पुतिन जिस विशेष विमान से भारत पहुंचे हैं. उस पर लाल रंग से मोटे अक्षरों में 'Россия' लिखा हुआ है. जब वह ट्रंप से मिलने अलास्का गए थे, तब भी उनके विमान पर यही शब्द लिखे हुए थे. ऐसे में जानते हैं आखिर इस शब्द का मतलब क्या होता है.
भारत के 100 रुपए रूस की करेंसी रूबल के मुकाबले कितने होते हैं. 4 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आ रहे हैं. ऐसे में चर्चा छिड़ी है कि भारतीय रुपए और रूसी करेंसी में कितना अंतर है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा एक एलीट सिक्योरिटी सर्विस के जिम्मे होती है. पुतिन के प्राइवेट बॉडीगार्ड्स को एक स्ट्रिक्ट प्रोसेस के बाद चुना जाता है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत आने वाले हैं. ऐसे में जब हर तरफ उनसे जुड़े नए-पुराने किस्सों पर चर्चा हो रही है. तब KGB का जिक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता. क्योंकि पुतिन खुद कभी केजीबी के लिए काम कर चुके हैं. ऐसे में जानते हैं केजीबी की पूरी कहानी.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में आ रही गिरावट का असर विदेशों में पढ़ाई कर रहे हजारों अभ्यर्थियों पर पड़ रहा है. रुपये में गिरावट की वजह से फीस बढ़ने और एजुकेशन लोन के व्याज में वृद्धि हो रही है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा काफी सख्त होती है. उनके बॉडीगार्ड्स के अलावा आसपास को फटक तक नहीं सकता. ऐसे में जानते हैं पुतिन की सिक्योरिटी में हमेशा तैनात रहने वाले उन बॉडीगार्ड्स के बारे में कुछ खास बातें, जो कम ही लोगों को पता होगी.
व्लादिमीर पुतिन ऐसे क्यों चलते हैं कि उनका एक हाथ एकदम नहीं हिलता है. इस पर काफी चर्चा होती रहती है. उन्हें स्ट्रोक या पार्किंसंस नहीं हुआ है, फिर भी चलते समय उनका दाहिना हाथ एकदम स्थिर रहता है. कई विशेषज्ञों ने जब इस पर गौर किया, तो पुतिन के इस हाथ को लेकर काफी चर्चा होने लगी. ऐसी ही चर्चा उनके बॉडी डबल को लेकर होती है. ऐसे में जानते हैं क्या है ऐसी चर्चाओं के पीछे का सच.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं. ऐसे में उनसे जुड़ी कई चीजें चर्चा में है. इसी बीच उनके स्मार्टफोन यूज नहीं करने और टेलीफोन बूथ साथ लेकर चलने, जैसी कई तरह की बातों की चर्चा हो रही है. चलिए जानते हैं कि क्या सच में पुतिन स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं? ऐसा करने के पीछे आखिर वजह क्या है.
रूस और चीन अच्छे दोस्त समझे जाते हैं. आज भी दोनों के संबंध काफी अच्छे हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी आया, जब ये रिश्ता बिगड़ गया था. दोनों के बीच युद्ध शुरू हो चुका था. काफी मुश्किल से हालात संभले और लंबे समय तक तनातनी बनी रही. यह कहानी है सिनो-सोवियत बॉर्डर विवाद की, जिसने दोनों दोस्तों के बीच बना दिए थे युद्ध जैसे हालात.
Communism in Russia: व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं और रूस की काफी चर्चा हो रही है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर कम्युनिस्ट के इस गढ़ रूस में किस विचारधारा के लोग हैं...
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं. पुतिन के भारत दौरे के अनाउंस के बाद से ही उनके 4 लेयर सुरक्षा घेरा की चर्चा तेज हो गई है. न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन की एलीट सिक्योरिटी सर्विस को लेकर बियॉन्ड रशिया नाम की वेबसाइट ने खुलासा किया था.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं. वो हमेशा 4 लेयर की सिक्योरिटी सर्किल में ही बाहर निकलते हैं. ऐसे में जानते हैं क्या है उनका 4 लेयर सुरक्षा घेरा और कैसी होती है उनकी सिक्योरिटी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं. अगर पिछले 10 साल के दौरान पुतिन के भारत दौरे का पैटर्न देखा जाए, तो ये हमेशा साल के अंत में ही भारत आए हैं
पिछले कुछ सालों का रिकॉर्ड देखा जाए तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन अक्सर दिसंबर महीने में भी ही भारत आए हैं. आखिर भारत आने के लिए साल के अंतिम महीने को ही क्यों चुनते हैं? क्या इसके पीछे भारत का मौसम और तापमान एक वजह है या कुछ और.
पाकिस्तान में इमरान खान को लेकर बवाल मचा हुआ है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अगर उनके समर्थकों का गुस्सा फूटा तो आसिम मुनीर संभाल पाएंगे. आखिर इसके पीछे वजह क्या है? क्या इमरान का बैकग्राउंड क्या है, वो किस बिरादरी या कबीले से आते हैं, ये जानना काफी दिलचस्प होगा.
व्लादिमीर पुतिन दुनिया के शक्तिशाली राष्ट्राध्यक्षों में एक हैं. उनकी सिक्योरिटी इतनी सख्त होती है कि उनके आसपास कोई भटक नहीं सकता है. सिर्फ कुछ ही लोग हैं जो उनके करीब होते हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब अपने देश से बाहर जाते हैं, तो अपने साथ कई चीजें लेकर चलते हैं, जो उनकी सुरक्षा से जुड़ी होती है. इस सप्ताह वह भारत आने वाले हैं. ऐसे में जानते हैं कि दूसरे देशों के दौरे पर वो अपने साथ-साथ क्या लेकर आते हैं और इसकी क्या जरूरत होती है?
SIR Form भरते समय सावधान रहें. दो जगह वोटर लिस्ट में नाम या गलत जानकारी देना अपराध है. गलती पर एक साल जेल या जुर्माना तक हो सकता है.
संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सांसद अक्सर अपनी स्थायी या प्रवर समितियों की बैठकों में हिस्सा लेते हैं. कुछ सांसद संसद भवन के भीतर बने चेंबर या लाइब्रेरी में जाकर स्टडी करते हैं और नोट्स बनाते है.
अभी देशभर में वोटर लिस्ट का SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) हो रहा है. ऐसे में मतदाताओं को कई सावधानियां बरतने की जरूरत है. वरना एक गलती आपको जेल पहुंचा सकती है. ऐसे में जानते हैं आखिर वो कौन सी गलती है जो हमें नहीं करनी है.
भगवान झूलेलाल सिंधी समुदाय के इष्ट देवता माने जाते हैं. उन्हें उदरोलाल, लाल साईं, झूलेलाल भगवान, और जलदेव के रूप में भी पूजा जाता है. सिंधी समाज का मानना है कि झूलेलाल ने सिंध में अत्याचारों से लोगों को बचाया था.