BJP
INC
JSP
Nota
NOTA
IND
BSP
IND
AAP
IND
IND
Bihar Election Result 2025 Live: पूर्णिया विधानसभा सीट पर BJP को दोबारा मिली जीत
Bihar Election Result 2025 Live: पूर्णिया विधानसभा सीट पर BJP को दोबारा मिली जीत
Purnia Assembly Election Result Live: पूर्णिया में INC पीछे, BJP आगे! जानें वोटों का अंतर कितना
Purnia Vidhan Sabha Chunav Result Live: बिहार के सीमांचल क्षेत्र में पार्टियों/गठबंधनों का प्रदर्शन कैसा है?
Purnia Vidhan Sabha Result Live: पूर्णिया में BJP कैंडिडेट Vijay Kumar Khemka निकले सबसे आगे
Purnia Chunav Results Live: पूर्णिया सीट पर BJP का वर्चस्व, 31458 वोटों के विशाल अंतर से INC को पछाड़ा
पूर्णिया, उत्तर बिहार के मिथिला क्षेत्र का एक हिस्सा. यह बिहार का चौथा सबसे बड़ा शहर और एक उभरता हुआ आर्थिक केंद्र है, जिसका एक दिलचस्प इतिहास है. इसका नाम संस्कृत शब्द "पूर्ण-अरण्य" से पड़ा है, जिसका अर्थ है "संपूर्ण जंगल". यह सौरा नदी के तट पर बसा हुआ है. ब्रिटिश उपनिवेशवाद से पहले तक यह घना जंगल था, जहां बहुत कम लोग बसते थे. लेकिन यूरोपियों को इसकी उपजाऊ भूमि, प्रचुर संसाधन और अनुकूल जलवायु आकर्षित करने लगी, जिससे इसे "मिनी दार्जिलिंग" का उपनाम मिला. हालांकि, अब गर्मियां अधिक कठोर हो गई हैं, फिर भी पूर्णिया बिहार में सबसे अधिक वर्षा वाला क्षेत्र है, जहां आर्द्रता 70 प्रतिशत से अधिक रहती है.
शुरुआत में, यूरोपीयंस शहर के केंद्र में स्थित सौरा नदी के आसपास बसे, जिसे अब रामबाग के नाम से जाना जाता है. उन्होंने जमींदारी अधिकार खरीदे, व्यापार किया और नील तथा अन्य फसलों की खेती शुरू की. अंग्रेज किसानों ने पूर्णिया के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और आज भी उनके प्रभाव के अवशेष यहां देखे जा सकते हैं.
पूर्णिया सामरिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारतीय सेना और वायु सेना के प्रमुख ठिकानों की मेजबानी करता है. इसके अलावा, भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की पांच शाखाओं में से तीन- सीमा सुरक्षा बल (BSF), सशस्त्र सीमा बल (SSB) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) यहां मौजूद हैं.
राजनीतिक रूप से भी पूर्णिया का इतिहास दिलचस्प रहा है. 1951 में स्थापित पूर्णिया विधानसभा सीट, पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र की छह विधानसभा सीटों में से एक है. अब तक यहां 19 विधानसभा चुनाव (दो उपचुनाव सहित) हो चुके हैं. शुरू में कांग्रेस ने लगातार छह बार जीत हासिल की, लेकिन 1977 में इंदिरा गांधी विरोधी लहर के दौरान जनता पार्टी ने यहां से जीत दर्ज की. इसके बाद, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने लगातार पांच चुनाव जीते, लेकिन 2000 से भाजपा ने अपना दबदबा कायम करते हुए लगातार सात बार जीत दर्ज की.
2015 से भाजपा के विजय कुमार खेमका इस सीट से विधायक हैं. 2020 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 32,000 से अधिक मतों से हराया था. इस सीट पर सबसे पहले कांग्रेस के कमलदेव नारायण सिन्हा ने जीत दर्ज की थी, जिन्होंने 1952 से 1972 के बीच छह बार चुनाव जीता. 1977 में जनता पार्टी के देव नाथ रॉय ने तीन वर्षों तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. इसके बाद 1980 से 1998 तक CPM के अजीत सरकार ने लगातार चार बार चुनाव जीता.
