थलपति विजय
जोसेफ विजय चंद्रशेखर (Joseph Vijay Chandrasekhar) का मंच नाम थलपति विजय (Thalapathy Vijay) है. वह एक भारतीय अभिनेता हैं, जो मुख्य रूप से तमिल फिल्मों में अभिनय करते हैं. वह भारत में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अभिनेताओं में से एक हैं. उन्होंने 65 फिल्मों में मुख्य अभिनेता के रूप में अभिनय किया है. उन्होंने स्टार इंडिया द्वारा आठ विजय पुरस्कार, तमिलनाडु सरकार द्वारा तीन तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार और एक SIIMA पुरस्कार सहित कई पुरस्कार जीते हैं (Thalapathy Vijay Awards). भारतीय हस्तियों की कमाई के आधार पर उन्हें फोर्ब्स इंडिया सेलिब्रिटी 100 सूची में कई बार शामिल किया गया है.
10 साल की उम्र में, विजय की पहली भूमिका वेट्री (1984) में थी. उन्होंने अपने पिता एस ए चंद्रशेखर द्वारा निर्देशित इथु एंगल नीति (1988) फिल्मों में एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया है. फिर नालैया थेरपू (1992) में पहली बार मुख्य भूमिका निभाई. उनके फिल्मों में पूव उनाक्कागा, प्रियमुदन (1998), अजगिया तमिल मगन (2007), थिरुमलाई (2003), घिल्ली (2004), थिरुपाची (2005), सचिन (2005), शिवकाशी (2005), पोक्किरी (2007) और वेट्टाइकरन (2009), कावलन (2011), नानबन (2012), थुप्पक्की (2012), कथी (2014), मर्सल (2017) और सरकार (2018) शामिल हैं. विजय भारत में सबसे लोकप्रिय हस्तियों में से एक है (Thalapathy Vijay Movies).
विजय का जन्म 22 जून 1974 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था (Thalapathy Vijay Age). उनके पिता एस ए चंद्रशेखर एक तमिल फिल्म निर्देशक हैं और उनकी मां शोबा चंद्रशेखर एक पार्श्व गायिका और कर्नाटक गायिका हैं (Thalapathy Vijay Parents). उन्होंने डंबक्कम में फातिमा मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल और विरुगमबक्कम में बाललोक मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की. लोयोला कॉलेज से विजुअल कम्युनिकेशंस से डिग्री हासिल की (Thalapathy Vijay Education).
विजय ने संगीता सोर्नलिंगम से शादी की, जो एक श्रीलंकाई तमिल हैं. वह दोनों 1999 को यूनाइटेड किंगडम में मिले थे (Thalapathy Vijay Wife). उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा जेसन संजय और एक बेटी दिव्या शाशा है. उनके बेटे, जेसन संजय ने फिल्म वेट्टाकरण (2009) में अपने पिता के साथ एक भूमिका निभाई और बेटी दिव्या शाशा ने फिल्म थेरी (2016) में अपने पिता की पूर्व-किशोर बेटी के रूप में एक छोटी भूमिका निभाई है (Thalapathy Vijay Children).
सितंबर महीने में एक्टर थलपति विजय की पॉलिटिकल रैली करूर में हुई जहां अचानक भगदड़ मची. कई लोगों ने इसमें अपनी जान गंवाई. अब इस पूरे हादसे पर तमिल सुपरस्टार अजित कुमार ने अपनी बात रखी है.
करूर भगदड़ मामले में CBI ने FIR दोबारा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 27 अक्टूबर को अभिनेता विजय महाबलीपुरम में हादसे में मारे गए 41 लोगों के परिवारों से मुलाकात करेंगे. उनकी पार्टी TVK ने इस मुलाकात के लिए महाबलीपुरम में 50 कमरे बुक किए हैं.
तमिल अभिनेता और नेता विजय 27 अक्टूबर को चेन्नई के पास महाबलीपुरम में करूर भगदड़ हादसे के पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे. इस बैठक का आयोजन उनकी पार्टी तमिलगा वेत्त्री कझगम ने किया है, जहां 41 लोगों की जान लेने वाली इस त्रासदी के पीड़ित परिवारों को बुलाया गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने करूर भगदड़ मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी है. इस हादसे में 41 लोगों की मौत हुई थी. कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश अजय रस्तोगी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पर्यवेक्षण समिति गठित की है जो जांच की निगरानी करेगी.
विजय की पार्टी TVK ने इस दौरे के लिए पुलिस से सख्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण व्यवस्था की मांग की है. पुलिस ने पुष्टि की है कि विजय की यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएंगे. सुरक्षा योजना में विजय के त्रिची एयरपोर्ट से लेकर करूड़ तक पूरे रूट पर जीरो टॉलरेंस क्राउड कंट्रोल नीति अपनाई जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट करूर में टीवीके चीफ विजय की रैली में मची भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग पर 13 अक्टूबर को फैसला सुनाएगा. जस्टिस जेके माहेश्वरी और विजय बिश्नोई की पीठ ने 10 अक्टूबर को सुनवाई पूरी कर आदेश सुरक्षित रख लिया था. इस भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक घायल हुए थे.
