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RPI(A)
IND
NRMP
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RJSBP
Bihar Election Result 2025 Live: रुपौली विधानसभा सीट पर JD(U) को दोबारा मिली जीत
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Rupauli Vidhan Sabha Result Live: रुपौली सीट पर बड़ा उलटफेर! जानिए क्या कह रहे ताजा आंकड़े
Rupauli Election Results 2025 Live: रुपौली सीट पर उलटफेर! RJD भारी अंतर से पीछे
Rupauli Vidhan Sabha Result Live: रुपौली विधानसभा सीट पर JD(U) विशाल जीत की ओर! जानिए RJD कितना पीछे?
बिहार के पूर्णिया जिले में स्थित रुपौली विधानसभा क्षेत्र एक सामान्य श्रेणी का निर्वाचन क्षेत्र है, जो पूर्णिया लोकसभा सीट का हिस्सा भी है. इसमें रुपौली और भवनिपुर सामुदायिक विकास खंड शामिल हैं, साथ ही बरहरा कोठी ब्लॉक के आठ ग्राम पंचायत भी इसके अंतर्गत आते हैं.
यह इलाका कोसी क्षेत्र में आता है, जो अपनी उपजाऊ जमीन और बार-बार आने वाली बाढ़ों के लिए जाना जाता है. कोसी नदी इस क्षेत्र के पश्चिमी किनारे से होकर बहती है और इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तथा कमजोरियों को गहराई से प्रभावित करती है. यहां मुख्य रूप से धान, मक्का और गेहूं की खेती होती है, जबकि केला और जूट की खेती भी कुछ हिस्सों में देखी जाती है. हालांकि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है, लेकिन औद्योगिक गतिविधियां सीमित हैं और यहां से मौसमी पलायन भी काफी अधिक होता है.
रुपौली, पूर्णिया जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है. बनमनखी लगभग 25 किमी उत्तर-पश्चिम में और भवनिपुर करीब 15 किमी दक्षिण में है. राज्य की राजधानी पटना से इसकी दूरी लगभग 300 किमी है. यह इलाका सड़कों से जुड़ा हुआ है और निकटतम रेलवे स्टेशन बनमनखी जंक्शन है.
1951 में स्थापित इस विधानसभा सीट पर अब तक 17 चुनाव हो चुके हैं. यह सीट कभी आरक्षित नहीं रही और विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व यहां से हो चुका है. कांग्रेस ने यहां 6 बार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने 2 बार, जद(यू) ने 3 बार और राजद ने 1 बार जीत दर्ज की है. स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी 3 बार सफलता पाई है, जबकि लोजपा और समाजवादी पार्टी ने एक-एक बार इस सीट पर कब्जा किया है.
हाल के वर्षों में यहां का चुनावी मुकाबला मुख्य रूप से बीमा भारती और शंकर सिंह के बीच केंद्रित रहा है. बीमा भारती 2000 से अब तक 5 बार विधायक रह चुकी हैं, एक बार निर्दलीय, एक बार राजद से और तीन बार जद(यू) से. दूसरी ओर, शंकर सिंह ने लोजपा से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और बाद में निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े.
2020 के विधानसभा चुनाव में जद(यू) की बीमा भारती ने लोजपा के शंकर सिंह को 19,330 वोटों से हराया. उस चुनाव में 60.69% मतदान दर्ज हुआ था.
हालांकि 2024 में राजनीतिक स्थिति पूरी तरह बदल गई. लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए बीमा भारती ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और राजद के टिकट पर मैदान में उतरीं, लेकिन हार गईं. इसके बाद हुए उपचुनाव में शंकर सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जद(यू) के कलाधर प्रसाद मंडल को 8,246 वोटों से हराया. बीमा भारती तीसरे स्थान पर रहीं. इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत गिरकर 52.75% रह गया, जो 2020 की तुलना में लगभग आठ प्रतिशत कम था.
2020 में रुपौली विधानसभा क्षेत्र में 3,07,030 पंजीकृत मतदाता थे. इनमें अनुसूचित जाति के मतदाता लगभग 37,304 (12.15%), अनुसूचित जनजाति के 9,334 (3.04%) और मुस्लिम मतदाता 37,457 (12.20%) थे. 2024 के लोकसभा चुनाव तक मतदाता संख्या बढ़कर 3,12,605 हो गई, जबकि 6,275 मतदाताओं ने पलायन कर दिया था.
