बेनीपट्टी बिहार के मधुबनी जिले में स्थित एक सामान्य वर्ग की विधानसभा सीट है, जो मधुबनी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यह कालुआही प्रखंड और बेनीपट्टी प्रखंड के 26 ग्राम पंचायतों-जैसे बिशुनपुर, बसैठा, बेहटा, बंकटा, पाली, परसौना, धगजरा, बरहमपुरा, अकोर, नगवास, नवकरी, चतरा, पर्खौली टिकुली, अनेर दक्षिण, अनेर उत्तर, परौल, परजुआर दीह, ढंगा, मुरेठ, नागदह बलाईन, कपसिया, बड़ी, शाहपुर, मेघबेन, गंगुली और कटैया को सम्मिलित करता है.
बेनीपट्टी न केवल एक विधानसभा क्षेत्र है, बल्कि मधुबनी जिले का एक अनुमंडल भी है, जो मिथिला क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिनिधित्व करता है. ऐतिहासिक रूप से यह पारंपरिक शिक्षा का केंद्र रहा है और आज भी यह अपनी मिथिला संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहां की प्रमुख भाषा मैथिली है और यह क्षेत्र विश्वप्रसिद्ध मधुबनी चित्रकला का उद्गम स्थल भी है.
भौगोलिक रूप से, बेनीपट्टी बिहार के उत्तरी हिस्से में स्थित है और नेपाल सीमा तथा हिमालय की तराई के निकट है. इसके पास से बागमती नदी बहती है और क्षेत्र में कई छोटी नदियां, नहरें और तालाब हैं, जो एक समृद्ध जल-परिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं. यह क्षेत्र बाढ़-प्रवण है और यहां की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि और छोटे व्यापार पर आधारित है. बेनीपट्टी, मधुबनी जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में और दरभंगा (जहां निकटतम हवाई अड्डा स्थित है) से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है. अन्य निकटवर्ती कस्बों में झंझारपुर (30 किमी पूर्व), हरलाखी (20 किमी उत्तर) और कालुआही (12 किमी पश्चिम) शामिल हैं. नेपाल की ओर राजविराज और लहान जैसे कस्बे भी सड़क मार्ग से जयनगर और लौकहा बॉर्डर क्रॉसिंग के माध्यम से 40–50 किमी की दूरी पर स्थित हैं.
बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1951 में हुई थी और तब से अब तक यहां 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. इनमें कांग्रेस ने छह बार जीत दर्ज की है, जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने चार बार जीत हासिल की है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल (यूनाइटेड) और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो-दो बार यह सीट जीती है. संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी (SSP) ने 1969 में एक बार जीत दर्ज की थी. क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है और इसका असर प्रत्याशी चयन पर भी दिखाई देता है. अब तक हुए 17 चुनावों में से 11 बार ब्राह्मण नेताओं ने जीत हासिल की है, जो इस जाति की निर्णायक भूमिका को दर्शाता है.
2020 के विधानसभा चुनाव में बेनीपट्टी में कुल 2,99,350 पंजीकृत मतदाता थे, जो 2024 के लोकसभा चुनाव में बढ़कर 3,07,579 हो गए. 2011 की जनगणना के आधार पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या लगभग 39,794 (13.28%) और मुस्लिम मतदाता लगभग 48,243 (16.1%) है. 2020 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 52.06% रहा, जो पिछले तीन चुनावों में सबसे अधिक था, लेकिन फिर भी यह क्षेत्र की पुरानी वोटिंग उदासीनता को दर्शाता है.
भाजपा ने 2010 में विनोद नारायण झा के नेतृत्व में पहली बार यह सीट जीती थी. 2015 में जद(यू) के महागठबंधन में चले जाने के कारण भाजपा को कांग्रेस की भावना झा से 4,734 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि 2020 में जद(यू) के एनडीए में लौटने के बाद भाजपा ने भावना झा को 32,652 वोटों से हराकर सीट पुनः प्राप्त की.
2009 से अब तक लोकसभा चुनावों में बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने लगातार बढ़त बनाई है. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के अशोक कुमार यादव ने आरजेडी के अली अशरफ फातमी पर 35,573 वोटों की बढ़त के साथ यह रुझान बरकरार रखा.
