जस्टिन ट्रूडो
जस्टिन पियरे जेम्स ट्रूडो (Justin Pierre James Trudeau) नवंबर 2015 में कनाडा के 23वें प्रधानमंत्री बने(Prime Minister of Canada). 6 जनवरी 2025 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया. वे अप्रैल 2013 से लिबरल पार्टी के नेता हैं. ट्रूडो कनाडा के इतिहास में जो क्लार्क (Joe Clark) के बाद दूसरे सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने. उनके पिता पियरे ट्रूडो (Pierre Trudeau, Father of Justin Trudeau) भी कनाडा के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. पियरे और जस्टिन कनाडा के प्रधानमंत्री बनने वाले पिता–पुत्र की पहली जोड़ी हैं.
जस्टिन ट्रूडो का जन्म 25 दिसंबर 1971 को ओटावा, कनाडा (Ottawa, Canada) में हुआ था (Justin Trudeau Date of Borth). ट्रूडो की मां मार्गरेट सिंक्लेयर हैं (Justin Trudeau Mother). ट्रूडो स्कॉटिश और फ्रांसीसी कनाडाई मूल के हैं. उनके दादा व्यवसायी चार्ल्स-एमिल ट्रूडो और स्कॉटिश में जन्मे जेम्स सिंक्लेयर थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री लुई सेंट लॉरेंट के मंत्रिमंडल में मत्स्य पालन मंत्री के रूप में कार्य किया (Justin Trudeau Family).
जस्टिन ट्रूडो ने साल 2005 में सोफी ग्रेगोइरे से शादी की (Justin Wife, Sophie Grégoire) और इनके 3 बच्चें हैं (Justin Trudeau Children).
जस्टिन ने 1994 में मैकगिल विश्वविद्यालय से साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की, फिर 1998 में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से शिक्षा स्नातक की डिग्री हासिल की. उसके बाद, उन्होंने वैंकूवर में माध्यमिक विद्यालय स्तर पर फ्रेंच, मानविकी, गणित और नाटक पढ़ाया (Justin Trudeau Education). 2006 में उन्हें यूथ रिन्यूवल पर लिबरल पार्टी के टास्क फोर्स के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था (Justin Joined Liberal Party).
वर्ष 2008 के संघीय चुनाव (2008 federal election) के दौरान, एक सफल अभियान के बाद, जस्टिन को House of Commons में पापिन्यू (Papineau) का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था. ट्रूडो ने अप्रैल 2013 में लिबरल पार्टी का नेतृत्व किया और 2015 के संघीय चुनाव जीता (Justin Trudeau Political Career).
अनीता आनंद ने पवित्र हिंदू ग्रंथ गीता पर हाथ रखकर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. उन्होंने कहा कि मैं कनाडा की विदेश मंत्री के तौर पर चुने जाने को लेकर सम्मानित महसूस करती हूं. मैं प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ मिलकर काम करने और एक बेहतर और सुरक्षित दुनिया बनाने के लिए हमारी टीम के साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हूं.
कनाडा के आम चुनाव में खालिस्तान समर्थक नेता जगमीत सिंह और उनकी पार्टी NDP को तगड़ा झटका लगा है. जगमीत न सिर्फ अपनी सीट हार गए, बल्कि NDP का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी छिन गया. हार के बाद जगमीत सिंह ने पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है.
कनाडा में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने आम चुनाव में जीत हासिल की है. मार्क कार्नी की जीत के बाद माना जा रहा है कि भारत और कनाडा के रिश्तों में नरमी आएगी. कार्नी कई बार कह चुके हैं कि वो भारत के साथ संबंधों को सुधारने के इच्छुक हैं.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच भावुक होकर कनाडाई नागरिकों से एकजुट रहने की अपील की। ट्रूडो ने कहा कि आने वाला समय और भी मुश्किल होगा, लेकिन वह कनाडाई नागरिकों को कभी निराश नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप के 25% टैरिफ के कारण अंतरराष्ट्रीय कारोबार पर भी असर पड़ेगा। ट्रूडो का प्रधानमंत्री के तौर पर यह आखिरी सप्ताह है, और वह कनाडाई लोगों के लिए हमेशा खड़े रहने का वादा कर रहे हैं।
कनाडा की राजनीति में पंजाबी काफी ताकतवर रहे. अब इसमें गुजराती भी हिस्सेदारी करने जा रहे हैं. महीने के आखिर में होने वाले आम चुनाव में गुजराती मूल के चार उम्मीदवार शामिल होंगे. लेकिन ये कौन हैं, और क्या पंजाबियों की तरह कनाडाई पॉलिसी मेकिंग में सेंध लगा सकेंगे?
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के मद्देनजर 28 अप्रैल को स्नैप चुनाव कराने की घोषणा की है। यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'अनुचित' टैरिफ के जवाब के तहत लिया गया है। कार्नी की यह रणनीति उनकी हाल ही में मिली लोकप्रियता के चलते है, जिससे वह देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।
लिबरल पार्टी के पूर्व सेंट्रल बैंकर मार्क कार्नी ने शुक्रवार को गवर्नर जनरल मैरी साइमन की अध्यक्षता में आयोजित एक प्रोग्राम में 30वें कनाडाई मंत्रालय के सदस्यों के साथ शपथ ली.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में जस्टिन ट्रूडो को कुर्सी पकड़कर जाते देखा जा सकता है. इस दौरान वह कैमरे को देखकर उत्साहित नजर आ रहे हैं. उनके हाथ में हाउस ऑफ कॉमन्स की उनकी कुर्सी है.