2024 के लोकसभा चुनाव में, हालांकि जद(यू) पूर्णिया लोकसभा सीट जीत नहीं पाई, लेकिन रुपौली विधानसभा खंड में संतोष कुमार ने 24,674 वोटों की बढ़त बनाई, जो पार्टी के लिए आशा की किरण है.
जैसे-जैसे 2025 का विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, रुपौली क्षेत्र एक जटिल राजनीतिक तस्वीर पेश करता है. जद(यू) को अपनी खोई जमीन वापस पाने की चुनौती है, वहीं राजद को अपने मतदाता आधार को पुनर्जीवित करने की जरूरत है. शंकर सिंह की निर्दलीय जीत ने इस सीट की राजनीति में नई अनिश्चितता जोड़ दी है. यह सीट पहले ही अपने बदलते राजनीतिक रुझानों के लिए जानी जाती है, और आगामी चुनावों में यहां दिलचस्प मुकाबले की पूरी संभावना है.
(अजय झा)
Shankar Singh
LJP
Vikas Chandra Mandal
CPI
Kaladhar Prasad Mandal
IND
Premparkash Mandal
IND
Nota
NOTA
Nilam Devi
IND
Deepak Kumar Sharma
JAP
Manoj Kumar Bharti
IND
Md. Quamruz Zaman
RSMJP
Sikander Singh
RJSBP
Brajnandan Poddar
BSP
Usha Devi
BLRP
Abhay Singh
IND
Virendra Kumar
JP (S)
Ruby Kumari
VSP
बिहार विधानसभा चुनाव की गूंज यूपी की सियासी जमीन पर भी सुनाई पड़ रही है. इसकी वजह यह है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिहार में एनडीए को जिताने के लिए मशक्कत कर रहे थे तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महागठबंधन के लिए पूरी ताकत झोंक दी. ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार का यूपी कनेक्शन क्या है?
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बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में एक दिलचस्प पैटर्न सामने आया है. जहां सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से जीती गई पांचों सीटें NDA के खाते में गईं, वहीं बेहद कम मार्जिन वाली सीटों पर अलग-अलग दलों की जीत दर्ज हुई. चुनावी आंकड़े बताते हैं कि भारी अंतर वाली सीटों पर NDA का दबदबा स्पष्ट दिखा जबकि कम अंतर वाली सीटों पर मुकाबला बेहद करीबी रहा.
jamui result shreyasi singh: जमुई विधानसभा सीट से दूसरी बार श्रेयसी ने राजद के मोहम्मद शमसाद आलम को 54 हजार वोटों से हराकर जीत हासिल की हैं.
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बिहार चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद महागठबंधन बुरी तरह पिछड़ गया और आरजेडी अपने इतिहास की बड़ी हारों में से एक झेल रही है. इससे तेजस्वी यादव के नेतृत्व, रणनीति और संगठन पर गंभीर सवाल उठे हैं.
बिहार चुनाव के नतीजों ने साबित कर दिया कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' राजनीतिक तौर पर कोई असर नहीं छोड़ पाई. जिस-जिस रूट से यह यात्रा गुज़री, वहां महागठबंधन लगभग साफ हो गया और एनडीए ने भारी जीत दर्ज की. कांग्रेस का दावा था कि यात्रा वोट चोरी के खिलाफ थी, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह महागठबंधन की चुनावी जमीन मजबूत करने की कोशिश थी, जो पूरी तरह असफल रही.
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटों पर AIMIM ने अपनी मजबूत उपस्थिति को जारी रखा है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बहादुरगंज, कोचा धामन, अमौर और बाबसी जैसी महत्वपूर्ण सीटों पर जनता ने AIMIM को दोबारा जीत दी है. अमौर सीट पर पार्टी के एकमात्र विधायक अख्तरुल इमान ने सफलता पाई जो जनता के भरोसे और पार्टी संगठन की कड़ी मेहनत का परिणाम है.
बिहार चुनाव में एनडीए की शानदार जीत पर चिराग पासवान ने अपने विचार साझा किए. उन्होंने बताया कि बिहार के लोगों ने सही समय पर सही फैसला लिया, और डबल इंजन सरकार ने विकास की राह को मजबूत किया. उन्होंने चुनावी रणनीति, गठबंधन की भूमिका और राजनीतिक चुनौतियों पर भी खुलकर बात की.