प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के पर्व पर लाल किले की प्राचीर से संदेश दिया है कि पाकिस्तान के साथ संबंधों की बात होगी तो खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा. ये भारत ने तय कर लिया है. पाकिस्तान के साथ स्थगित किए गए सिंधु जल समझौते का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सिंधु का समझौता कितना अन्यायपूर्ण और कितना एकतरफा है.
PM मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि भारत से निकलती नदियों का पानी दुश्मनों के खेत को सींच रही है. और मेरे देश के किसान और मेरे देश की धरती पानी के बिना प्यासी है. ये ऐसा समझौता था. इसने पिछले सात दशक से मेरे देश के किसानों का अकल्पनीय नुकसान किया है. हिन्दुस्तान के हक का जो पानी है उस पर अधिकार सिर्फ और सिर्फ भारत के किसानों का, भारत का हक है.
पीएम मोदी ने सिंधु जल समझौते को इसके मौजूदा स्वरूप में मानने से इनकार करते हुए कहा कि भारत कतई सिन्धु समझौते के जिस स्वरूप को दशकों तक सहा है, उस स्वरूप को आगे नहीं सहा जाएगा. किसान हित में, राष्ट्र हित में ये समझौता हमें मंजूर नहीं है.
हमने एक न्यू नॉर्मल प्रस्थापित किया है। आतंक एवं आतंकियों को ताकत देने वालों को अब हम अलग - अलग नहीं मानेंगे। भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकी को अब हम सहने वाले नहीं हैं। खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।
- प्रधानमंत्री @narendramodi #IndependenceDay2025… pic.twitter.com/fctEtZeDhG— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) August 15, 2025
इससे पहले पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने दुश्मन को उसकी कल्पना से परे सजा दी है. उन्होंने कहा कि उन्हें आज बहुत गर्व है कि आज उन्हें लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के जवानों को सैल्यूट करने का गर्व मिला है. हमारे वीर जांबाज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है. उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले से पैदा हुए गुस्से की अभिव्यक्ति ऑपरेशन सिंदूर है.
पीएम मोदी ने आतंक के पैरोकारों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि हमारा देश कई दशकों से आतंक के दंश को झेलता आया है, अब हमने न्यू नॉर्मल तय कर लिया है. अब हम आतंक को पालने पोसने वालों को और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वालों को अब हम अलग अलग नहीं मानेंगे. वे मानवता के समान दुश्मन हैं, इनके बीच कोई फर्क नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को अब हम सहने वाले नहीं हैं. न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे अरसे से चला आया है, अब ब्लैकमेल नहीं सहा जाएगा. आगे भी अगर दुश्मनों ने कोशिश जारी रखी तो हमारी सेना तय करेगी, सेना की शर्तों पर, सेना के समय और तौर तरीके और लक्ष्य पर अब हम अमल में लाकर रहेंगे. हम मुंहतोड़ जवाब देंगे.