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Sasaram Vidhan Sabha Results Live: बिहार की सासाराम विधानसभा सीट पर RLM का दबदबा, RJD को हराया
Sasaram Vidhan Sabha Election Results Live: सासाराम विधानसभा सीट के नतीजे सामने आए, RLM ने RJD को दी शिकस्त
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Sasaram Vidhan Sabha Result Live: सासाराम में RLM कैंडिडेट Snehlata निकले सबसे आगे
सासाराम का उल्लेख भारतीय इतिहास के एक गौरवशाली, हालांकि संक्षिप्त, पांच वर्षीय दौर की यादें ताजा कर देता है. सोलहवीं शताब्दी में जब इसके शासक शेर शाह सूरी ने मुगल सम्राट हुमायूं को हराया, तब सासाराम सूर वंश की राजधानी बना और भारत पर शासन किया.
शेर शाह सूरी को उनकी सुधारवादी और जन-हितकारी प्रशासनिक नीतियों के लिए जाना जाता है. उन्होंने कर प्रणाली, डाक सेवाओं और ग्रैंड ट्रंक रोड (जीटी रोड) के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया, जो बंगाल से अफगानिस्तान के काबुल तक एक पक्की सड़क के रूप में बनाई गई थी.
आधुनिक समय में, सासाराम बिहार के रोहतास जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है, जिसे 1972 में शाहाबाद जिले से अलग कर बनाया गया था. उल्लेखनीय रूप से, सासाराम की साक्षरता दर 80.26 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 74 प्रतिशत से काफी अधिक है.
हालांकि, उच्च साक्षरता दर होने के बावजूद, सासाराम विधानसभा क्षेत्र बिहार की कुख्यात जाति-आधारित मतदान प्रवृत्तियों से अछूता नहीं रहा है. सामान्य निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद, 1980 से 2015 के बीच 45 वर्षों तक यहाँ केवल कुशवाहा समुदाय के नेताओं को ही चुना गया, और उपविजेता भी अक्सर इसी जाति से रहे.
यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि मतदाता किसी विशेष राजनीतिक दल या विचारधारा के बजाय जाति के प्रति अधिक निष्ठावान हैं. 1957 में अपनी स्थापना के बाद से, इस निर्वाचन क्षेत्र में 17 विधानसभा चुनाव हुए हैं. इनमें समाजवादी दलों ने विभिन्न नामों से 10 बार जीत दर्ज की, भाजपा ने 5 बार और कांग्रेस ने 2 बार विजय प्राप्त की.
अपने स्वर्णिम काल में भी सासाराम कभी कांग्रेस का गढ़ नहीं रहा. हाल के वर्षों में यह भाजपा और राजद के बीच मुकाबले का केंद्र बन गया है. भाजपा की लगातार तीन जीतों के बाद, राजद ने इस सीट पर दो बार जीत दर्ज की, जिससे भाजपा को 2020 के चुनाव में यह सीट अपने सहयोगी जदयू को सौंपनी पड़ी. जदयू के उम्मीदवार अशोक कुमार, राजद के उम्मीदवार राजेश कुमार गुप्ता से 26,423 मतों के बड़े अंतर से हार गए, जिससे इस क्षेत्र में राजद के वर्चस्व की पुष्टि हुई. यहां तक कि जब भाजपा ने जीत हासिल की, तब भी उसकी जीत का अंतर राजद की जीत की तुलना में कम रहा.
2020 में जदयू के निराशाजनक प्रदर्शन से यह संकेत मिलता है कि भाजपा इस बार अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारकर सीधे राजद को टक्कर दे सकती है और उसकी संभावित जीत की हैट्रिक को रोकने का प्रयास कर सकती है. यह संभावना इसलिए भी मजबूत होती है क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने इस विधानसभा क्षेत्र में राजद पर बढ़त हासिल की थी.
सासाराम विधानसभा क्षेत्र सासाराम लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यह लोकसभा सीट छह विधानसभा क्षेत्रों से मिलकर बनी है- जिनमें से तीन सासाराम जिले में और तीन कैमूर जिले में स्थित हैं.
अनुसूचित जाति और मुस्लिम समुदाय के मतदाता, जो क्रमशः 17.55 और 15.20 प्रतिशत मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, सासाराम विधानसभा क्षेत्र के चुनावी नतीजों को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं.
सासाराम एक ग्रामीण बहुल निर्वाचन क्षेत्र है, जहां लगभग दो-तिहाई लगभग 66.70 फिसदी मतदाता ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, जबकि शहरी मतदाताओं की संख्या मात्र 33.31 फिसदी है.
1 जनवरी 2024 तक, सासाराम विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,57,849 मतदाता थे. चुनाव आयोग द्वारा इस वर्ष की अपडेटेड मतदाता सूची जारी किए जाने के बाद इस संख्या में कुछ परिवर्तन देख सकता है.
