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Bihar Election Result 2025 Live: औराई विधानसभा सीट पर BJP को दोबारा मिली जीत
Bihar Election Results Live: बिहार चुनाव में राजनीतिक गठबंधनों का प्रदर्शन कैसा है?
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औराई विधानसभा क्षेत्र बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित एक सामान्य वर्ग का निर्वाचन क्षेत्र है. यह क्षेत्र पूरी औराई प्रखंड और इसके समीपवर्ती कटरा प्रखंड के 16 ग्राम पंचायतों को सम्मिलित करता है. यह इलाका मुजफ्फरपुर शहर के उत्तर में स्थित है और गंडक तथा बागमती नदियों की बाढ़ प्रभावित घाटियों में आता है. यहां की उपजाऊ भूमि और अनेक छोटी जल धाराएं धान, मक्का और सब्जियों की खेती को पोषित करती हैं, जिससे कृषि यहां की प्रमुख आजीविका है.
औराई क्षेत्र सड़क मार्ग से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित मुजफ्फरपुर से जुड़ा हुआ है. यह क्षेत्र जिले की उत्तरी सीमा तक फैला हुआ है और पूर्वी चंपारण की सीमा के निकट स्थित है. इसके अतिरिक्त, सीतामढ़ी लगभग 45 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में, दरभंगा 65 किलोमीटर पूर्व में और समस्तीपुर 70 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है. मोतिहारी, औराई से 75 किलोमीटर उत्तर में और राज्य की राजधानी पटना लगभग 95 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है.
औराई विधानसभा क्षेत्र का गठन वर्ष 1967 में हुआ था और तब से अब तक यहां कुल 15 बार चुनाव हो चुके हैं, जिनमें वर्ष 2009 का उपचुनाव भी शामिल है. इस सीट पर अब तक जनता पार्टी और जनता दल (यूनाइटेड) ने तीन-तीन बार जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस, जनता दल, बीजेपी और आरजेडी ने दो-दो बार जीत हासिल की है. संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने भी एक बार इस सीट पर विजय प्राप्त की थी. यह विविध चुनावी इतिहास यह दर्शाता है कि औराई की जनता ने स्थायी राजनीतिक निष्ठा के बजाय समय-समय पर बदलती परिस्थितियों और समीकरणों के आधार पर मतदान किया है.
2009 के उपचुनाव के बाद से बीजेपी के राम सुरत राय और आरजेडी के सुरेंद्र कुमार यादव प्रमुख प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरे हैं. दोनों ने चार लगातार चुनावों में से दो-दो बार जीत हासिल की है. यादव ने 2009 में उपचुनाव में पहली बार जीत दर्ज की थी, लेकिन 2010 में राम सुरत राय ने उन्हें 11,741 मतों से हराया. 2015 में जब जदयू और बीजेपी का गठबंधन टूटा, तब आरजेडी ने इस मौके का लाभ उठाकर सीट अपने पक्ष में कर ली और यादव ने राय को 10,825 वोटों से हराया. लेकिन 2020 में राम सुरत राय ने जोरदार वापसी करते हुए 47,866 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की. यह औराई निर्वाचन क्षेत्र के इतिहास की सबसे बड़ी जीत थी.
2020 के विधानसभा चुनावों में औराई में कुल 3,10,614 पंजीकृत मतदाता थे. इनमें मुस्लिम मतदाता 17.90% (55,599) और अनुसूचित जाति के मतदाता 11.23% (34,882) थे. यह एक पूर्णतः ग्रामीण क्षेत्र है, जिसमें कोई शहरी मतदाता पंजीकृत नहीं है. 2024 के लोकसभा चुनाव तक यह संख्या बढ़कर 3,20,357 हो गई.
2024 के आम चुनाव में औराई क्षेत्र में बीजेपी के राज भूषण चौधरी ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय निषाद पर 36,200 वोटों की बढ़त हासिल की. अजय निषाद, जो पहले बीजेपी से दो बार मुजफ्फरपुर से सांसद रह चुके थे, को इस बार टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया. यह परिणाम न केवल निषाद के लिए व्यक्तिगत झटका था, बल्कि यह संकेत भी था कि क्षेत्र में बीजेपी की पकड़ अब भी मजबूत बनी हुई है.
