वीकेंड आते ही लोग छुट्टी का प्लान बना रहे होंगे. इस बार तो 15 अगस्त शुक्रवार को पड़ रहा है. ऐसे में दिल्ली और उसके आसपास घूमने के लिए कई जगहें हैं, जहां आप अपने वीकेंड को यादगार बना सकते हैं. चाहे आप रोमांच पसंद करते हों, पहाड़ों में छुट्टियां बिताना चाहते हों, जंगल में सफारी और कैंपिंग करना चाहते हों या फिर सांस्कृतिक अनुभव लेना चाहते हों, यहां हर तरह के ट्रैवलर्स के लिए विकल्प हैं. अगर आप इस 15 अगस्त का वीकेंड खास बनाना चाहते हैं, तो ये 5 जगहें आपके लिए परफेक्ट हैं और ये दिल्ली से ज्यादा दूर भी नहीं हैं.
अगर आप ज्यादा दूर नहीं जाना चाहते हैं और शाही अनुभव चाहते हैं तो नीमराना फोर्ट पैलेस आपके लिए परफेक्ट है. यहां स्थित हेरिटेज होटल सिर्फ ठहरने का अनुभव नहीं देता, बल्कि शानदार नजारे, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कैंडल लाइट डिनर का आनंद भी मिलता है. दिल्ली से सिर्फ 123 किलोमीटर दूर, यहां आप पुराने किले की दीवारों के बीच तैराकी का मजा भी ले सकते हैं.

जंगल और प्रकृति में समय बिताना पसंद है तो जिम कॉर्बेट एक बढ़िया विकल्प है. यहां आप जंगल सफारी का मजा ले सकते हैं, नदी किनारे रिसॉर्ट में रह सकते हैं और ताजी हवा का आनंद उठा सकते हैं. दिल्ली से लगभग 280 किलोमीटर दूर, कॉर्बेट के रिसॉर्ट्स स्वतंत्रता दिवस पर खास कार्यक्रम भी रखते हैं. यहां सुबह की ड्राइव और नदी किनारे अलाव आपके ट्रिप को और भी यादगार बना देंगे.

तीर्थन घाटी में बसा जिभी एक खूबसूरत जगह है, जहां हरे-भरे पेड़, रंग-बिरंगे पहाड़ और शांत झीलें आपका स्वागत करते हैं. यहां के आरामदायक कॉटेज और विक्टोरियन युग की झलक आपको पुराने समय की याद दिलाती है. दिल्ली से लगभग 475 किलोमीटर की दूरी पर, जिभी में आप चाय की चुस्की के साथ पक्षियों की मधुर चहचहाहट का आनंद ले सकते हैं और प्रकृति के बीच सुकून पा सकते हैं.

पौड़ी जिले का छोटा सा हिल स्टेशन लैंसडाउन दिल्ली से लगभग 300 किलोमीटर दूर है. यह जगह पैदल यात्रियों, पक्षी प्रेमियों और वीकेंड ट्रैवलर्स के लिए स्वर्ग जैसी है. ओक और देवदार के जंगलों से घिरा यह शहर औपनिवेशिक काल की इमारतों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है.

कसोल पार्वती नदी के किनारे बसा एक छोटा सा गांव है. ट्रेकर्स, बैकपैकर्स और प्रकृति प्रेमियों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और इसे 'भारत का एम्स्टर्डम' भी कहा जाता है. दिल्ली से लगभग 485 किलोमीटर दूर, कसोल में आप बर्फ से ढके पहाड़, देवदार के पेड़ और कलकल करती नदियों के मनोरम दृश्य देख सकते हैं.
