scorecardresearch
 

बैंकिंग फ्रॉड केस: कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी को ईडी ने किया गिरफ्तार

बैंकिंग फर्जीवाड़े केस में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में सीबीआई ने शनिवार को मामला दर्ज किया था.

Advertisement
X
रतुल पुरी (फाइल फोटो)
रतुल पुरी (फाइल फोटो)

  • इस मामले में सीबीआई ने शनिवार को दर्ज किया था केस
  • अगस्ता वेस्टलैंड मामले में रतुल पुरी अग्रिम जमानत पर हैं

बैंकिंग फर्जीवाड़े केस में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में सीबीआई ने शनिवार को मामला दर्ज किया था. रतुल को मंगलवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया.

बता दें, नीता पुरी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की बहन हैं और रतुल पुरी कमलनाथ के भांजे हैं. वहीं, अगस्ता वेस्टलैंड मामले में रतुल पुरी को अग्रिम जमानत मिली हुई है. इधर, रतुल पुरी की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि मोदी सरकार सरकारी एजेंसियों का गलत यूज कर रही है.

क्या है बैंकिंग फर्जीवाड़ा केस

मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ के भांजे और मोजर बेयर के तत्कालीन कार्यकारी निदेशक रतुल पुरी के खिलाफ शनिवार को सीबीआई ने केस दर्ज किया था. ये मामला सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 354.51 करोड़ रुपये की चपत लगाने से जुड़ा है.

Advertisement

रतुल के अलावा एमबीआईएल के प्रबंध निदेशक दीपक पुरी, कंपनी में पूर्णकालिक निदेशक उनकी पत्नी नीता पुरी, एमबीआईएल के पूर्व कार्यकारी निदेशक रतुल पुरी, निदेशक संजय जैन, विनीत शर्मा और अन्य अज्ञात सरकारी सेवकों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक दुर्व्यव्यवहार और आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया था.

अगस्ता वेस्टलैंड में रिश्वत लेने का आरोप

रतुल पुरी अगस्ता वेस्टलैंड मामले में जांच के घेरे में हैं. रतुल पुरी पर उनकी कंपनी के जरिए कथित तौर पर रिश्वत लेने का आरोप है. प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि रतुल पुरी की स्वामित्व वाली कंपनी से जुड़े खातों का उपयोग रिश्वत की रकम लेने के लिए किया गया. अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील 3,600 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है.

भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने 12 वीवीआईपी हेलि‍कॉप्टरों की खरीद के लिए एंग्लो-इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ करार किया गया था. यह करार साल 2010 में 3 हजार 600 करोड़ रुपये का था, लेकिन जनवरी 2014 में भारत सरकार ने इस करार को रद्द कर दिया था.

आरोप है कि इस करार में 360 करोड़ रुपये का कमीशन दिया गया था. इस मामले में रतुल पुरी का भी नाम सामने आया था. लेकिन हालांकि इस केस में आरोपी से सरकारी गवाह बने राजीव सक्सेना ने पूछताछ में रतुल पुरी का नाम छिपा लिया था.

Advertisement

गिरफ्तारी को बताया राजनीति से प्रेरित

अपने तत्कालीन कार्यकारी निदेशक रतुल पुरी की गिरफ्तारी पर मोजर बेयर ने बयान जारी किया है. मोजर बेयर ने रतुल पुरी की गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कंपनी सभी काम कानून के मुताबिक करती है. मोजर बेयर का मामला जब नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में है तो यह गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है. वहीं मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है, और जो हो रहा वो गलत है.

Advertisement
Advertisement