एलॉन मस्क के मिशन मंगल को बड़ा झटका लगा है. स्पेसएक्स के टेस्टिंग साइट पर शिप 36 एक महत्वपूर्ण स्टैटिक फायर टेस्ट की तैयारी के दौरान टेस्टिंग साइट जोरदार विस्फोट हो गया. स्पेसएक्स ने बयान में कहा, 'पूरे ऑपरेशन के दौरान परीक्षण साइट के चारों ओर एक सुरक्षित क्षेत्र बनाया गया था और सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं.
इंडोनेशिया के लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी में 17 जून 2025 को विस्फोट हुआ, जिससे 11 किमी ऊंचा राख का बादल उठा.जियोलॉजी एजेंसी ने हाई अलर्ट जारी किया. लावा बहने की चेतावनी दी. बाली की कई उड़ानें रद्द हुईं. पैसिफिक रिंग ऑफ फायर पर स्थित यह ज्वालामुखी खतरनाक है.
होंडा ने 17 जून 2025 को अपने पहले रियूजेबल रॉकेट का सफल परीक्षण किया. 6.3 मीटर लंबा रॉकेट 271.4 मीटर ऊंचाई तक गया. 37 सेंटीमीटर की सटीकता से लैंड किया. यह होंडा की अंतरिक्ष अनुसंधान में पहली बड़ी उपलब्धि है. कंपनी का लक्ष्य 2029 तक सबऑर्बिटल उड़ान है, जो सैटेलाइट लॉन्च और डेटा सेवाओं में क्रांति ला सकता है.
ISRO, पोलैंड और हंगरी की टीमें Axiom-4 मिशन के लिए तैयार हैं. SpaceX की Falcon 9 और Crew Dragon की मरम्मत के बाद 22 जून 2025 को लॉन्च हो सकता है. शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्री ISS पर 14 दिन तक वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे.
टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च में सामने आया है कि इंसान की उम्र औसतन 44 और 60 साल पर तेजी से बढ़ती है. जानें क्यों इन दो उम्रों पर होता है बायोलॉजिकल बदलाव और कैसे बचा जा सकता है.
सेंट्रीफ्यूज (Centrifuges) ऐसी मशीनें हैं जो उच्च गति से घूमकर यूरेनियम को अलग करती है. अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के चीफ राफेल ग्रॉसी ने कहा कि शुक्रवार को नतांज पर हुए हमले ने पायलट ईंधन संवर्धन संयंत्र (पीएफईपी) के ऊपरी हिस्से को नष्ट कर दिया, जहां सेंट्रीफ्यूज के कैस्केड 60% शुद्धता तक रिफाइन यूरेनियम का उत्पादन कर रहे थे.
भविष्य के युद्धों में भारत के सैनिक क्या बात कर रहे हैं वो दुश्मनों को पता ही नहीं चलेगा. DRDO-IIT ने बनाया ऐसा अभेद्य क्वांटम कम्यूनिकेशन सिस्टम जिसे न जाम किया जा सकेगा. न हैकिंग हो सकेगी. न ही जासूसी संभव है. ये क्वांटम एनटैंगलमेंट आधारित फ्री-स्पेस QKD तकनीक पर आधारित है.
नासा के मंगल ओडिसी ऑर्बिटर ने 2 मई 2025 को अर्सिया मोंस ज्वालामुखी को बादलों से ऊपर उभरते हुए कैप्चर किया. यह 19.31 किलोमीटर ऊंचा है. यह धरती के सबसे ऊंचे पर्वत, माउंट एवरेस्ट से दोगुना ऊंचा है. तस्वीर 6 जून, 2025 को साझा की गई. यह तस्वीर मंगल के वातावरण और भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है.
ISRO, Axiom Space और SpaceX की मेहनत से Ax-04 मिशन फिर पटरी पर आ गया है. 19 जून 2025 को होने वाला यह लॉन्च न केवल वैज्ञानिक उपलब्धि होगी, बल्कि भारत के लिए भी गर्व का पल होगा. Zvezda मॉड्यूल की जांच जारी है, लेकिन सुरक्षा के साथ मिशन को आगे बढ़ाया जा रहा है.
