गौरा बौराम बिहार के दरभंगा जिले में स्थित एक विधानसभा क्षेत्र है. यह क्षेत्र 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के आधार पर बनाया गया था और तब से अब तक तीन विधानसभा चुनावों में हिस्सा ले चुका है. यह विधानसभा क्षेत्र गौरा बौराम और किरातपुर प्रखंडों के साथ-साथ बीरौल प्रखंड के 12 ग्राम पंचायतों को शामिल करता है. यह दरभंगा लोकसभा क्षेत्र के
अंतर्गत आता है.
यह क्षेत्र समतल और ग्रामीण है. कमला नदी पास से बहती है और स्थानीय कृषि को सहारा देती है. क्षेत्र में मौसमी बाढ़ की समस्या रहती है, जो खेती और बुनियादी ढांचे दोनों को प्रभावित करती है. स्थानीय अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है और हालिया सर्वेक्षणों में कोई औद्योगिक इकाई नहीं पाई गई है. गौरा बौराम को कम औद्योगीकृत ब्लॉक के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिससे आर्थिक स्थिरता की कमी और पलायन की प्रवृत्ति देखी जाती है.
2020 के विधानसभा चुनाव में गौरा बौराम में 2,52,306 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें 43,926 अनुसूचित जाति (17.41%) और 62,571 मुस्लिम मतदाता (24.80%) शामिल थे. यह पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र है और इसमें कोई शहरी मतदाता नहीं हैं. 2020 में मतदाता turnout 57.20 प्रतिशत रही. 2024 तक पंजीकृत मतदाताओं की संख्या बढ़कर 2,61,037 हो गई.
जनता दल (यूनाइटेड) ने 2010 और 2015 के पहले दो चुनाव जीते. 2010 में डॉ. इज़हार अहमद ने आरजेडी के डॉ. महावीर प्रसाद को 10,602 वोटों से हराया. 2015 में, JD(U) ने आरजेडी नेतृत्व वाले महागठबंधन में भाग लिया और बहादुरगंज के विधायक मदन साहनी को मैदान में उतारा, जिन्होंने बीजेपी समर्थित LJP उम्मीदवार विनोद साहनी को 14,062 वोटों से परास्त किया.
2020 में, जब JD(U) NDA में वापस आया, तो विकासशील इंसान पार्टी (VIP) ने गौरा बौराम से चुनाव लड़ा. VIP की स्वर्णा सिंह ने आरजेडी के अफज़ल अली खान को 7,280 वोटों से हराया. मई 2022 में उन्होंने बीजेपी में शामिल हो गईं, जो उनके पिता और ससुर के बीजेपी विधायक रहने के अनुभव को देखते हुए एक प्राकृतिक बदलाव माना गया. 2020 में उनकी जीत का संकीर्ण अंतर LJP उम्मीदवार की उपस्थिति का नतीजा भी था.
लोकसभा चुनावों में भाजपा ने गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र में लगातार बढ़त बनाई है. 2024 में भाजपा ने 20,986 वोटों की बढ़त बनाई, जो 2019 की 30,685 वोटों की बढ़त से कम थी. आगामी 2025 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है.
गौरा बौराम राष्ट्रीय राजमार्ग NH527B और NH27 से जुड़ा हुआ है. यह जिला मुख्यालय दरभंगा से लगभग 45 किमी पूर्व और राज्य राजधानी पटना से 158 किमी की दूरी पर स्थित है. आसपास के प्रमुख शहरों में झंझारपुर (25 किमी), सुपौल (42 किमी), सहर्सा (55 किमी) और रोसड़ा (48 किमी) शामिल हैं. गौरा बौराम में रेलवे स्टेशन नहीं है.सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन दरभंगा जंक्शन है, जो लगभग 45 किमी दूर स्थित है.
गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र अपने ग्रामीण परिवेश, कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था और राजनीतिक महत्व के कारण दरभंगा जिले का एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र माना जाता है.
(अजय झा)