JD(U)
RJD
IND
IND
JSP
RLJP
IND
IND
IND
IND
BSP
AAP
Nota
NOTA
JSJD
IND
SAAF
VISP
IND
ANC
Mahnar Vidhan Sabha Results Live: बिहार की महनार विधानसभा सीट पर JD(U) का दबदबा, RJD को हराया
Mahnar Election Results Live: महनार निर्वाचन क्षेत्र में JD(U) को मिली जीत, जानें पूरा रिजल्ट
Mahnar Election Result 2025 Live: महनार का रिजल्ट जानना है? यहां मिलेगा हर अपडेट
Mahnar Vidhan Sabha Chunav Result Live: बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में पार्टियों/गठबंधनों का प्रदर्शन कैसा है?
Mahnar Assembly Election Results Live: Bihar की Mahnar सीट पर मुकाबला एकतरफा! JD(U) ने ली बड़ी बढ़त
Bihar Election Results Live: बिहार चुनाव में राजनीतिक गठबंधनों का प्रदर्शन कैसा है?
बिहार के वैशाली जिले में स्थित महनार एक उप-मंडल है, जो एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक केंद्र के रूप में जाना जाता है. यहां के थोक और खुदरा बाजार मुख्य रूप से अनाज, वस्त्र और अन्य आवश्यक वस्तुओं के व्यापार में सक्रिय रहते हैं. बुढ़ी गंडक नदी और गंगा के निकट होने के कारण यहां की समतल जमीन कृषि के लिए बेहद उपयुक्त है.
महनार की स्थानीय अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, व्यापार और लघु उद्योगों पर आधारित है. धान, गेहूं, मक्का और दालों की भरपूर खेती होती है. इसके साथ ही केले, आम और लीची के बागानों से भी यहां की अर्थव्यवस्था को अच्छा योगदान मिलता है.
नगर की भौगोलिक स्थिति इसे कई शहरी केंद्रों के समीप रखती है, जिससे उत्पादों के लिए बाजार आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं. जिला मुख्यालय हाजीपुर महनार से 39 किलोमीटर दूर है, जबकि समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और राज्य की राजधानी पटना 40 से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं.
महनार विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1951 में हुई थी. यह हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. इस क्षेत्र में महनार प्रखंड के 50 गांव और 14 ग्राम पंचायतें शामिल हैं, साथ ही जंदाहा प्रखंड की 19 ग्राम पंचायतें भी इसमें आती हैं.
1952 और 1957 में कांग्रेस की दो शुरुआती जीत और 2010 में भाजपा की एकमात्र जीत को छोड़ दें तो यह क्षेत्र समाजवादी दलों का गढ़ रहा है. अब तक की 17 में से 14 बार समाजवादी विचारधारा वाले दलों ने यहां जीत दर्ज की है. संयुक्त समाजवादी पार्टी, जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी ने दो-दो बार, जबकि प्रजा समाजवादी पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी-लोहिया, लोक दल, जनता दल और राष्ट्रीय जनता दल ने एक-एक बार जीत हासिल की है.
2015 में RJD की पहली जीत LJP के कारण संभव हो पाई, जब LJP ने एनडीए से अलग होकर राज्यभर में जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए. 2020 के चुनाव में जेडीयू को 55,774 वोट, LJP को 31,315 वोट मिले, जबकि RJD ने 61,721 वोटों के साथ 7,947 वोटों से जीत दर्ज की.
हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों ने RJD की 2020 की जीत को एक संयोग साबित कर दिया, क्योंकि एनडीए में वापसी कर चुके चिराग पासवान (LJP-रामविलास) ने महनार विधानसभा क्षेत्र में 33,214 वोटों की बड़ी बढ़त दर्ज की.
पिछले चार विधानसभा चुनावों में महनार ने लगातार चार अलग-अलग दलों को मौका दिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मतदाता किसी एक पार्टी के प्रति स्थायी निष्ठा नहीं रखते. यह प्रवृत्ति RJD समेत सभी दलों के लिए एक चेतावनी संकेत है.
2020 के विधानसभा चुनाव में महनार में कुल 3,03,945 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें 65,470 (21.54%) अनुसूचित जाति और 19,452 (6.4%) मुस्लिम मतदाता थे. 2024 के लोकसभा चुनावों में यह संख्या बढ़कर 3,13,325 हो गई, हालांकि चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 2020 के बाद से 3,103 मतदाता बाहर चले गए हैं.
महनार में पिछले तीन चुनावों में मतदान प्रतिशत 55% से कम रहा है, जिससे यह निष्कर्ष निकलता है कि मतदाताओं में चुनावों के प्रति अपेक्षाकृत उदासीनता है. यह चुनाव आयोग के लिए एक चुनौती है, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए एक अवसर भी है, जो वे निष्क्रिय मतदाताओं को सक्रिय कर के परिणाम को अपने पक्ष में मोड़ सकते हैं.
