15 अगस्त
15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से राष्ट्र की आजादी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है (India Independence Day). इस दिन 1947 के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम के प्रावधान प्रभाव में आया था. इस अधिनियम ने भारतीय संविधान सभा को विधायी संप्रभुता से हस्तांतरित किया था. राष्ट्र ने 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान को अपनाया और इस दिन को भारतीय गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.
यह स्वतंत्रता भारत के विभाजन के साथ हुई (Partition of India), जिसमें ब्रिटिश भारत को धार्मिक आधार पर भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के डोमिनियन में विभाजित किया गया था. 15 अगस्त 1947 को, भारत के पहले प्रधानमंत्री, जवाहरलाल नेहरू (First Prime Minister of India) ने दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दिन बाद, सभी स्वतंत्रता दिवस पर, मौजूदा प्रधानमंत्री परंपरागत रूप से झंडा फहराते हैं (Flag Hoisting by Prime Minister) और राष्ट्र को एक संबोधित करते हैं. भारतीय राष्ट्रगान, "जन गण मन" गाया जाता है (National Song of India). भारतीय जनता को संबोधित करते हैं. वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं (Freedom Fighters of India).
भाषण के बाद भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों के डिवीजनों का मार्च पास्ट होता है. परेड और प्रतियोगिताएं स्वतंत्रता संग्राम और भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं के दृश्यों को प्रदर्शित करती हैं. पूरे कार्यक्रम का प्रसारण भारत के राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन द्वारा किया जाता है. स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में ध्वजारोहण समारोह, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है. इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है. इसी तरह के आयोजन राज्यों की राजधानियों में होते हैं जहां अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं (Cultural Program on Independence Day).
CM हेल्पलाइन 181 में सिर्फ इस बात से नाराज होकर शिकायत कर दी कि उसे ग्राम पंचायत भवन में ध्वजारोहण होने के बाद खाने के लिए लड्डू नहीं मिले थे. यह पूरा घटनाक्रम 15 अगस्त को घटित हुआ.
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक चेताते हुए कहा कि भारत अब न तो सिंधु जल समझौते के मौजूदा स्वरूप को स्वीकार करेगा और न ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की परमाणु धमकियों को बर्दाश्त करेगा.
15 अगस्त के पर्व पर सिंगर सुखविंदर सिंह ने सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों के बीच अपनी प्रस्तुति दी. जवानों का मनोबल ऊंचा है और वे देश की रक्षा में दिन-रात लगे रहते हैं. इस कार्यक्रम में संगीत और जज्बे का संगम देखने को मिला. सुखविंदर सिंह ने अपनी आवाज से देश प्रेम का संदेश दिया. देखें जय हो.
मार्च 1947 की दोपहरी थी. रावी नदी के किनारे थोआ खालसा गांव में 90 सिख औरतें एक साथ निकलकर गांव के कुएं के पास इकट्ठा हो गईं. भीड़ नारे लगाते हुए पास आ रही थी. इन औरतों के पास दो रास्ते थे, जीवित रहकर अपहरण और बलात्कार का शिकार हो जाएं या फिर अस्मित बचाते हुए मर जाएं. फिर क्या था- सभी ने एक-एक कर कुएं में छलांग लगा दी. थोड़ी ही देर में पानी में लाशें तैर रही थीं.
लाल किले से अपने सबसे लंबे भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के बड़े बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश की सुरक्षा का मुद्दा प्रमुखता से उठाया और श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरित आयरन डोम जैसी सुरक्षा प्रणाली विकसित करने की घोषणा की. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि ये पहलगाम हमले के बाद देश के आक्रोश की अभिव्यक्ति थी.
Mission Sudarshan Chakra: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत मिशन 'सुदर्शन चक्र' शुरू करेगा. यह एक शक्तिशाली सिस्टम होगा जो दुश्मनों के हमलों को बेअसर करेगा और दुश्मन पर पलटवार भी करेगा
79वें स्वतंत्रता दिवस पर जहां देशभर में जश्न का माहौल था, वहीं एक सोशल मीडिया पोस्ट ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है . दरअसल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और इसी से कांग्रेस नाराज हो गई.
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने लगातार 12वीं बार तिरंगा फहराया. देश को संबोधित किया. लाल किले की प्राचीर से इस बार पीएम मोदी ने अब तक का सबसे लंबा भाषण दिया. 103 मिनट के भाषण में पीएम ने नए भारत की बात की. उनके भाषण का बड़ा हिस्सा ऑपरेशन सिंदूर पर फोकस था.