देर रात पुलिस कंट्रोल रूम को एक फोन कॉल के जरिए यह सूचना दी गई थी. पुलिस की कई टीम अभिनेता के घर पहुंची. पुलिस ने बताया कि पहले घर के बाहर तलाशी ली गई और जब विजय जागे, तब टीम को घर के अंदर प्रवेश की अनुमति दी गई.
करूर भगदड़ में मारे गए पीड़ितों में से एक नाबालिग लड़की के पिता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. याचिकाकर्ता ने मद्रास हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी है, जिसमें सीबीआई जांच की अर्जी खारिज कर दी गई थी.
तमिल सुपरस्टार और टीवीके पार्टी के नेता विजय ने करूर में हुई भगदड़ के पीड़ित परिवारों से वीडियो कॉल पर बात की, 27 सितंबर को करूर में हुई इस दर्दनाक घटना में 41 लोगों की मौत हो गई थी और सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
करूर में एक्टर और TVK नेता विजय की रैली में हुई भगदड़ पर एनडीए सांसदों की फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. रिपोर्ट में कहा गया कि रैली स्थल पर 3000 की क्षमता के बावजूद 30,000 लोग पहुंचे थे. भीड़ प्रबंधन पूरी तरह फेल रहा. बिजली कटने और पानी की बोतलें फेंकने से अफरा-तफरी मच गई.
करूर में 27 सितंबर को हुए विजय स्टैम्पीड में 41 लोगों की मौत के दौरान जीवन रक्षक एम्बुलेंस ड्राइवरों को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया. चालक दल ने भीड़ के बीच पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया था, लेकिन राजनीतिक आरोपों के चलते उन्हें अब जांच में तलब किया गया.
यह भगदड़ करूर-एरोड हाईवे के वेलुसामीपुरम में हुई, जब विजय के काफिले की ओर समर्थक बढ़ने लगे. आरोप है कि अनुमति 10,000 लोगों के लिए दी गई थी, लेकिन लगभग 25,000-27,000 लोग जमा हो गए. राज्य पुलिस ने TVK नेतृत्व पर मार्गदर्शन की अनदेखी और नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया. प्रमुख पार्टी नेताओं, जिनमें एन आनंद शामिल हैं, के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू की गई है.
तमिलनाडु में एक्टर विजय के चुनाव अभियान से जुड़ी बस को हिट एंड रन हादसे के बाद जब्त किया जाएगा. बस के अंदर और बाहर लगे सभी सीसीटीवी फुटेज और हादसे का पूरा वीडियो रिकॉर्ड भी पुलिस के कब्जे में लिया जाएगा. इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित किया गया है, जिसकी कमान पुलिस महानिरीक्षक असरा गर्ग संभाल रहे हैं.
अदालत एक जनहित याचिका (PIL) पर भी सुनवाई कर रही है, जिसमें गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को व्यापक दिशा-निर्देश या मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार होने तक रोड शो की अनुमति न देने का अनुरोध किया गया है. पीठ ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी असरा गर्ग के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया, जो इस घटना की जांच करेगा.
मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ ने करूर भगदड़ के सिलसिले में टीवीके पार्टी के नेताओं को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि पार्टी प्रमुख विजय घटनास्थल से भाग गए और पार्टी ने खेद भी नहीं जताया. ये विजय की मानसिक स्थिति को दर्शाता है.
विजय ने स्पष्ट किया कि अगर किसी भी तरह का बदला लेने की कोशिश की जाती है, तो वह घर नहीं जाएंगे और अपने दफ्तर में ही डटे रहेंगे. उन्होंने साफ किया कि उनकी राजनीतिक यात्रा अब और अधिक ताकत और साहस के साथ जारी रहेगी.
टीवीके रैली में हुई भगदड़ पर अभिनेता विजय ने एक वीडियो जारी करते हुए इस घटना पर गहरा दुख जताया है और अपने समर्थकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है.विजय ने इस घटना के खिलाफ बोलने वाले राजनीतिक दलों की आलोचना की और कहा कि वे लगभग पांच महीनों तक प्रोपेगेंडा टूर चलाते रहे.
करूर भगदड़ के बाद अवसाद में चल रहे टीवीके के विल्लुपुरम जिले के कार्यकर्ता अयप्पन ने फंदे से लटक कर जान दे दी. उन्होंने सुसाइड नोट में डीएमके के स्थानीय विधायक सेंथिल बालाजी को भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.
करूर में विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ के मामले में पुलिस ने टीवीके के तीन नेताओं-मथियाझगन, बुशी आनंद और सीटीआर निर्मल कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इस भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
तमिलनाडु के करूर में 27 सितंबर की रात को एक्टर विजय की चुनावी रैली के दौरान हुई भगदड़ के मामले में FIR दर्ज की गई है, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 80 लोग घायल हुए थे. एफआईआर में टीवीके चीफ विजय और उनकी पार्टी के तीन दूसरे नेताओं को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.
तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता और राजनेता थलपति विजय की जनसभा में मची भगदड़ में मौतों का आंकड़ा बढ़कर 39 हो गया है. भीड़ के नियंत्रण से बाहर होने के कारण हालात बिगड़ गए. मृतकों में 12 पुरुष, 16 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं. हादसे में एक मां ने भी अपने जवान बेटे को खो दिया है जिसकी चंद दिनों में शादी होने वाली थी.