BJP
IND
BSP
JSP
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IND
IND
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IND
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Mohania (SC) Chunav Results Live: मोहनिया (एससी) निर्वाचन क्षेत्र का रिजल्ट घोषित, Sangita Kumari ने 18752 वोटों के अंतर से दर्ज की जीत
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मोहानिया, बिहार के कैमूर जिले में स्थित एक उपमंडलीय नगर है, जो जिला मुख्यालय भभुआ से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसके आसपास के प्रमुख नगरों में सासाराम तथा उत्तर प्रदेश के जमानिया और गाजीपुर शामिल हैं. बिहार की राजधानी पटना यहां से लगभग 180 किलोमीटर दूर है, जबकि उत्तर प्रदेश का प्रमुख शहर वाराणसी मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. दुर्गावती नदी इस नगर के पास बहती है, जो स्थानीय कृषि को समृद्ध बनाने में सहायक है. यहां की भौगोलिक बनावट अधिकतर समतल है, हालांकि कुछ क्षेत्रों में थोड़ी ऊंच-नीच भी देखने को मिलती है. यह क्षेत्र मुख्यतः अपनी कृषि समृद्धि के लिए जाना जाता है.
मोहानिया विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1957 में हुई थी और यह सीट तब से ही अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित रही है. यह क्षेत्र सासाराम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और इसमें कुदरा और मोहानिया दो सामुदायिक विकास खंड शामिल हैं.
1957 से अब तक इस विधानसभा क्षेत्र में 17 बार चुनाव हो चुके हैं. इस दौरान कई प्रमुख राजनीतिक दलों ने यहां जीत दर्ज की है जिनमें कांग्रेस, जनता पार्टी, जनता दल, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जनता दल (यूनाइटेड) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शामिल हैं. कांग्रेस ने यहाँ 5 बार जीत हासिल की है, जबकि प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, बीएसपी, जेडीयू, भाजपा और राजद ने 2-2 बार जीत दर्ज की है. जनता पार्टी और जनता दल ने यहाँ एक-एक बार जीत हासिल की है.
2020 विधानसभा चुनाव में राजद की संगीता कुमारी ने भाजपा के निरंजन राम को 12,054 वोटों से हराया था. वहीं, 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान मोहानिया विधानसभा खंड में कांग्रेस की जीत का अंतर 22,014 वोटों तक पहुंच गया, जिससे इस क्षेत्र में महागठबंधन की पकड़ और मजबूत हो गई.
जनगणना 2011 के अनुसार, मोहानिया की जनसंख्या 2,25,181 थी और जनसंख्या घनत्व 810 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था. यहां का लिंगानुपात 1,000 पुरुषों पर 912 महिलाएं था. साक्षरता दर कुल 59.78 प्रतिशत थी जिसमें पुरुष 67.84% और महिलाएं 50.95% हैं.
वहीं कुदरा की जनसंख्या 1,65,145 थी, जिसका घनत्व 787 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था. यहां का लिंगानुपात 911, और साक्षरता दर 59.83 प्रतिशत रही – पुरुषों में 67.37% और महिलाओं में 51.54%। ये दोनों खंड मिलकर लगभग 356 गांवों को समाहित करते हैं.
मोहानिया विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जातियों की भागीदारी सबसे अधिक है, जो कुल मतदाताओं का 24.67 प्रतिशत है. मुस्लिम मतदाता लगभग 8.3 प्रतिशत हैं. यह क्षेत्र मुख्यतः ग्रामीण है, जहां मात्र 1.72 प्रतिशत मतदाता शहरी हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में यहां 2,70,244 पंजीकृत मतदाता थे, जो 2024 लोकसभा चुनाव में बढ़कर 2,81,498 हो गए.
हाल के वर्षों में मोहानिया में मतदाताओं की जागरूकता में वृद्धि देखी गई है. 2015 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 56.6% था, जो 2019 लोकसभा चुनाव में बढ़कर 59.3% हो गया. 2020 विधानसभा चुनाव में यह 60.05% तक पहुंच गया.
भाजपा यहां फिर से अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है और इस धारणा को तोड़ना चाहती है कि मोहानिया में उसका प्रभाव घट रहा है. एनडीए गठबंधन पहले से अधिक एकजुट है और 2025 विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है. वहीं, राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन, जिसने 2020 विधानसभा और 2024 लोकसभा चुनाव में लगातार जीत दर्ज की है, अपने जनाधार को बनाए रखने की रणनीति में जुटा है.