2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए औराई सीट एक बार फिर से हाई-वोल्टेज मुकाबले का गवाह बनने वाली है. बीजेपी-नीत एनडीए इस बार पहले से अधिक एकजुट नजर आ रही है, जबकि नए राजनीतिक खिलाड़ी भी सीमाओं पर अपने लिए जगह तलाश रहे हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी इस बार औराई में लगातार जीत का क्रम बना पाएगी या फिर यह सीट एक बार फिर विपक्षी दलों के पक्ष में झुक जाएगी.
औराई की राजनीति का यह उतार-चढ़ाव इस बात का प्रमाण है कि मतदाता यहां बदलाव के प्रति हमेशा सजग रहे हैं और आने वाला चुनाव भी इसी प्रवृत्ति की अगली कड़ी साबित हो सकता है.
(अजय झा)
Md. Aftab Alam
CPI(ML)(L)
Akhilesh Kumar
IND
Surendra Kumar
IND
Bimal Devi
BCHP
Dinbandhu Kumar
RJJP
Ashok Kumar Jha
GJP
Nota
NOTA
Dinesh Das
BSP
Anish Kumar
JD(S)
Mohan Kumar
IND
Ritesh Kumar Alias Binod Yadav
PP
Nageshwar Prasad Singh
IND
Ram Narayan Roy
BVP
Pradeep Kumar Singh
SHS
Amit Kumar
HSJP
बिहार विधानसभा चुनाव की गूंज यूपी की सियासी जमीन पर भी सुनाई पड़ रही है. इसकी वजह यह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिहार में एनडीए को जिताने के लिए मशक्कत कर रहे थे तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महागठबंधन के लिए पूरी ताकत झोंक दी. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार का यूपी कनेक्शन क्या है?
इंडिया टुडे ने चुनाव आयोग के डेटा की गहराई से जांच की और पाया कि SIR और चुनाव नतीजों के बीच कोई सीधा या समझ में आने वाला पैटर्न दिखता ही नहीं. हर बार जब एक ट्रेंड बनता लगता है, तुरंत ही एक दूसरा आंकड़ा उसे तोड़ देता है. बिहार चुनाव में NDA ने 83% सीटें जीतीं, पर SIR से जुड़े नतीजे अलग कहानी कहते हैं.
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jamui result shreyasi singh: जमुई विधानसभा सीट से दूसरी बार श्रेयसी ने राजद के मोहम्मद शमसाद आलम को 54 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की हैं.
बिहार चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन बुरी तरह फ्लॉप रहा और RJD-कांग्रेस गठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया. इसकी बड़ी वजहें थीं- साथी दलों के बीच लगातार झगड़ा और भरोसे की कमी, तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाने का विवादास्पद फैसला, राहुल-तेजस्वी की कमजोर ट्यूनिंग और गांधी परिवार का फीका कैंपेन.
बिहार चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद महागठबंधन बुरी तरह पिछड़ गया और आरजेडी अपने इतिहास की बड़ी हारों में से एक झेल रही है. इससे तेजस्वी यादव के नेतृत्व, रणनीति और संगठन पर गंभीर सवाल उठे हैं.
बिहार चुनाव के नतीजों ने साबित कर दिया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' राजनीतिक तौर पर कोई असर नहीं छोड़ पाई. जिस-जिस रूट से यह यात्रा गुज़री, वहां महागठबंधन लगभग साफ हो गया और एनडीए ने भारी जीत दर्ज की. कांग्रेस का दावा था कि यात्रा वोट चोरी के खिलाफ थी, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह महागठबंधन की चुनावी जमीन मजबूत करने की कोशिश थी, जो पूरी तरह असफल रही.
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बिहार चुनाव में एनडीए की शानदार जीत पर चिराग पासवान ने अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि बिहार के लोगों ने सही समय पर सही फैसला लिया, और डबल इंजन सरकार ने विकास की राह को मजबूत किया. उन्होंने चुनावी रणनीति, गठबंधन की भूमिका और राजनीतिक चुनौतियों पर भी खुलकर बात की.