जस्टिन ट्रूडो की बेटी एला ग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री की संतान होना आसान नहीं है. क्योंकि आप सोशल मीडिया में लगातार उनके बारे में पढ़ते और देखते हैं. मैं अब उन्हें ऑनलाइन की बजाए घर पर देखना चाहती हूं. डैड, मुझे आप पर गर्व है. हमने आपको देश के लिए लड़ते देखा है. आप जिन मूल्यों में विश्वास करते हैं, आप अंत तक उन मूल्यों के लिए लड़ते रहे.
कनाडा के नए प्रधानमंत्री ने अपने बयान से स्पष्ट कर दिया है कि वे भारत के साथ व्यापारिक और सौहार्द्रपूर्ण रिश्तों के समर्थक हैं. उन्होंने एक तरह से ट्रूडो को मैसेज देते हुए कहा है कि अगर वे प्रधानमंत्री होते तो भारत के साथ व्यापारिक अवसर बनाने के मौके का इस्तेमाल करने से नहीं चूकते.
मार्क कार्नी कनाडा के नए पीएम तब बनने जा रहे हैं जब ट्रंप के ट्रेड वॉर और कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने की उनकी बात ने कनाडाई लोगों को रुष्ट कर दिया है. कनाडा के लोग NHL और NBA खेलों में अमेरिकी राष्ट्रगान का विरोध कर रहे हैं. कुछ लोग सीमा के दक्षिण में अपनी यात्राएं रद्द कर रहे हैं, और कई लोग जब भी संभव हो अमेरिकी सामान खरीदने से बच रहे हैं. मार्क कार्नी ने खरी-खरी कहा है कि अमेरिकियों को कोई गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए.
लिबरल पार्टी का नेता चुने जाने के बाद मार्क कार्नी ने डोनाल्ड ट्रंप पर पलटवार करते हुए कहा कि अमेरिका कनाडा नहीं है. कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं बन सकता. अमेरिकी सरकार कनाडा के संसाधन, पानी और जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. अगर वे इसमें कामयाब हो गए तो हमारी जिंदगी तबाह कर देंगे.
मार्क कार्नी ने लिबरल पार्टी के नेतृत्व की दौड़ जीत ली है और वे जस्टिन ट्रूडो के बाद कनाडा के नए प्रधानमंत्री बनेंगे. वे पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर हैं और ऐसे पहले कनाडाई प्रधानमंत्री होंगे जिनके पास विधायी या कैबिनेट का कोई पूर्व अनुभव नहीं है. प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में 59 वर्षीय कार्नी ने 86 प्रतिशत सदस्यों के वोट हासिल किए.
टैरिफ वॉर में अब कनाडा और चीन भी शामिल हो गए है.मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा की तरफ से चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों,इस्पात और एल्युमीनियम प्रोडक्ट पर आयात शुल्क लगाए जाने के जवाब में चीन ने भी कनाडाई उत्पादों पर शुल्क लगाने का ऐलान किया है
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि निजी स्तर पर मैंने प्रधानमंत्री के तौर पर हर दिन ये सुनिश्चित किया है कि मैं कनाडा के नागरिकों को सबसे पहले रखूं. मैं यहां आप सबको ये बताना चाहता हूं कि हमें आपकी परवाह है. यहां तक कि इस सरकार के आखिरी दिनों में भी हमें आपकी परवाह है.
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने कनाडा के आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. अमेरिकी सरकार का आरोप है कि जस्टिन ट्रूडो अमेरिका में सिंथेटिक ड्रग फेंटानाइल की तस्करी रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं. टैरिफ मंगलवार से लागू हो गया है और इससे सालाना 2.2 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार बाधित हो सकता है.
कनाडा और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर भारी तनातनी की स्थिति बनी हुई है. ट्रंप कनाडा को अमेरिका में मिलाने की बात कह रहे हैं जिसे लेकर भी कनाडा के लोग बेहद नाराज हैं. ट्रंप के टैरिफ से खुद अमेरिकी नाराज हैं क्योंकि इससे महंगाई बढ़ने की संभावना है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बुधवार को टेलीफोन पर बातचीत हुई. इस दौरान ट्रंप ने ट्रूडो से सवाल किया कि कनाडा में चुनाव क्यों नहीं हो रहे? फिर उन्होंने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में खुद अपने इस सवाल का जवाब भी बातया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के आयात पर 25% टैरिफ लगा दिया, जिससे वित्तीय तनाव पैदा हुआ है. कनाडा ने WTO में शिकायत दर्ज कराई है. प्रधानमंत्री ट्रूडो ने अमेरिकी उत्पादों पर समान टैरिफ से पलटवार किया. दोनों देशों के बीच यह विवाद वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर सकता है. चीन ने भी अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ WTO में मामला दर्ज किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह समय बड़े सपनों और बोल्ड फैसलों का है. लेकिन अब हमारा मकसद अमेरिका को फिर से अफोर्डेबल बनाना है. अब हमारा देश Woke नहीं रहेगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कुछ दिन पहले कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का विचार रखा था, जिसे कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सिरे से खारिज कर दिया था. इसके बाद ट्रंप ने कनाडाई प्रधानमंत्री को 'गवर्नर ट्रूडो' कहना शुरू किया, जो उन पर एक तरह का कटाक्ष है.