विलियम्स की वापसी पर नासा की प्रेस कॉन्फ्रेंस.