यूपी में एसआईआर की प्रक्रिया चल रही है. रिपोर्ट अभी आई नहीं है. लेकिन, उसके बारे में नेताओं के हाथ कुछ ऐसी जानकारियां लग गई हैं, जिससे बवाल मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया में वोटर्स के घटने के प्रभाव के बारे में बीजेपी नेताओं के अलग-अलग दावे हैं.
उत्तर प्रदेश में 20 फीसदी मुस्लिम आबादी है, जो 143 सीटों पर सियासी खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखती है. यूपी में मुस्लिम आधार वाले तीन दल हैं, लेकिन तीनों अपनी ढपली, अपना राग अलाप रहे हैं. इसीलिए तीनों ही दलों के बीच गठबंधन की बात नहीं बन पा रही है.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस करीब चार दशक से सत्ता से बाहर है, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में 6 सीटें जीतकर दोबारा से उभरने की कवायद में जुट गई है. कांग्रेस ने यूपी में पंचायत और विधानसभा चुनाव से पहले 17 बड़ी रैलियां करने की रणनीति बनाई है, जो काशी से लेकर गाजियाबाद और लखनऊ तक में करने का प्लान है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी अभी से 2027 की तैयारी में जुट गई है. बीजेपी ने पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सियासी समीकरण को दुरुस्त करने का दांव चला, लेकिन क्षेत्रीय समीकरण बिगड़ गया है. बीजेपी के सामने पश्चिमी यूपी के साथ सियासी बैलेंस बनाए रखने की चुनौती खड़ी हो गई है?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजतक के एजेंडा आजतक कार्यक्रम में यूपी में सपा और कांग्रेस के गठबंधन पर महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सहयोगी दलों को छोड़ना नहीं चाहिए बल्कि एक-दूसरे को समझाकर आगे बढ़ना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने बुलडोजर कार्रवाई पर योगी सरकार की आलोचना की. सुनिए.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजतक के 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी, पीडीए के फुलफॉर्म और बिहार की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने पीडीए का अर्थ पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी और अन्य सामाजिक वर्गों से जोड़ा.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव 2027 को देश की राजनीति की धुरी बताया और गरीब महिलाओं को सालाना 40 हजार रुपये देने का वादा किया. उन्होंने कहा कि चुनाव की तैयारी लोकसभा चुनाव से ही शुरू हो चुकी है और बिहार चुनाव का भी जिक्र किया.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एजेंडा आजतक में कहा कि यूपी में SIR के लिए जिस ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है वो ठीक से काम नहीं कर रहा है. इसकी वजह से 4 करोड़ लोगों को फिर से फॉर्म्स भरना पड़ेगा. उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरकार इस काम के लिए आधार को क्यों नहीं मान रही है.
एक बार फिर सज चुका है एजेंडा आजतक का महामंच. देश के सबसे विश्वनीय न्यूज चैनल आजतक के इस दो दिवसीय कार्यक्रम का ये 14वां संस्करण है. जिसके पहले दिन मंच पर विशेष तौर पर आमंत्रित थे- अखिलेश यादव. सेशन 'PDA की फाइनल परीक्षा' में उनसे आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, महागठबंधन, घुसपैठियों जैसे तमाम मुद्दों पर बात की. देखें ये पूरा सेशन.
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेता परेशान हैं कि उनके कोर शहरी वोटर्स अपने पते चेंज करवा कर अपने गांव की ओर जा रहे हैं. बीजेपी नेताओं की चिंता है कि शहरों मे ये लोग वोट डाल नहीं पाएंगे और गांवों में वोट देने ये जाएंगे नहीं. पर ऐसा है नहीं...