(अजय झा)
Umesh Singh Kushwaha
JD(U)
Rabindra Kumar Singh
LJP
Nota
NOTA
Triveni Kumar Choudhary
RLSP
Shyam Babu Singh
SAAF
Hareram Kumar
JDP(D)
Raghupati Singh
JAP(L)
Annpurna Singh
BSLP
Karuna Verma
IND
Rajnish Paswan
PP
Arun Das
BMP
Malayam Kumar Mangalam
LJD
Brajesh Kumar Ray
JDR
बिहार विधानसभा चुनाव की गूंज यूपी की सियासी जमीन पर भी सुनाई पड़ रही है. इसकी वजह यह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिहार में एनडीए को जिताने के लिए मशक्कत कर रहे थे तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महागठबंधन के लिए पूरी ताकत झोंक दी. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार का यूपी कनेक्शन क्या है?
इंडिया टुडे ने चुनाव आयोग के डेटा की गहराई से जांच की और पाया कि SIR और चुनाव नतीजों के बीच कोई सीधा या समझ में आने वाला पैटर्न दिखता ही नहीं. हर बार जब एक ट्रेंड बनता लगता है, तुरंत ही एक दूसरा आंकड़ा उसे तोड़ देता है. बिहार चुनाव में NDA ने 83% सीटें जीतीं, पर SIR से जुड़े नतीजे अलग कहानी कहते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में एक दिलचस्प पैटर्न सामने आया है. जहां सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से जीती गई पांचों सीटें NDA के खाते में गईं, वहीं बेहद कम मार्जिन वाली सीटों पर अलग-अलग दलों की जीत दर्ज हुई. चुनावी आंकड़े बताते हैं कि भारी अंतर वाली सीटों पर NDA का दबदबा स्पष्ट दिखा जबकि कम अंतर वाली सीटों पर मुकाबला बेहद करीबी रहा.
jamui result shreyasi singh: जमुई विधानसभा सीट से दूसरी बार श्रेयसी ने राजद के मोहम्मद शमसाद आलम को 54 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की हैं.
बिहार चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन बुरी तरह फ्लॉप रहा और RJD-कांग्रेस गठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया. इसकी बड़ी वजहें थीं- साथी दलों के बीच लगातार झगड़ा और भरोसे की कमी, तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाने का विवादास्पद फैसला, राहुल-तेजस्वी की कमजोर ट्यूनिंग और गांधी परिवार का फीका कैंपेन.
बिहार चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद महागठबंधन बुरी तरह पिछड़ गया और आरजेडी अपने इतिहास की बड़ी हारों में से एक झेल रही है. इससे तेजस्वी यादव के नेतृत्व, रणनीति और संगठन पर गंभीर सवाल उठे हैं.
बिहार चुनाव के नतीजों ने साबित कर दिया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' राजनीतिक तौर पर कोई असर नहीं छोड़ पाई. जिस-जिस रूट से यह यात्रा गुज़री, वहां महागठबंधन लगभग साफ हो गया और एनडीए ने भारी जीत दर्ज की. कांग्रेस का दावा था कि यात्रा वोट चोरी के खिलाफ थी, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह महागठबंधन की चुनावी जमीन मजबूत करने की कोशिश थी, जो पूरी तरह असफल रही.
आरजेडी के हाजीपुर स्ट्रॉन्ग रूम में सेंधमारी के आरोपों पर निर्वाचन आयोग ने जवाब दिया है. आरजेडी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके सीसीटीवी का फीड डिस्प्ले स्क्रीन बंद होने और स्ट्रॉन्ग रूम में आधी रात को एक पिकअप वैन के अंदर जाने और कुछ देर बाद बाहर आने का दावा किया था.
बिहार की सियासत में लालू परिवार का घमासान अब सड़क पर आ गया है, जहां बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के समर्थक आमने-सामने हैं. तेज प्रताप जब अपनी पार्टी के उम्मीदवार जय सिंह राठौर के लिए प्रचार करने पहुंचे तो आरजेडी समर्थकों ने तेजस्वी यादव के समर्थन में नारेबाजी करते हुए उनके काफिले को घेर लिया और खदेड़ दिया.
बिहार चुनाव में राजनीतिक सरगर्मी हिंसा और विरोध में बदल गई है. गया के टिकारी में, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' के प्रत्याशी और मौजूदा विधायक अनिल कुमार पर प्रचार के दौरान जानलेवा हमला हुआ, जिसमें वह घायल हो गए. मांझी ने इस घटना पर कहा कि 'आरजेडी के लोग बिहार को बंगाल बनाने की कोशिश कर रहे हैं'.