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Bihar Election Result 2025 Live: रघुनाथपुर विधानसभा सीट पर RJD को दोबारा मिली जीत
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बिहार के सीवान जिले में स्थित रघुनाथपुर एक सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है. यह रघुनाथपुर और हुसैनगंज प्रखंडों के साथ-साथ हसनपुरा प्रखंड की पांच ग्राम पंचायतों को शामिल करती है. यह इलाका घाघरा नदी की समृद्ध जलोढ़ समभूमि में स्थित है, जहां कृषि आज भी मुख्य आजीविका का स्रोत बनी हुई है. यहां धान, गेहूं और दालें प्रमुख फसलें हैं, जबकि कई परिवार देश के महानगरों में काम करने वाले प्रवासी सदस्यों से मिलने वाले धन पर भी निर्भर हैं. क्षेत्र की पहचान एक ग्रामीण क्षेत्र के रूप में है, जहाँ छोटे-छोटे बाजार केंद्र फैले हुए हैं.
रघुनाथपुर की दूरी सीवान शहर से लगभग 20 किलोमीटर है, जो सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. छपरा, जो इस क्षेत्र का प्रमंडलीय मुख्यालय है, यहां से करीब 75 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है. वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण नगरीय केंद्र बलिया, जो कि राज्य की सीमा पार है, रघुनाथपुर से 45 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. राज्य की राजधानी पटना लगभग 150 किलोमीटर दूर है. क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी के लिए सीवान जंक्शन एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता है.
रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1951 में हुई थी और तब से अब तक यहां 17 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. यह सीट सीवान लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. ऐतिहासिक रूप से यह कांग्रेस का गढ़ रहा है, जिसने यहां आठ बार जीत दर्ज की है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इस सीट पर अब तक 2015 और 2020 में दो बार लगातार जीत हासिल की है. इसके अलावा प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी, जनता दल, जेडीयू, भाजपा और एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी एक-एक बार इस सीट पर विजय पाई है.
राजद के हरि शंकर यादव ने हाल के दो चुनावों में इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत की है. उन्होंने 2015 में 10,622 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि 2020 में यह अंतर बढ़कर 17,965 हो गया. 2020 की उनकी जीत में एनडीए के घटक दल लोजपा के अलग होने के कारण बने त्रिकोणीय मुकाबले की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही. लोजपा और जेडीयू दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे, जिससे एनडीए का पारंपरिक वोट बैंक बंट गया और इसका लाभ राजद को मिला. दिलचस्प बात यह रही कि जेडीयू तीसरे स्थान पर रहते हुए भी 26,162 वोट हासिल करने में सफल रही, जो राजद की जीत के अंतर से कहीं अधिक था. ट्रेंड के उलट, जहां लोजपा ने जेडीयू को नुकसान पहुंचाया, रघुनाथपुर में जेडीयू ने लोजपा को पीछे धकेला.
2024 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने सीवान संसदीय सीट पर 92,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की, लेकिन रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में वह निर्दलीय उम्मीदवार हेना साहब से 3,891 वोटों से पीछे रही. इस परिणाम ने आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू की दावेदारी को लेकर दबाव बना दिया है.
2020 के विधानसभा चुनाव में रघुनाथपुर में कुल 2,96,780 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें 53.55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. अनुसूचित जातियों की संख्या लगभग 34,100 (11.49 प्रतिशत), अनुसूचित जनजातियों की 7,479 (2.52 प्रतिशत) और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 68,852 (23.2 प्रतिशत) थी. यादव मतदाताओं की संख्या अनुमानतः 28,490 (9.6 प्रतिशत) थी. 2024 के आम चुनाव तक यह संख्या बढ़कर 3,08,263 हो गई थी, हालांकि चुनाव आयोग ने बताया कि 2020 की सूची से 2,462 नामों को प्रवासन के चलते हटा दिया गया.
लगातार 53 से 55 प्रतिशत के बीच रहने वाला मतदान प्रतिशत यह दर्शाता है कि रघुनाथपुर एक प्रतिस्पर्धात्मक सीट बनी हुई है, जहां पारंपरिक पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला होता है. 2020 में जेडीयू के अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन और 2024 में इस विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के खराब प्रदर्शन ने पार्टी को पुनर्विचार के लिए विवश कर दिया है. 2025 का विधानसभा चुनाव राजद और एनडीए के बीच एक कड़े संघर्ष की ओर संकेत करता है, जहां गठबंधन की रणनीति और मतदाता लामबंदी निर्णायक भूमिका निभा सकती है.
