JD(U)
RJD
IND
JSP
Nota
NOTA
AAP
TPP
BHSKP
BSP
SUCI
RJSBP
AMP
AKP
Samastipur Chunav Results Live: समस्तीपुर निर्वाचन क्षेत्र का रिजल्ट घोषित, Ashwamedh Devi ने 13875 वोटों के अंतर से दर्ज की जीत
Bihar Assembly Election Results 2025 Live: दिग्गज कैंडिडेट्स के क्या हैं हाल?
Samastipur Vidhan Sabha Chunav Result Live: बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में पार्टियों/गठबंधनों का प्रदर्शन कैसा है?
Samastipur Election Result 2025 Live: समस्तीपुर का रिजल्ट जानना है? यहां मिलेगा हर अपडेट
Bihar Election Results Live: बिहार चुनाव में राजनीतिक गठबंधनों का प्रदर्शन कैसा है?
Samastipur Vidhan Sabha Result Live: बिहार इलेक्शन रिजल्ट अपडेट्स कैसे चेक करें?
बिहार का समस्तीपुर जिला भौगोलिक रूप से उत्तर में बागमती नदी, पश्चिम में वैशाली और मुजफ्फरपुर, दक्षिण में गंगा और पूर्व में बेगूसराय व खगड़िया से घिरा है. यह पूर्व मध्य रेलवे का मंडल मुख्यालय है और पटना, कोलकाता, दिल्ली तथा धनबाद और जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहरों से सीधा जुड़ा हुआ है. यहां की मुख्य भाषाएं हिंदी और मैथिली हैं.
एक बड़ा, घनी आबादी वाला यह जिला ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व नहीं रखता. यह जिला प्रसिद्ध निवासियों के लिए नहीं, बल्कि दो प्रमुख व्यक्तित्वों की मृत्यु के लिए जाना जाता है, जिनकी मृत्यु यहां 527 वर्षों के अंतराल पर हुई थी.
महान कवि विद्यापति, जिनके कार्यों ने नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ ठाकुर जैसे लोगों को प्रेरित किया, उन्होंने अपने जीवन का अंतिम समय उस स्थान पर बिताया जिसे अब विद्यापतिनगर या विद्यापतिधाम कहा जाता है. 1352 में पड़ोसी मधुबनी जिले के बिसाफी गांव में जन्मे विद्यापति एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. वे कवि-संत, नाटककार, संगीतकार, दार्शनिक और राजपुरोहित थे, जो संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश और मैथिली भाषाओं में पारंगत थे. शिवभक्ति में रमे होने के बावजूद उन्होंने अद्वितीय प्रेम गीत भी रचे और उनका प्रभाव मिथिला से आगे बंगाल और ओडिशा तक फैला.
किंवदंती है कि भगवान शिव, विद्यापति की भक्ति से प्रसन्न होकर, वे खुद "उगना" नामक सेवक के रूप में उनकी सेवा करने लगे. जब विद्यापति को उगना की असली पहचान का पता चला, तो शिव ने उन्हें वचन दिलवाया कि वह इसे कभी प्रकट नहीं करेंगे. लेकिन एक दिन, जब विद्यापति की क्रोधित पत्नी उगना को झाड़ू से मारने वाली थी, तो उन्होंने सच्चाई उगल दी और उगना तुरंत अंतर्धान हो गए. दुखी विद्यापति 94 वर्ष की आयु तक जीवित रहे. अंत समय में उन्होंने अपने पुत्रों से उन्हें गंगा ले चलने को कहा. रातभर पालकी में चलकर वे मऊ-बाजिदपुर पहुंचे, जो गंगा से लगभग 5.5 किलोमीटर दूर है. उन्होंने कहा, "अगर मैं यहां तक आ गया हूं, तो गंगा खुद मेरे पास आएगी." ध्यानमग्न होते ही गंगा की जलधारा चमत्कारी रूप से वहां प्रकट हो गई. उन्होंने गंगा पर अपना अंतिम गीत रचा और प्राण त्याग दिए. यह स्थान विद्यापतिनगर कहलाने लगा और वहां आज भी एक शिव मंदिर स्थित है.
सदियों बाद, 2 जनवरी 1975 को समस्तीपुर में एक और महत्वपूर्ण व्यक्ति की मृत्यु हुई. रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की हत्या स्थानीय रेलवे स्टेशन पर कर दी गई. 39 साल लंबे मुकदमे के बाद चार लोगों को दोषी ठहराया गया, लेकिन कई लोगों का मानना है कि असली साजिशकर्ता अब भी न्याय से बचे हुए हैं, जिससे यह भारत की सबसे रहस्यमयी राजनीतिक हत्याओं में से एक बन गई है.
राजनीतिक रूप से समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1957 में हुई और तब से 16 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. कांग्रेस ने तीन बार जीत हासिल की (अंतिम बार 1972 में), लेकिन समाजवादी पार्टियों ने विभिन्न रूपों में इस क्षेत्र में दबदबा बनाए रखा. जेडीयू और आरजेडी ने तीन-तीन बार, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी और जनता दल ने दो-दो बार तथा लोक दल ने एक बार जीत दर्ज की.
2010 से यह सीट आरजेडी के पास है, लेकिन उसकी बढ़त लगातार घट रही है. 2015 में 31,000 वोटों से लेकर 2020 में मात्र 4,700 वोटों मिलने तक. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की सहयोगी लोजपा ने सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल कर सबको चौंका दिया, जिससे 2025 में संभावित बदलाव के संकेत मिलते हैं.