इज़राइल के हमले में ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक- अब्दुल हमीद मिनोउचहर, अहमदरज़ा ज़ोल्फ़ाघारी, सैयद अमीरहोसेन फेक्ही, मोत्लाबीज़ादेह, मोहम्मद मेहदी तहरेनची और फेरेदून अब्बासी मारे गए. ये नतांज और परमाणु कार्यक्रम के विशेषज्ञ थे. उनकी मौत से ईरान का परमाणु सपना 1-2 साल पीछे जा चुका है.
बोइंग विमानों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. कर्मचारी खुद इनमें यात्रा से बचते हैं, क्योंकि फ्यूजलेज में खामियां पाई गईं. अहमदाबाद हादसे और DGCA की एयर इंडिया पर कार्रवाई ने चिंता बढ़ाई. रखरखाव और ट्रेनिंग में सुधार जरूरी, वरना यात्रियों का भरोसा और कमजोर होगा.
Axiom Mission 4 की लॉन्च डेट पर NASA ने दी जानकारी. शुभांशु शुक्ला जून के अंत या जुलाई में जा सकते हैं ISS. जानिए देरी की वजहें और मिशन की खास बातें.
अहमदाबाद से लंदन जा रहा विमान टेकऑफ के बाद क्रैश हो गया. ये एक बोईंग-787 ड्रीमलाइनर विमान है. जिसे लंबी दूरी के लिए कई एविएशन कंपनियां इस्तेमाल करती हैं. 787 ड्रीमलाइनर एक नई और एडवांस्ड एयरक्राफ्ट थी, जो लॉन्ग-हॉल फ्लाइट्स के लिए बहुत पॉपुलर मानी जाती है.
दिल्ली-एनसीआर का मौसम एक्सट्रीम होने की मुख्य वजह जलवायु परिवर्तन, शहरीकरण और मॉनसूनी गतिविधियां हैं. प्रचंड गर्मी, डुबाने वाली बारिश और कड़कड़ाती सर्दी से निपटने के लिए हमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने, हरियाली बढ़ाने और बेहतर ड्रेनेज सिस्टम बनाने की जरूरत है.
शुभांशु शुक्ला का एक्स-4 मिशन 30 जून तक या मिड-जुलाई में लॉन्च हो सकता है. नासा के डाना वैगल के अनुसार ISS पर ट्रैफिक और तकनीकी समस्याएं लॉन्च विंडो को प्रभावित कर रही हैं. मौसम और LOX लीकेज की वजह से देरी हुई. यह मिशन भारत की स्पेस टेक्नोलॉजी के लिए बड़ा कदम है.
Strawberry Moon 2025 आज 11 जून की शाम भारत में दिखाई देगा. जानिए इसका नाम कैसे पड़ा, कब और कहां दिखेगा स्ट्रॉबेरी मून?
भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन जाने वाले एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला अपने साथ आमरस, मूंग दाल का हलवा, गाजर का हलवा और चावल ले जाएंगे. जानिए उनके मिशन और फूड मेन्यू से जुड़ी खास जानकारी.
दिल्ली में तापमान 43.4°C लेकिन महसूस हुई 49°C गर्मी! जानें क्या होता है फील लाइक टेंपरेचर और इसका आपके स्वास्थ्य से क्या कनेक्शन?
दिल्ली-एनसीआर में 10 जून 2025 को फील लाइक टेंपरेचर 48.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि वास्तविक तापमान 43.4 डिग्री था. 70% आर्द्रता के कारण. फील लाइक टेंपरेचर हवा के तापमान, आर्द्रता और हवा की गति का संयुक्त प्रभाव है. ज्यादा आर्द्रता से पसीना वाष्पीकृत नहीं होता, गर्मी बढ़ जाती है. आईएमडी ने हीटवेव की चेतावनी दी है.
LOX (लिक्विड ऑक्सीजन) रॉकेट इंजनों के लिए जरूरी है, लेकिन लीकेज से लॉन्च डिले हो सकता है. एक्स-4 मिशन 11 जून 2025 को LOX लीकेज की वजह से टला. लीकेज तापमान, मैकेनिकल फेल्योर या कॉरोशन से हो सकता है. जुलाई 2024 में स्टारलिंक मिशन भी लीकेज से फेल हुआ था. इसका लीकेज खतरनाक होता है.
भारतीय अंतरिक्षयात्री सुभांशु को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले जाने वाला एकसियम स्पेस का मिशन एकसियम-4 एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है. आज शाम को लॉन्च होने वाला यह मिशन क्यों रोका गया? इसकी जानकारी इसरो (ISRO) ने एक्स पर ट्वीट करके दी.