(अजय झा)
Ashok Kumar
JD(U)
Rameshwar Prasad
LJP
Muneshwar Gupta
IND
Deen Dayal Singh
IND
Satyanand Kumar
IND
Amla Tripathi
IND
Uday Amar Singh
IND
Ashutosh Singh
NCP
Nota
NOTA
Rajiv Ranjan Kumar
BSLP
Ajay Kumar Singh
SYVP
Yamuna Choudhary
AIMF
Satyendra Kumar Satya
IND
Badal Kumar
BMP
Ram Sagar Diwedy
IND
Laxmi Devi
PSS
Urmila Kunwar
IND
Jagtendu Kumar
RSSD
Arvind Singh
RSMD
Arun Kumar
HSJP
बिहार एग्जिट पोल पर बात करते हुए कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने बड़ा दावा कर दिया. उन्होनें कहा कि महागठबंधन सरकार बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है और तेजस्वी यादव राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनने वाले हैं.
बिहार में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन गृहमंत्री अमित शाह ने सासाराम की रैली में विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने दावा किया कि पहले चरण के मतदान के बाद ही लालू यादव की पार्टी का सफाया हो गया है. अमित शाह ने कहा, ‘मैं आज सासाराम की भूमि पर से कहकर जाता हूं, बिहार और देश से एक-एक घुसपैठिये को चुन चुन कर हम निकालने का काम करेंगे’.
बिहार के सासाराम में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी और लालू प्रसाद यादव पर घुसपैठियों को बचाने का आरोप लगाया. शाह ने कहा, 'ये लालू के बेटे और राहुल को जो करना है वो करने दो, मैं आज सासाराम की भूमि पर से कहकर जाता हूं, बिहार और देश से एक-एक घुसपैठिये को चुन-चुनकर हम निकालने का काम करेंगे'.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिहार चुनाव प्रचार में INDIA गठबंधन को "रामद्रोही" बताया और आरोप लगाया कि वे केवल जंगलराज ला सकते हैं. उन्होंने NDA गठबंधन (जिसमें पांच दल शामिल हैं) की तुलना "पांडवों" से की, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे रामद्रोहियों को हराएंगे. उन्होंने 1990 की अयोध्या गोलीबारी और राम के अस्तित्व पर कांग्रेस के पुराने हलफनामे का मुद्दा भी उठाया.
बिहार की सियासत में उस वक्त हलचल मच गई जब सासाराम से RJD प्रत्याशी सत्येंद्र शाह को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी 21 साल पुराने, 2004 के एक डकैती के मामले में हुई है, जिसमें गढ़वा कोर्ट द्वारा उनके खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया गया था. चुनाव के चलते झारखंड पुलिस की इस कार्यवाई की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं.
सासाराम विधानसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार की गिरफ्तारी के बाद चुनाव प्रचार की कमान उनकी बुजुर्ग मां और पत्नी ने संभाल ली है. दोनों सास-बहू साथ-साथ प्रचार के लिए निकल रही हैं, घर-घर जाकर सत्येंद्र साह के पक्ष में मतदान की अपील कर रही हैं,
बिहार चुनाव के बीच सासाराम में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, जहां आरजेडी प्रत्याशी सत्येंद्र साह को झारखंड पुलिस ने नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई 21 साल पुराने डकैती के एक मामले में की गई है, जिसको लेकर आरजेडी समर्थकों में भारी आक्रोश है. सत्येंद्र साह ने इस कार्रवाई को विरोधियों की साजिश बताते हुए सवाल किया, ‘2004 के केस में नामांकन के दौरान ही एक्शन क्यों हुआ?’.
सासाराम से राजद उम्मीदवार सत्येंद्र साह को नामांकन के बाद झारखंड के 2004 के डकैती मामले में आरोपी होने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस टीम उन्हें झारखंड कोर्ट में पेश करने के लिए अपने साथ ले गई.
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सासाराम में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रत्याशी सत्येंद्र शाह को उनके नामांकन के ठीक बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा में 2004 के एक डकैती मामले में जारी वारंट के सिलसिले में हुई है. इस गिरफ्तारी के बाद आरजेडी और उनके समर्थकों में हड़कंप मच गया है, और उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध भी किया.
RLM ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने कैंडिडेट्स की पूरी लिस्ट जारी की, जिसमें उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता सासाराम से मैदान में हैं. कुल छह सीटों पर एनडीए गठबंधन में उनके कैंडिडेट उतारे गए हैं. RLM पिछड़े वर्ग और छोटे जातीय समूहों के वोट बैंक पर असर डाल सकता है और एनडीए की सफलता में अहम भूमिका निभाएगा.