अजीत सरकार की राजनीतिक यात्रा 14 जून 1998 को उनके ड्राइवर और एक पार्टी कार्यकर्ता के साथ दिनदहाड़े हत्या के बाद समाप्त हो गई. इस हत्याकांड के लिए पप्पू यादव जिम्मेदार थे, जो वर्तमान में पूर्णिया के सांसद हैं. पप्पू यादव, जिन्हें लालू प्रसाद यादव के "जंगल राज" के दौरान राजनीति में लाया गया था, 2008 में हत्या के आरोप में दोषी ठहराए गए और आजीवन कारावास की सजा प्राप्त की, जिससे वे चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो घोषित हुए. हालांकि, बाद में जब वे इस हत्या के मामले से बरी हो गए, तो 2014 से उन्होंने फिर से चुनाव लड़ना शुरू कर दिया.
अजीत सरकार की हत्या के बाद उनकी पत्नी माधवी सरकार ने 1998 के उपचुनाव में CPM के टिकट पर जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद यह सीट वाम दलों से दक्षिणपंथी दलों की ओर झुक गई.
हालांकि भाजपा ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पूर्णिया विधानसभा क्षेत्र में बढ़त हासिल कर ली. इसका मुख्य कारण पप्पू यादव का प्रभाव था, जिन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा. यादव का पूर्णिया पर जबरदस्त पकड़ है, क्योंकि उन्होंने अब तक छह बार लोकसभा सांसद के रूप में चुनाव लड़ा है, जिसमें से चार बार पूर्णिया सीट से जीत हासिल की है. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर दो बार, समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में एक बार और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में यह सीट जीती है.
पूर्णिया एक हिंदू-बहुल क्षेत्र है, जहां हिंदू आबादी 75.19 प्रतिशत है, जबकि मुस्लिम आबादी 23.26 प्रतिशत है. पूर्णिया विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति (SC) की जनसंख्या लगभग 11.14 प्रतिशत है, जबकि अनुसूचित जनजाति (ST) की जनसंख्या लगभग 5.99 प्रतिशत है. मुस्लिम मतदाता यहां की कुल मतदाता संख्या का लगभग 25.7 प्रतिशत हैं. वहीं, ग्रामीण मतदाता 36.63 प्रतिशत और शहरी मतदाता 63.38 प्रतिशत हैं. 2020 के विधानसभा चुनावों में पूर्णिया विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,12,793 मतदाता थे, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में बढ़कर 3,29,903 हो गए.
पूर्णिया ऐतिहासिक रूप से उत्तर बिहार का एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र रहा है. प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु और बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत इसी मिट्टी के सपूत रहे हैं.
(अजय झा)
Indu Sinha
INC
Vijay Oraon
SDPI
Sanjay Singh
AKP
Neeraj Kumar Sinha
IND
Bidyanand Mehta
RLSP
Ashok Kumar Singh
IND
Nityanand Choudhary
IND
Ajay Swarn
IND
Nota
NOTA
Md. Aslam Azad
NCP
Shaikh Akbar Ali
JD(S)
Shyam Mohan Jha Alias S. M.jha
IND
Anisha Priti
PP
Vinod Singh
AJPR
Chandra Bhanu Kumar
IND
Rajesh Kumar Nirala
IND
Manoj Thakur
BLRP
Ravindra Kumar Singh
JVKP
Pradip Kumar
AGSP
Abdul Subhan
BJJND
Sumit Kumar
IND
Rajesh Kumar Thakur
IND
Mihir Anand
JNP
बिहार की सियासत में सीमांचल का चुनावी रण बेहद दिलचस्प हो गया है, जहां भाजपा घुसपैठ को बड़ा मुद्दा बना रही है, तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM, आरजेडी-कांग्रेस के पारंपरिक मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी करती दिख रही है. 2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM ने इस क्षेत्र में पांच सीटें जीतकर महागठबंधन का समीकरण बिगाड़ दिया था.