(अजय झा)
Manoj Kumar Singh
LJP
Rajeshwar Chauhan
JD(U)
Vinay Kumar Pandey
BSP
Mohamad Kaif Samir
SDPI
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सीवान में ओसामा शहाब की जीत में उनके पिता शहाबुद्दीन की पुरानी पकड़, स्थानीय जातीय समीकरण और RJD की रणनीति का बड़ा असर रहा. रघुनाथपुर के चुनाव में इन्हीं वजहों से ओसामा को मजबूत समर्थन और शानदार जीत मिली.
बिहार की रघुनाथपुर विधानसभा सीट पर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है, जहां से बाहुबली नेता रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब आरजेडी के उम्मीदवार हैं. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने बेटे की जीत का भरोसा जताते हुए कहा, ‘ऊपरवाला पे भरोसा है इंशा अल्लाह हमारी सरकार आएगी जी’.
बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का मुद्दा एक बार फिर गर्म है, खासकर जबसे RJD ने रघुनाथपुर से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को टिकट दिया है. भाजपा इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है, जबकि ओसामा की माँ और शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने विश्वास जताया है. उन्होंने कहा, 'जो भी होगा बहुत अच्छा होगा, ऊपरवाला पे भरोसा है ईशा अल्लाह हमारी सरकार आएगी'.
सीवान की रघुनाथपुर सीट से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब चुनाव मैदान में हैं. ओसामा के पक्ष में मतदान करने उनकी 95 साल की दादी भी व्हीलचेयर पर पोलिंग बूथ पहुंचीं.
बिहार चुनाव में मोकामा हत्याकांड ने राजनीतिक भूचाल ला दिया है, जहां दुलारचंद यादव की हत्या के बाद बाहुबली अनंत सिंह और सूरजभान सिंह के बीच टकराव बढ़ गया है. इस घटना के बाद 'जंगलराज' बनाम 'महाजंगलराज' की बहस तेज हो गई है, जिसमें तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर सस्पेंस बढ़ाते हुए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को 'बड़ा आदमी' बनाने का वादा किया है, जिसकी तुलना छत्तीसगढ़ और असम के पिछले राजनीतिक घटनाक्रमों से की जा रही है.
बिहार के सीवान में चुनाव से ठीक पहले एएसआई अनिरुद्ध कुमार की गला रेतकर हत्या से सनसनी फैल गई है, खासकर जब यह घटना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली के ठीक बाद हुई. अपनी रैली में सीएम योगी ने आरजेडी उम्मीदवार और बाहुबली शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब पर निशाना साधते हुए बिहार को फिर 'जंगलराज' में न लौटने देने की चेतावनी दी थी, जिसके कुछ ही घंटों बाद दरौंदा थाने में तैनात एएसआई अनिरुद्ध कुमार का हाथ-पैर बंधा शव खेत में मिला.
बाहुबली रहे शहाबुद्दीन की सियासी तूती सिर्फ सीवान ही नहीं बल्कि बिहार के कई इलाके में बोला करती थी. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब रघुनाथपुर सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं तो पिता के नाम पर वोट मांग रहे हैं जबकि जवाब में विपक्ष उनके पिता के कांड की याद दिला रहे हैं.
बिहार के चुनावी रण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असदुद्दीन ओवैसी के उतरने से मुस्लिम बहुल सीटों पर सियासत गरमा गई है. सीवान की रघुनाथपुर सीट पर प्रचार करते हुए सीएम योगी ने आरजेडी प्रत्याशी ओसामा शहाब पर जोरदार हमला बोला. सीएम योगी ने कहा, 'नाम भी देखो ना जैसा नाम वैसा काम.'
बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीवान में रैलियां कर तेजस्वी यादव और आरजेडी को सीधे तौर पर चुनौती दी है. योगी ने अपने भाषणों में लालू राज के कथित 'जंगलराज' की याद दिलाते हुए उत्तर प्रदेश के 'बुलडोजर मॉडल' को कानून-व्यवस्था के समाधान के रूप में पेश किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आर जेडी ने यहाँ से जो प्रत्याशी दिया है वो अपनी खानदानी आपराधिक पृष्ठभूमि के लिए इस पूरे क्षेत्र नहीं देश और दुनिया में कुख्यात रहा है'.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार के सीवान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरजेडी और कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 'आरजेडी ने राम मंदिर के रथ को रोकने का पाप किया था, कांग्रेेस कहती थी राम तो है ही नहीं, इनकी पार्टनर समाज वादी पार्टी राम भक्तों पर गोलियां चलाती है.'