आगिआंव, बिहार के भोजपुर जिले के पश्चिमी हिस्से में स्थित एक मध्यम आकार का गांव है. यह भोजपुर और रोहतास जिलों की सीमा के निकट स्थित है और जिला मुख्यालय आरा से लगभग 48 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. इसके निकटवर्ती प्रमुख कस्बों में बिक्रमगंज (30 किमी) और जगदीशपुर (40 किमी) शामिल हैं.
पहले आगिआंव, आरा विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा था, लेकिन 2008 में चुनाव आयोग द्वारा की गई परिसीमन प्रक्रिया के बाद इसे एक अलग विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया. यह क्षेत्र अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित किया गया और आरा लोकसभा सीट का सातवां खंड बन गया. आगिआंव विधानसभा क्षेत्र तीन प्रखंडों को समेटे हुए है- चारपोखरी (पीरो अनुमंडल के अंतर्गत) और गरहनी व आगिआंव दोनों आरा सदर अनुमंडल के अंतर्गत आते हैं. यह एक पूर्णतः ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र है, जिसमें कोई भी शहरी मतदाता शामिल नहीं है.
2011 की जनगणना के अनुसार, आगिआंव प्रखंड की कुल जनसंख्या 1,48,373 थी, जिसमें प्रति 1,000 पुरुषों पर 920 महिलाएं थीं. साक्षरता दर 67.90% रही, जिसमें पुरुष साक्षरता 81.15% और महिला साक्षरता 53.40% रही, यानि लैंगिक अंतर 27.75% का रहा.
गरहनी प्रखंड की जनसंख्या 1,32,620 थी, जहां लिंगानुपात 919 और साक्षरता दर 66.77% थी, जिसमें पुरुष: 79.14% और महिला: 53.30% हैं. वहीं जिससे लैंगिक साक्षरता अंतर 25.84% था.
चारपोखरी प्रखंड में 1,01,363 लोग रहते थे. यहां लिंगानुपात 907 और साक्षरता दर 68.86% थी, जो बाकी दोनों प्रखंडों से बेहतर थी. यहां साक्षरता में लैंगिक अंतर 27.08% (पुरुष: 81.91%, महिला: 54.83%) रहा.
इन तीनों प्रखंडों में अनुसूचित जातियों की संख्या आगिआंव में 16.68%, गरहनी में 17.55% और चारपोखरी में 21.44% है. यह क्षेत्र एससी के लिए आरक्षित घोषित किया गया.
2020 के विधानसभा चुनाव में आगिआंव के 2,68,019 पंजीकृत मतदाताओं में अनुसूचित जाति के मतदाता 18.3% थे, जबकि मुस्लिम मतदाता लगभग 6% थे. मतदान प्रतिशत मात्र 52.54% रहा, यानी लगभग आधे मतदाताओं ने मतदान नहीं किया.
अब तक आगिआंव में केवल चार विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनमें 2024 का उपचुनाव भी शामिल है. 2010 में हुए पहले चुनाव में बीजेपी ने आरजेडी को 5,249 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी. 2015 में जेडीयू ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और 14,704 वोटों से विजय प्राप्त की. उस चुनाव में बीजेपी दूसरे स्थान पर रही.
2020 में राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव देखने को मिला. जेडीयू फिर से एनडीए में शामिल हो गया, जबकि सीपीआई(एमएल)(एल), जो पहले दो चुनावों में तीसरे स्थान पर थी, महागठबंधन का हिस्सा बन गई. जेडीयू की गठबंधन बदलने की नीति मतदाताओं को रास नहीं आई. बीजेपी समर्थित जेडीयू उम्मीदवार को सीपीआई(एमएल)(एल) के उम्मीदवार ने 48,550 वोटों के भारी अंतर से हराया.
हालांकि, विजयी विधायक मनोज मंजिल को हत्या के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिससे 2024 में उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी. इस उपचुनाव में भी सीपीआई(एमएल)(एल) ने सीट बरकरार रखी, हालांकि इस बार जीत का अंतर घटकर 29,835 वोट रह गया.