(अजय झा)
Niranjan Ram
BJP
Suman Devi
RLSP
Nota
NOTA
Inderjeet Ram
RJLP(S)
Mukesh Kumar Raj
AZAP
Brajesh Kumar
IND
Sonu Kumar
PP
Rajesh Kumar Ram
NCP
Anil Kumar
ABAP
Bechan Ram
IND
Dulesh Ram
IND
Ashwini Kumar
IND
Dadan Ram
SP(L)
बिहार विधानसभा चुनाव की गूंज यूपी की सियासी जमीन पर भी सुनाई पड़ रही है. इसकी वजह यह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिहार में एनडीए को जिताने के लिए मशक्कत कर रहे थे तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महागठबंधन के लिए पूरी ताकत झोंक दी. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार का यूपी कनेक्शन क्या है?
इंडिया टुडे ने चुनाव आयोग के डेटा की गहराई से जांच की और पाया कि SIR और चुनाव नतीजों के बीच कोई सीधा या समझ में आने वाला पैटर्न दिखता ही नहीं. हर बार जब एक ट्रेंड बनता लगता है, तुरंत ही एक दूसरा आंकड़ा उसे तोड़ देता है. बिहार चुनाव में NDA ने 83% सीटें जीतीं, पर SIR से जुड़े नतीजे अलग कहानी कहते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में एक दिलचस्प पैटर्न सामने आया है. जहां सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से जीती गई पांचों सीटें NDA के खाते में गईं, वहीं बेहद कम मार्जिन वाली सीटों पर अलग-अलग दलों की जीत दर्ज हुई. चुनावी आंकड़े बताते हैं कि भारी अंतर वाली सीटों पर NDA का दबदबा स्पष्ट दिखा जबकि कम अंतर वाली सीटों पर मुकाबला बेहद करीबी रहा.
jamui result shreyasi singh: जमुई विधानसभा सीट से दूसरी बार श्रेयसी ने राजद के मोहम्मद शमसाद आलम को 54 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की हैं.
बिहार चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन बुरी तरह फ्लॉप रहा और RJD-कांग्रेस गठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया. इसकी बड़ी वजहें थीं- साथी दलों के बीच लगातार झगड़ा और भरोसे की कमी, तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाने का विवादास्पद फैसला, राहुल-तेजस्वी की कमजोर ट्यूनिंग और गांधी परिवार का फीका कैंपेन.
बिहार चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद महागठबंधन बुरी तरह पिछड़ गया और आरजेडी अपने इतिहास की बड़ी हारों में से एक झेल रही है. इससे तेजस्वी यादव के नेतृत्व, रणनीति और संगठन पर गंभीर सवाल उठे हैं.
बिहार चुनाव के नतीजों ने साबित कर दिया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' राजनीतिक तौर पर कोई असर नहीं छोड़ पाई. जिस-जिस रूट से यह यात्रा गुज़री, वहां महागठबंधन लगभग साफ हो गया और एनडीए ने भारी जीत दर्ज की. कांग्रेस का दावा था कि यात्रा वोट चोरी के खिलाफ थी, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह महागठबंधन की चुनावी जमीन मजबूत करने की कोशिश थी, जो पूरी तरह असफल रही.
बिहार चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर पार्टी के भीतर निराशा है. शशि थरूर ने 'गंभीर आत्मनिरीक्षण' की मांग की, जबकि अन्य नेताओं ने हार का कारण संगठन की कमजोरी, गलत टिकट वितरण और जमीनी हकीकत से कटे कुछ नेताओं को बताया.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटों पर AIMIM ने अपनी मजबूत उपस्थिति को जारी रखा है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बहादुरगंज, कोचा धामन, अमौर और बाबसी जैसी महत्वपूर्ण सीटों पर जनता ने AIMIM को दोबारा जीत दी है. अमौर सीट पर पार्टी के एकमात्र विधायक अख्तरुल इमान ने सफलता पाई जो जनता के भरोसे और पार्टी संगठन की कड़ी मेहनत का परिणाम है.
बिहार चुनाव में एनडीए की शानदार जीत पर चिराग पासवान ने अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि बिहार के लोगों ने सही समय पर सही फैसला लिया, और डबल इंजन सरकार ने विकास की राह को मजबूत किया. उन्होंने चुनावी रणनीति, गठबंधन की भूमिका और राजनीतिक चुनौतियों पर भी खुलकर बात की.