जनसांख्यिकीय रूप से अनुसूचित जातियों की भागीदारी 18.63 प्रतिशत है, जबकि मुस्लिम मतदाता 16.2 प्रतिशत हैं, और लगभग 80 प्रतिशत मतदाता ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं. 2020 में मतदाताओं की संख्या 2,79,144 थी, जो 2024 में घटकर 2,76,876 हो गई. संभवतः यह आंकड़ा प्रवास या मतदाता सूची की सफाई के कारण घटा हो. अब सबकी निगाहें 2025 की मतदाता सूची पर टिकी हैं कि यह रुझान जारी रहता है या नहीं. तीन बार आरजेडी को हराने में असफल जेडीयू की जगह अब बीजेपी या लोजपा समस्तीपुर विधानसभा सीट पर अपना दावा ठोक सकती है.
(अजय झा)
Asawmedh Devi
JD(U)
Mahendra Pradhan
LJP
Avinash Kumar
IND
Haroon Gauhar
JNP
Nitseh Kumar Sinha
IND
Nota
NOTA
Subodh Kumar Prasad Alias Subodh Prasad Sah
YKD
Mahindra Ray
IND
Shyam Nandan Prasad
IND
Mahendra Mahto
IND
Sirovan Kumar
BSP
Vinay Kumar Parsad
PP
Arvind Kumar
RJVP
Ramnath Prasad
IND
Premjit Kumar
AMP
Shiv Kishor Jha
IND
Saroj Kumar Jha
BGMP
Ranjan Kishore Sharma
IND
Rajiv Ranjan
IND
Murari Kumar Singh
IND
Rishikesh Kumar
BSLP
Kanhaiya Kumar
WAP
Rajesh Kumar
BLRP
Ranju Devi
YKP
Kundan Kumar
SHS
Bishnudev Ram
IND
बिहार चुनाव खत्म होते ही लौटे प्रवासी मजदूर काम पर लौटने लगे हैं. समस्तीपुर स्टेशन पर भारी भीड़ उमड़ी, ट्रेनों में यात्रियों की ठसाठस भीड़ से लोग गेट और लगेज वैन पर लटककर सफर कर रहे हैं. जगह न मिलने से यात्रियों ने टिकट लौटाए और सरकार पर पलायन रोकने के वादे तोड़ने का आरोप लगाया.
बिहार के समस्तीपुर से चिराग पासवान की पार्टी LJP (राम विलास) की सांसद शांभवी चौधरी का एक वीडियों वायरल हो रहा है, जिसमें मतदान के बाद दोनों हाथ की एक-एक उंगली पर चुनाव आयोग की स्याही लगी हुई थी. इस पर सांसद ने क्या कुछ कहा, जानने के लिए देखें ये वीडियो.
बिहार के समस्तीपुर में सड़क किनारे वीवीपैट की पर्चियां मिलने से हड़कंप मच गया है, जिसके बाद चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (ARO) को निलंबित कर दिया है और एफआईआर दर्ज की गई है. इस घटना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
बिहार में दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के थमने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है. एनडीए और महागठबंधन के शीर्ष नेताओं, जिनमें योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव शामिल हैं, ने आखिरी दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी. राहुल गांधी ने एक सनसनीखेज आरोप में कहा, 'नरेंद्र मोदी, अमित शाह और ये जो चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश ये वोट चोरी कर रहे हैं, इनकी पूरी कोशिश लागू है.'
समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में वीवीपैट पर्ची फेंके जाने के मामले में नया मोड़ आया है. जेडीयू प्रत्याशी और मंत्री विजय चौधरी के समर्थकों ने एक सीसीटीवी फुटेज जारी कर आरजेडी पर आरोप लगाया है कि नगर पंचायत सरायरंजन के एक सफाईकर्मी ने मॉक पोल की वीवीपैट पर्चियां चोरी कीं.
बिहार चुनाव में राजनीतिक घमासान तेज हो गया है. समस्तीपुर में वीवीपैट पर्चियों के मिलने से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है, जिसको लेकर तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला करते हुए कहा, '14 नवंबर को राहुल गांधी को मिलेगा इलेक्ट्रिक शॉक'.
बिहार चुनाव में धांधली के आरोपों से सियासी घमासान छिड़ गया है, जिसमें मुख्य विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा है कि, 'जनता को सोचना है कि लोकतंत्र बचा रहना चाहिए या नहीं, खत्म हो जाना चाहिए'. यह पूरा विवाद समस्तीपुर के सरायरंजन में सड़क किनारे वीवीपैट की पर्चियां फेंकी मिलने के बाद शुरू हुआ.
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान समस्तीपुर में सड़क किनारे वीवीपैट की पर्चियां मिलने से राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है. इस घटना के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा है कि ‘वीवीपैट पर्चियों के मिलने की जांच कराना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है’.
बिहार के समस्तीपुर में सड़क किनारे भारी संख्या में वीवीपैट की पर्चियां मिलने से राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है. इस मामले में चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (ARO) को निलंबित कर दिया है और FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस घटना को लेकर प्रशासन और चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
बिहार के समस्तीपुर में वीवीपैट की पर्चियां सड़क किनारे मिलने से राजनीतिक बखेड़ा खड़ा हो गया है, जिसके बाद चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के आदेश पर सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को निलंबित कर दिया गया है. इस घटना पर आरजेडी के एक समर्थक ने कहा, 'यह सत्ता संरक्षित है और यहाँ प्रशासन की लापरवाही है'.