2025 के विधानसभा चुनाव की ओर बढ़ते हुए, भाजपा को क्षेत्र में बढ़त प्राप्त है. हालांकि, पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती विपक्ष नहीं, बल्कि स्वयं की ढिलाई और मतदाता निष्क्रियता हो सकती है. यदि लंबे समय से मतदान से दूर रहे वर्गों में उत्साह बढ़ा तो चुनावी गणित में बदलाव संभव है.
(अजय झा)
BJP
INC
BSP
JSP
AAP
JSJD
AIFB
PPI(D)
AJPP
IND
IND
Nota
NOTA
Bhawana Jha
INC
Rajesh Kumar Yadav
IND
Niraj Kumar Jha
IND
Vinod Shankar Jha
IND
Lalan Kishor Jha
IND
Vinodanand Kamat
IND
Nagendra Prasad Yadav
BSP
Anuradha Singh
PP
Nota
NOTA
Rupesh Kumar
IND
Abubakar Rahmani
IND
Nutan Devi
RPI(A)
Chandan Kumar
IND
Mithilesh Chandra Jha
IND
Amar Nath
IND
तेजस्वी यादव ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर महागठबंधन की अहम बैठक बुलाई और मतगणना के दौरान पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. बैठक के बाद तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 2020 के चुनाव में महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिल रहा था, लेकिन कुछ अधिकारियों की मनमानी से परिणाम पलट दिए गए थे. इस बार ऐसा नहीं होने देंगे.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी और जनता बताएगी कि बिहार का मुस्तकबिल उसने किस गठबंधन के हाथ में दिया है. चुनाव परिणामों के पहले ही सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत का दावा कर रही हैं.
बेगूसराय में राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव पर फेसबुक लाइव में डीएम पर लूट और मतगणना में धांधली के आरोप लगाने के बाद एफआईआर दर्ज हुई है. उन्होंने वीडियो में हजारों समर्थकों से मतगणना केंद्र पहुंचने की अपील की थी. सीओ रवि शंकर के आवेदन पर साइबर थाने में आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कल आने वाले हैं लेकिन उससे पहले सियासत गरमा गई है. RJD और महागठबंधन ने आरोप लगाया है कि अगर काउंटिंग रुकी तो हालात नेपाल जैसे हो जाएंगे. वहीं लगातार काउंटिंग में धांधली की आशंका जताई जा रही है. NDA ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह हार की खीज है.
Bihar Election Result News LIVE Updates: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की मतगणना शुक्रवार, 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इस बार दो चरणों में मतदान हुआ था. 243 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है. प्रशासन ने सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं.
बिहार विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल बताते हैं कि चिराग पासवान से जिस तरह की सफलता की उम्मीद थी वो दिखाई नहीं दे रही है. चुनावों के पहले तक खुद को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की तरह प्रोजेक्ट कर रहे चिराग कहीं फंस तो नहीं गए हैं?
आरजेडी एलएलसी सुनील सिंह ने मतगणना को लेकर विवादित और भड़काऊ बयान दिया है. इसको लेकर बिहार डीजीपी विनय कुमार के आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. वहीं आरजेडी ने बचाव करते हुए कहा है कि बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है.
बिहार एग्जिट पोल पर बात करते हुए कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने बड़ा दावा कर दिया. उन्होनें कहा कि महागठबंधन सरकार बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है और तेजस्वी यादव राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनने वाले हैं.
बिहार एग्जिट पोल पर कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने गुस्सा जताया है. उन्होनें कहा 'चुनाव परिणामों को लेकर कई दबाव और मजबूरियां होती हैं, जिससे एक्जिट पोल में बढ़त दिखाना जरूरी हो जाता है. हालांकि हजारों से कम सैंपल के आधार पर निर्णय लेना उचित नहीं है. कई सर्वे ऐसे भी हैं जो महागठबंधन की बढ़त को दर्शाते हैं.'
मैथिली ठाकुर को दरभंगा की अलीनगर सीट से टिकट मिल सकता है. मौजूदा विधायक मिश्रीलाल यादव का टिकट कटना तय माना जा रहा है. बता दें कि मैथिली मंगलवार को आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल हो गई हैं.