शुक्र
शुक्र सूर्य से दूसरा ग्रह है (second planet from the Venus). इसका नाम प्रेम और सुंदरता की रोमन देवी विनस के नाम पर रखा गया है. शुक्र की कक्षा पृथ्वी की कक्षा से छोटी है, लेकिन इसकी अधिकतम लम्बाई 47° है. इस प्रकार, इसे न केवल सुबह या शाम को सूर्य के पास देखा जा सकता है, बल्कि सूर्योदय या सूर्यास्त से कुछ घंटे पहले या बाद में, पर्यवेक्षक के अक्षांश और शुक्र और सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है. ज्यादातर इसे सुबह या शाम को देखा जा सकता है. कभी-कभी यह पूरी तरह से अंधेरे आकाश में भी देखा जा सकता है (Venus).
Shukra Gochar 2025: 20 दिसंबर, शनिवार को वर्ष 2025 का अंतिम शुक्र गोचर होने जा रहा है. इस दिन शुक्र धनु राशि में प्रवेश करेंगे. यह गोचर कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है. ज्योतिषविदों के अनुसार, इस दौरान कम प्रयास में धन लाभ और भाग्यवृद्धि के प्रबल योग बनेंगे.
Shukra Nakshatra Parivartan 2025: शुक्र 9 दिसंबर को जेष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 20 दिसंबर तक वहीं रहेंगे. इस नक्षत्र परिवर्तन का चार राशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. इन जातकों को करियर, रिश्तों और वित्तीय मामलों में सफलता मिलेगी.
साल 2026 की शुरुआत में शुक्र और शनि 60 डिग्री पर स्थित होकर लाभ दृष्टि योग बनाएंगे. यह दुर्लभ योग धन, सुख और उन्नति का कारक माना जाता है. ज्योतिषविदों के अनुसार, यह विशेष संयोजन तीन राशियों के लिए बेहद शुभ रहेगा और उन्हें बड़ा लाभ, अवसर, प्रगति दिला सकता है.
Shukra Budh Yuti 2026: 29 दिसंबर 2025 से 17 जनवरी 2026 तक धनु राशि में बुध और शुक्र की युति बनेगी. धनु गुरु की राशि है और यहां बुध-शुक्र की युति लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण करेगी. ज्योतिषविदों का कहना है कि यह दुर्लभ संयोग तीन राशियों में धनयोग का निर्माण करेगा.
Tridashank Yog 2025: शनि और शुक्र के 108 डिग्री कोण पर आने से त्रिदशांक योग बन रहा है. ज्योतिष अनुसार यह योग तीन राशियों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा. इन जातकों के जीवन में धन वृद्धि, सकारात्मकता, सफलता और नए अवसरों की भरमार होगी.
Chaturgrahi Yoga 2025: 6 दिसंबर यानी आज से वृश्चिक राशि में सूर्य-मंगल-बुध-शुक्र का चतुर्ग्रही योग बन गया है. यह योग कुंभ राशि के लाभ भाव को मजबूत बनाएगा. साथ ही, मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को भी जबरदस्त लाभ देगा.
Kharmas 2025 Rashifal: 16 दिसंबर 2025 से लेकर 14 जनवरी 2026 तक खरमास लगने वाला है. इस दौरान शुक्र और बुध के राशि परिवर्तन होंगे. 20 दिसंबर और 13 जनवरी को शुक्र का राशि परिवर्तन होगा. वहीं, बुध 29 दिसंबर को राशि बदलेंगे. खरमास में होने जा रहे ये गोचर 3 राशियों को मुश्किल में डाल सकते हैं.
Budh Shukra Yuti 2026: 17 जनवरी 2026 से लेकर 3 फरवरी 2026 तक मकर राशि में शुक्र-बुध की युति रहेगी. मकर राशि के स्वामी बुध है. ज्योतिषविदों का कहना है कि शनि की राशि बुध-शुक्र की युति 2026 की शुरुआत में तीन राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है.
Malavya Rajyog 2025: साल 2026 की शुरुआत मालव्य राजयोग से होगी, जो कि ज्योतिष के नजरिए से बहुत ही महत्वपूर्ण योग माना जाता है. जब भी इस राजयोग का निर्माण होता है तो उससे कई राशियों को शुभ लाभ की प्राप्ति भी होती है.
Shukra Nakshatra Parivartan 2025: 29 नवंबर को शुक्र के अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करने से तीन राशियों में धन लाभ के योग बनेंगे. ज्योतिष अनुसार, इस नक्षत्र परिवर्तन के बाद तीन राशियों पर मां लक्ष्मी की कृपा रहेगी और उन्हें करियर, व्यवसाय व संपत्ति से जुड़े लाभ होंगे.
