बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र बिहार के गोपालगंज जिले में स्थित एक सामान्य वर्ग का निर्वाचन क्षेत्र है. यह गोपालगंज (अनुसूचित जाति) लोकसभा सीट का हिस्सा है. इस विधानसभा क्षेत्र में बैकुंठपुर और सिधवलिया प्रखंडों के साथ-साथ बरौली प्रखंड के रामपुर, सलेमपुर पूर्वी, सलेमपुर पश्चिमी, हसनपुर, सादौआ, पिपरा और खजुरिया पंचायतें आती हैं.
यह क्षेत्र उपजाऊ गंडक बेसिन में स्थित है और यहां की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है. धान, गेहूं और गन्ना यहां की प्रमुख फसलें हैं. हालांकि खेती ही मुख्य आजीविका का साधन है, लेकिन रोजगार की तलाश में बड़ी संख्या में युवाओं का पलायन पंजाब, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों की ओर होता रहा है. इन प्रवासी मजदूरों द्वारा भेजी गई रकम स्थानीय अर्थव्यवस्था को संबल प्रदान करती है. बुनियादी ढांचे का विकास धीमा रहा है. सड़क संपर्क सीमित है और उच्च शिक्षा के संस्थानों की संख्या भी बहुत कम है.
1951 में स्थापित इस विधानसभा क्षेत्र में अब तक कुल 18 बार चुनाव हो चुके हैं, जिनमें एक उपचुनाव 1996 में हुआ था. शुरुआती वर्षों में कांग्रेस का दबदबा रहा, जिसने पांच बार यह सीट जीती. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने तीन बार, जबकि संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी, जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) ने दो-दो बार जीत दर्ज की है, जिसमें उसका पूर्व रूप समता पार्टी भी शामिल है. भाजपा और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने एक-एक बार जीत हासिल की.
इस क्षेत्र में कई बार राजनीतिक उलटफेर देखने को मिले हैं. 1977 से 1990 तक ब्रज किशोर नारायण सिंह ने लगातार चार बार इस सीट पर जीत हासिल की- दो बार जनता पार्टी और दो बार कांग्रेस के टिकट पर. 1995 में उन्हें जनता दल के लाल बाबू प्रसाद यादव ने पराजित किया. वर्ष 2000 में मंजीत कुमार सिंह समता पार्टी से जीतकर उभरे और 2010 में जदयू के प्रत्याशी के रूप में भी विजयी रहे. 2005 के फरवरी और अक्टूबर में दो बार चुनाव हुए, जिनमें दोनों बार राजद के देव दत्त प्रसाद यादव विजयी रहे. 2015 में भाजपा के मितलेश तिवारी ने मंजीत कुमार सिंह को हराया, लेकिन 2020 में उन्हें राजद के प्रेम शंकर प्रसाद से हार का सामना करना पड़ा.
2020 का विधानसभा चुनाव तीव्र त्रिकोणीय मुकाबले के रूप में सामने आया. राजद के प्रेम शंकर प्रसाद ने 67,807 वोट (37.01%) पाकर भाजपा के मितलेश तिवारी को 11,113 वोटों से हराया. भाजपा को 56,694 वोट (30.95%) मिले, जबकि निर्दलीय मंजीत कुमार सिंह को 43,354 वोट (23.67%) मिले. शेष छह प्रतिशत वोट अन्य उम्मीदवारों के हिस्से में गए.
2020 में बैकुंठपुर में कुल 3,17,459 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें लगभग 30,842 अनुसूचित जाति (9.72%), 1,017 अनुसूचित जनजाति (0.32%) और 56,968 मुस्लिम मतदाता (17.94%) शामिल थे. 2024 के लोकसभा चुनाव तक यह संख्या बढ़कर 3,35,737 हो गई. हालांकि, चुनाव आयोग के अनुसार, इस दौरान 3,881 मतदाता क्षेत्र से पलायन कर गए.
2020 में जहां राजद ने भाजपा से सीट छीनी थी, वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा वाली जदयू ने बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में 16,964 वोटों की बढ़त बनाई. इससे राजद की बढ़त खत्म हो गई और 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है.