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं. जहाँ पूर्णिया, अररिया और सुपौल जिलों में पार्टियों के भीतर भारी उथल-पुथल मची है. एक स्थानीय निवासी ने कोसी नदी के कटाव की पीड़ा को व्यक्त करते हुए कहा, 'जब तक उसको बचा होता है 6 दिन तब तक घर हटा करके दूसरे जगह जाना पड़ता है'.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के सीमांचल में चुनावी रैलियों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है. अपने भाषण में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि, 'बिहार में एक एकड़ ₹1 के दाम में अदानी को दिया गया है'.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार की नीतीश कुमार, RJD और कांग्रेस पर सीमांचल क्षेत्र की जानबूझकर उपेक्षा करने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल इलाका होने के कारण किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया को विकास से वंचित रखा गया.
बिहार की सियासत में सीमांचल की लड़ाई बेहद अहम हो गई है, जहां असदुद्दीन ओवैसी, तेजस्वी यादव और एनडीए के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा, 'एजेंसी कपड़े देख कर, चेहरे पर दाढ़ी, सर पर टोपी देखकर कह रहे हैं ये चरमपंथी है.' 2020 में पांच सीटें जीतकर चौंकाने वाले ओवैसी के लिए यह चुनाव अग्निपरीक्षा है, क्योंकि उनके चार विधायक आरजेडी में शामिल हो चुके हैं.
बिहार में चुनावी घमासान तेज हो गया है, खासकर सीमांचल के इलाके में जहां कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर है. प्रियंका गांधी ने पूर्णिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला. प्रियंका ने कहा, 'ये जो आपकी धरती है, सीमांचल की धरती, ये धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक है'.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के पूर्णिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के महागठबंधन पर निशाना साधते हुए लालू प्रसाद यादव और राहुल गांधी पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. अमित शाह ने कहा, 'हम घुसपैठियों को डिटेक्ट करेंगे, मतदाता सूची से डिलीट करेंगे और उनको डिपोर्ट करेंगे'.
कटिहार के आजमनगर में बीजेपी प्रत्याशी निशा सिंह की जनसभा में पहुंचे भोजपुरी स्टार और भाजपा सांसद दिनेश लाल निरहुआ को उस वक्त परेशानी का सामना करना पड़ा जब उनके हेलीकॉप्टर में फ्यूल खत्म हो गया. करीब 45 मिनट तक हेलीकॉप्टर में इंतजार करने के बाद उन्हें सड़क मार्ग से पूर्णिया रवाना होना पड़ा. इस दौरान हेलीपैड पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे प्रशासन को सुरक्षा संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी को सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने पड़े.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आजतक से खास बातचीत में बिहार चुनाव में एनडीए की बड़ी जीत का दावा किया. घुसपैठ के मुद्दे पर उन्होंने कहा, 'घुसपैठिया मुक्त भारत निश्चित रूप से करेंगे'. पूर्णिया में एक रोड शो के दौरान दिए इस इंटरव्यू में गौरव सावंत से बात करते हुए शाह ने कहा कि एनडीए दो-तिहाई से ज़्यादा बहुमत के साथ सरकार बनाएगा और 160 से अधिक सीटें जीतेगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत का दावा किया है. आज तक से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि गठबंधन दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगा और 160 से ज्यादा सीटें जीतेगा. जब उनसे नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बने रहने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'आपकी चैनल पर 10 बार मैं जवाब दे चुका हूँ कॅन्फ़्यूज़न मत फैलाइए.' शाह ने आरजेडी के नौकरी के वादे को यह कहकर खारिज कर दिया कि जिसकी सरकार नहीं बन रही, उसका वादा कौन सुनेगा.