Shani Shukra Yuti 2026: साल 2026 में 30 साल बाद बनने वाली शनि-शुक्र की युति तीन राशियों को शुभ परिणाम देने वाली है. इससे उन्हें धन, करियर और मान-सम्मान में लाभ मिलेगा.
Shukra Nakshatra Parivartan 2025: 7 नवंबर को होने जा रहा शुक्र का नक्षत्र परिवर्तन बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि शुक्र राहु के नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. इस नक्षत्र परिवर्तन से कई राशियों की किस्मत चमकेगी.
Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह के दिन बहुत ही दुर्लभ संयोग का निर्माण होने जा रहा है. दरअसल, उस दिन धन-समृद्धि के देवता शुक्र और चंद्रमा दोनों का राशि परिवर्तन होने जा रहा है. तो चलिए जानते हैं कि कौन कौन सी राशियां लकी साबित होने वाली हैं.
Shukra Gochar 2025: इस साल तुलसी विवाह सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि ज्योतिषीय रूप से भी बेहद खास संयोग लेकर आया है. 2 नवंबर को जब भगवान विष्णु और तुलसी माता का विवाह संपन्न होगा, उसी दिन शुक्र तुला राशि में प्रवेश करेंगे. इस गोचर से कई राशियों के जीवन में रिश्तों की मधुरता और भाग्य की चमक एक साथ बढ़ती नजर आएगी.
Malavya Rajyog 2025: 2 नवंबर को शुक्र गोचर से मालव्य राजयोग का निर्माण होगा. इस योग के बनने से कई राशियों का गोल्डन टाइम शुरू होगा. आइए जानते हैं उन राशियों के बारे में.
Shukra Gochar 2025: 9 अक्टूबर यानी आज शुक्र के गोचर से कन्या राशि में नीचभंग राजयोग का निर्माण होगा. इस नीचभंग राजयोग से कई राशियों की किस्मत पलट जाएगी. साथ ही, कई राशियों को आर्थिक लाभ जैसे योग भी बनेंगे.
Karwa Chauth 2025: 10 अक्टूबर को देशभर में सुहागनें पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का उपवास रखेंगी. यह व्रत ग्रह-नक्षत्रों की चाल के लिहाज से बेहद खास रहने वाला है. इस साल कर्क चतुर्थी पर शुक्र ग्रह का प्रभाव सबसे ज्यादा रहने वाला है, जो कि धन, वैभव और यश का कारक माने जाते हैं.
Shukra Gochar 2025: 9 अक्टूबर को शाम करीब 4 बजकर 25 मिनट पर शुक्र कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. यह गोचर करवा चौथ के त्योहार से एक दिन पहले होने जा रहा है. आइए जानते हैं कि यह गोचर किन राशियों को लाभ देगा
करवाचौथ का व्रत पति-पत्नी के लिए खास होता है, जिसमें चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया जाता है. यह व्रत शुक्र ग्रह और चंद्रमा को मजबूत करने का भी अवसर है, खासकर जब यह शुक्रवार के दिन पड़ता है. शुक्र ग्रह वैवाहिक सुख, प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक है, जबकि चंद्रमा मन की स्थिति को प्रभावित करता है. कमजोर शुक्र ग्रह के कारण रिश्तों में अनबन, ब्रेकअप और तलाक की समस्या बढ़ती है.
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने 1978 के नासा पायनियर मिशन के डेटा को दोबारा जांचा. पता चला कि शुक्र के बादल 62% पानी से बने हैं, जो हाइड्रेटेड यौगिकों में बंधा है. सल्फ्यूरिक एसिड सिर्फ 22%. ये खोज बादलों में जीवन की संभावना बढ़ाती है, क्योंकि पानी पहले कम माना जाता था. अब एस्ट्रोबायोलॉजी को नई दिशा मिलेगी.
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि शुक्र की कक्षा में सैकड़ों अदृश्य एस्टेरॉयड घूम रहे हैं. सूरज की चमक इन्हें छिपा लेती है. ये पृथ्वी से टकरा सकते हैं, भारी तबाही मचा सकते हैं. कम वक्रता वाले एस्टेरॉयड को ढूंढने के लिए शुक्र मिशन जरूरी. वेरा रुबिन वेधशाला कुछ मदद करेगी, लेकिन पूरी खोज बाकी है.