आज देश आजादी का जश्न मना रहा है. प्रधानमंत्री मोेदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया. लाल किले की प्राचीर से उन्हों ने अब तक का सबसे लंबा भाषण दिया. 103 मिनट के भाषण में पीएम ने दमदार भारत की बात की. वो भारत जो घर में घुस कर मारता है. परमाणु धमकी से नहीं डरता। वो भारत जो आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने सेमीकंडक्टर उद्योग का जिक्र करते हुए पिछली सरकारों पर निशाना साधा.
बाबा विश्वनाथ के दरबार को तिरंगे के तीनों रंगों के फूलों से सजाया गया था. केसरिया गेंदा, सफेद रजनीगंधा और हरे रंग की पत्तियों से गर्भगृह का हर कोना दुल्हन की तरह सजा हुआ था. इसके अलावा, गर्भगृह में जगह-जगह राष्ट्र ध्वज भी लगाए गए थे, जो इस ऐतिहासिक क्षण को और भी खास बना रहे थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि इस बार दिवाली में लोगों को डबल दीवाली का गिफ्ट मिलेगा. प्रधानंमंत्री ने कहा, पिछले 8 साल में हमने जीएसटी में बहुत बड़ा रिफॉर्म किया.
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से पाकिस्तान को साफ-साफ संदेश देते हुए कहा कि सिंधु जल समझौता का मौजूदा स्वरूप भारत को कतई मंजूर नहीं है. किसान हित में, राष्ट्र हित में ये समझौता हमें मंजूर नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत से निकलती नदियों का पानी दुश्मनों के खेत को सींच रही है. और मेरे देश के किसान और मेरे देश की धरती पानी के बिना प्यासी है.
79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया और देशवासियों को आज़ादी के इस महापर्व की शुभकामनाएं दीं. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आज़ादी के अमर सेनानियों और संविधान निर्माताओं को नमन करते हुए विशेष रूप से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का उल्लेख किया.
14 अगस्त 1947 को कराची पहुंचने से एक दिन पहले एक CID अधिकारी ने वायसराय माउंटबेटन को एक भयावह चेतावनी भेजी थी: "सर, साजिश चल रही है." खुफिया रिपोर्ट के अनुसार अगली सुबह कराची की सड़कों पर उन्हें और जिन्ना को ले जाने वाली खुली कार पर कम से कम एक और संभवतः कई बम फेंके जाएंगे. माउंटबेटन के लिए 30 मिनट का ये सफर 24 घंटे का साबित हुआ
अगर आप स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली घूमने का सोच रहे हैं, तो इन 5 खास जगहों पर जरूर जाएं. जहां हर उम्र के लोगों के लिए मनोरंजन और अनुभव का बेहतरीन मौका मिलेगा.
Independence Day 2025: 15 अगस्त का वीकेंड घूमने का बढ़िया मौका है और दिल्ली के आसपास कई ऐसी जगहें हैं जो आपका ट्रिप खास बना सकती हैं. ऐसी कई जगहें हैं, जो दिल्ली से 500 किमी के भीतर हैं और 15 अगस्त वीकेंड के लिए शानदार विकल्प भी हैं.
अंडमान-निकोबार स्थित सेल्युलर जेल, जिसे ‘काला पानी’ कहा जाता है, आजादी की लड़ाई की सबसे दर्दनाक कहानियों में से एक है. अब यह एक राष्ट्रीय स्मारक है, जहां पर्यटक तंग कोठरियां, ऐतिहासिक दस्तावेज और लाइट एंड साउंड शो के जरिए उस दौर की झलक देख सकते हैं.
अगर इस 15 अगस्त आप ऐसी जगह घूमना चाहते हैं जहां आजादी की असली कीमत महसूस हो, तो 'बावनी इमली' जरूर जाएं. यह वही जगह है जहां 28 अप्रैल 1858 को अंग्रेजों ने 52 क्रांतिकारियों को एक ही इमली के पेड़ पर फांसी दे दी थी.
भारत का इतिहास सिर्फ किताबों में नहीं, हवाओं में, दीवारों पर और उन इमारतों में बसा है जो वक्त को थामे खड़ी हैं. अगर आप घूमने जा रहे हैं तो सिर्फ हिल स्टेशन या बीच मत देखिए, इन 5 ऐतिहासिक जगहों को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल कीजिए.
15 अगस्त को पड़ रहे लॉन्ग वीकेंड के चलते गोवा, शिमला, उदयपुर जैसे टूरिस्ट स्पॉट्स पर होटल फुल हो चुके हैं. ऐसे में अगर आप भीड़-भाड़ से दूर सुकून भरी ट्रिप चाहते हैं तो इन शहरों के विकल्प अभी भी खुले हैं.