जेडीयू की गिरती साख और बीजेपी की संभावित दावेदारी के बीच 2025 के चुनावों में आगिआंव सीट पर एनडीए की राह आसान नहीं दिखती. खासकर तब, जब सीपीआई(एमएल)(एल) ने 2024 के लोकसभा चुनाव में आरा सीट पर जीत दर्ज की और आगिआंव विधानसभा खंड में बढ़त हासिल की.
आगिआंव की बदलती राजनीति और सामाजिक संरचना इसे बिहार की राजनीति का एक महत्वपूर्ण केंद्र बना रही है.
(अजय झा)
BJP
BSP
JSP
JSJD
CPI(ML)(L)
VPI
IND
IND
IND
Nota
NOTA
Prabhunath Prasad
JD(U)
Rajeshwar Paswan
LJP
Nota
NOTA
Manuram Rathaur
RLSP
Indu Devi
BP(L)
Suraj Bhan
SSD
Rajmuni Devi
IND
Upendra Kumar
IND
Amar Jyoti
IND
Ashok Ram
JMBP
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी और जनता बताएगी कि बिहार का मुस्तकबिल उसने किस गठबंधन के हाथ में दिया है. चुनाव परिणामों के पहले ही सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत का दावा कर रही हैं.
बेगूसराय में राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव पर फेसबुक लाइव में डीएम पर लूट और मतगणना में धांधली के आरोप लगाने के बाद एफआईआर दर्ज हुई है. उन्होंने वीडियो में हजारों समर्थकों से मतगणना केंद्र पहुंचने की अपील की थी. सीओ रवि शंकर के आवेदन पर साइबर थाने में आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कल आने वाले हैं लेकिन उससे पहले सियासत गरमा गई है. RJD और महागठबंधन ने आरोप लगाया है कि अगर काउंटिंग रुकी तो हालात नेपाल जैसे हो जाएंगे. वहीं लगातार काउंटिंग में धांधली की आशंका जताई जा रही है. NDA ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह हार की खीज है.
Bihar Election Result News LIVE Updates: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की मतगणना शुक्रवार, 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इस बार दो चरणों में मतदान हुआ था. 243 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है. प्रशासन ने सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं.
बिहार विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल बताते हैं कि चिराग पासवान से जिस तरह की सफलता की उम्मीद थी वो दिखाई नहीं दे रही है. चुनावों के पहले तक खुद को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की तरह प्रोजेक्ट कर रहे चिराग कहीं फंस तो नहीं गए हैं?
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बिहार एग्जिट पोल पर बात करते हुए कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने बड़ा दावा कर दिया. उन्होनें कहा कि महागठबंधन सरकार बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है और तेजस्वी यादव राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनने वाले हैं.
बिहार एग्जिट पोल पर कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने गुस्सा जताया है. उन्होनें कहा 'चुनाव परिणामों को लेकर कई दबाव और मजबूरियां होती हैं, जिससे एक्जिट पोल में बढ़त दिखाना जरूरी हो जाता है. हालांकि हजारों से कम सैंपल के आधार पर निर्णय लेना उचित नहीं है. कई सर्वे ऐसे भी हैं जो महागठबंधन की बढ़त को दर्शाते हैं.'
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महिला वोटर्स की बढ़ती भागीदारी ने चुनावी परिदृश्य को बदल दिया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.78% है जो पुरुषों के 62.98% से 9 प्रतिशत अधिक है. कई जिलों में महिलाओं ने पुरुषों से 14 प्रतिशत से अधिक मतदान किया है, जिसमें सुपौल, किशनगंज और मधुबनी प्रमुख हैं.
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने मतगणना कीतारीख पर बयान दिया है. उन्होनें सभी राजनीतिक दलों के अभिकर्ताओं से अपील की है कि वे समय पर पहुंचें ताकि प्रक्रिया सुचारू रूप से हो सके. बिहार के घटक दलों के उम्मीदवारों ने संगठनिक तैयारी पूरी कर ली है ताकि मतगणना समय पर हो और यह बिहार के विकास में सहायक साबित हो.