बैकुंठपुर का चुनावी इतिहास बताता है कि यहां मतदाता जागरूक हैं और हर चुनाव में नतीजे बदल सकते हैं. विभिन्न दलों की बार-बार जीत इस बात का संकेत है कि कोई भी सीट सुरक्षित नहीं है. बदलते राजनीतिक समीकरण और तीव्र प्रतिस्पर्धा इसे 2025 में होने वाले चुनावों के लिए एक हॉटस्पॉट बना देते हैं.
(अजय झा)
BJP
BSP
JSP
RJD
RJSBP
RJLP(S)
IND
Nota
NOTA
Mithilesh Tiwari
BJP
Manjit Kr Singh
IND
Nota
NOTA
Rajendra Prasad
IND
Madan Ray
IND
Bandana Singh
NCP
Suresh Kumar Singh
IND
Atul Kr. Gautam
PP
Uttam Kumar Chauhan
IND
Manoj Kumar Ranjan
IND
Ranjeet Singh
IND
Mohan Mahto
IND
Bhairaw Singh
JSVP
बिहार विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल बताते हैं कि चिराग पासवान से जिस तरह की सफलता की उम्मीद थी वो दिखाई नहीं दे रही है. चुनावों के पहले तक खुद को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की तरह प्रोजेक्ट कर रहे चिराग कहीं फंस तो नहीं गए हैं?
Bihar Election Result News LIVE Updates: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की मतगणना शुक्रवार, 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इस बार दो चरणों में मतदान हुआ था. 243 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है. प्रशासन ने सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं.
आरजेडी एलएलसी सुनील सिंह ने मतगणना को लेकर विवादित और भड़काऊ बयान दिया है. इसको लेकर बिहार डीजीपी विनय कुमार के आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. वहीं आरजेडी ने बचाव करते हुए कहा है कि बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है.
बिहार एग्जिट पोल पर बात करते हुए कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने बड़ा दावा कर दिया. उन्होनें कहा कि महागठबंधन सरकार बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है और तेजस्वी यादव राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनने वाले हैं.
बिहार एग्जिट पोल पर कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने गुस्सा जताया है. उन्होनें कहा 'चुनाव परिणामों को लेकर कई दबाव और मजबूरियां होती हैं, जिससे एक्जिट पोल में बढ़त दिखाना जरूरी हो जाता है. हालांकि हजारों से कम सैंपल के आधार पर निर्णय लेना उचित नहीं है. कई सर्वे ऐसे भी हैं जो महागठबंधन की बढ़त को दर्शाते हैं.'
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महिला वोटर्स की बढ़ती भागीदारी ने चुनावी परिदृश्य को बदल दिया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.78% है जो पुरुषों के 62.98% से 9 प्रतिशत अधिक है. कई जिलों में महिलाओं ने पुरुषों से 14 प्रतिशत से अधिक मतदान किया है, जिसमें सुपौल, किशनगंज और मधुबनी प्रमुख हैं.
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने मतगणना कीतारीख पर बयान दिया है. उन्होनें सभी राजनीतिक दलों के अभिकर्ताओं से अपील की है कि वे समय पर पहुंचें ताकि प्रक्रिया सुचारू रूप से हो सके. बिहार के घटक दलों के उम्मीदवारों ने संगठनिक तैयारी पूरी कर ली है ताकि मतगणना समय पर हो और यह बिहार के विकास में सहायक साबित हो.
बिहार विधानसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले दोनो सभी दल अपनी जीत का दावा ठोक रहे है. ऐसे में बीजेपी नेता तरुण चुघ ने एनडीए की विनिंग रेशियो पर बात की है. चुघ ने कहा कि दो बटा तीन बहुमत से NDA की वापसी निश्चित है. इस बहुमत से जंगल राज, दादागिरी राज और माफिया राज का अंत होगा.
बीजेपी नेता ने एग्जिट पोल पर बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार की जोड़ी पर बात की है. उन्होनें कहा बिहार में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी को जनता का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है. जनता ने खुले दिल से इस जोड़ी का समर्थन किया है.
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने एग्जिट पोल पर बात करते हुए एनडीए की वापसी का बात कही है, उन्होनें कहा जब सरकार के विरुद्ध कोई बड़ा रोष या एंटी इनकंबेंसी होती है, तो चुनाव में वोटिंग उत्सव जैसा माहौल नहीं होता और लोग भागीदारी कम करते हैं. लेकिन इस बार पूरे बिहार में ऐसा नहीं दिखा.