Shani Jayanti 2022: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव सभी नवग्रहों में बहुत अहम माने जाते हैं. शनिदेव न्याय प्रिय देवता हैं और मनुष्य को उसके कर्मों के आधार पर फल देते हैं. हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार शनि जयंती 30 मई को मनाई जाएगी. इस दिन पूजा-अर्चना करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. 30 मई को बहुत शुभ संयोग बन रहा है.
ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय के मुताबिक, खाने में बाल ना सिर्फ भोजन को दूषित करता है, बल्कि ये जीवन में किसी बड़े संकट के आने का सिग्नल भी हो सकता है. खाने में लगातार बालों का निकलना अच्छा संकेत नहीं है. ये किसी बड़ी समस्या का सिग्नल भी हो सकता है.
अपने सुरक्षित भविष्य के लिए आजकल हर आदमी पैसों का निवेश करता है. निवेश के लिए शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, लाइफ इंश्योरेंस गोल्ड, सिल्वर या प्रॉपर्टी जैसे अनेक विकल्प मौजूद हैं. यहां लोग लंगे समय के लिए पैसों का निवेश कर सकते हैं. लोग इस उम्मीद में पैसा निवेश करते हैं कि भविष्य में उन्हें इसका अच्छा रिटर्न मिलेगा.
Mahesh Navami 2022 date: ऐसी मान्यताएं हैं कि भगवान शिव के आशीर्वाद से इसी दिन माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी और तभी से इस समाज के लोग धूमधाम से महेश नवमी मनाते हैं. महेश नवमी इस साल गुरुवार, 9 जून को मनाई जाएगी.
Shukra Pradosh Vrat 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है. माना जाता है इस दिन पूजा करने और व्रत रखने से भगवान शिव का खास आशीर्वाद प्राप्त होता है. आइए जानते हैं भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.
27 मई 2022 Ka Panchang: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष द्वादशी दिन है. सूर्य वृषभ और चन्द्रमा मेष राशि में संचरण करेगा.
Shani Vakri June 2022: शनि जयंती 30 मई को है और 5 जून को शनि की उल्टी चाल शुरू हो जाएगी. शनि की उल्टी चाल 5 जून देर रात 3 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो जाएगी. इसके बाद शनि 5 जून से 23 अक्टूबर तक कुंभ राशि में वक्री रहेंगे. इस तरह शनि कुल 141 दिन उल्टी चाल चलेंगे. ज्योतिषविदों का कहना है कि शनि की उल्टी चाल 4 राशियों के जातकों को परेशान करेंगे.
Apara Ekadashi 2022: ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को अपरा एकादशी कहा जाता है. इसे अचला एकादशी भी कहते हैं. इस बार अपरा एकादशी का व्रत गुरुवार, 26 मई को रखा जाएगा. खास बात ये है कि अपरा एकादशी इस बार आयुष्मान योग में मनाई जा रही है.
26 मई को पैदा हुए लोग आने वाले वर्ष में आर्थिक रूप से प्रबल होंगे. उम्र के अगले पड़ाव पर रुपये-पैसे से जुड़ी दिक्कतें दूर होंगी. करियर से जुड़ी बाधाएं भी समाप्त होंगी. इस साल अविवाहित लोगों विवाह होने की संभावनाएं अधिक हैं. ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय से 26 मई को जन्मे लोगों का भाग्यफल जानते हैं.
26 मई 2022 का पंचांग: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष एकादशी दिन है. सूर्य वृषभ और चन्द्रमा मई 27, 12:38 AM तक मीन राशि उपरांत मेष राशि में संचरण करेगा.
कई बार कड़े प्रयास के बावजूद इंसान को नौकरी, व्यापार और करियर में सफलता नहीं मिलती है. ना चाहते हुए भी घर की तिजोरी खाली रहती है. ज्योतिषविदों का कहना है कि कुंडली में शनि बिगड़ने या शनि भारी रहने से ऐसी परेशानियां दस्तक देती हैं. ऐसे में एक छोटा सा उपाय आपको इन तमाम दिक्कतों से बाहर निकाल सकता है.
Achala Ekadashi 2022 Kab Hai: अचला एकादशी 26 मई यानी आज मनाई जा रही है. अचला एकादशी पर मीन राशि में चंद्र और गुरु की युति से गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है. इसके अलावा, इस दिन आयुष्मान योग भी बन रहा है. व्रत, पूजा और शुभ कार्यों को करने के लिए इन दोनों ही योगों को श्रेष्ठ माना गया है.
Nautapa 2022: नौतपा के नौ दिन सूर्य देव प्रचंड स्वरूप में रहते हैं. इस दौरान सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में आते हैं और भीषण गर्मी का एहसास कराते हैं. सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही धरती का तापमान बढ़ जाता है.
घर में पौधे रहने से सुख-शांति का माहौल बना रहता है और घर में कभी पैसों की किल्लत नहीं होती. अक्सर आपने देखा होगा कि आर्थिक समृद्धि के लिए लोग घर के अंदर मनी प्लांट का पौधा लगाते हैं. लेकिन क्या आप ऐसे पौधों के बारे में जानते हैं जिन्हें मुख्य द्वार पर लगाने से घर में खूब पैसा आता है.
25 मई 2022 का पंचांग: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष दशमी दिन है. सूर्य वृषभ और चन्द्रमा मीन राशि में संचरण करेगा.
इंसान अमीर बनेगा या नहीं, इसके पीछे भाग्य या हाथ की रेखाओं का भी बड़ा अहम रोल रहता है. इस मामले में कुछ लोगों की किस्मत बहुत शानदार होती है. ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि हमारे हाथ में कुछ ऐसे चिह्न और रेखाएं होती हैं जो बताता ही कि भविष्य में हम कितने अमीर बनने वाले हैं.
24 मई 2022 का पंचांग: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष नवमी दिन है. सूर्य वृषभ और चन्द्रमा मई 24, 04:27 PM तक कुंभ राशि उपरांत मीन राशि में संचरण करेगा.
ज्येष्ठ माह का दूसरा बड़ा मंगल 24 मई को है. ज्येष्ठ मास में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन हनुमान की पूजा-अर्चना से जीवन के तमाम कष्ट दूर हो जाते हैं. इसे बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है. ज्योतिषियों के मुताबिक, बड़े मंगल पर 5 गलतियां करना बड़ा ही अशुभ माना जाता है.
Shukra Rashi Parivartan 2022: ज्योतिषियों का कहना है कि शुक्र का यह गोचर कुछ राशि के लोगों के लिए नई तरह की चुनौतियां लेकर आएगा. इस ग्रह को लाभ, नौकरी में प्रमोशन, बिजनेस में उन्नति, लव मैरिज, रोमांस का कारक माना जाता है. ऐसे में ज्योतिषविदों ने चार राशि के जातकों संभलकर रहने की सलाह दी है.
एकादशी व्रत करने वाले के समस्त पापों का नाश हो जाता है. प्रभु इस व्रत से प्रसन्न होकर साधक को अनंत पुण्य देते हैं. एकादशी का व्रत रखते हुए कई बार लोग ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिन्हें करने से बचना चाहिए. आइए आपको बताते हैं कि अपरा एकदाशी पर कौन सी गलतिया करने से बचना चाहिए.
गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु और गरुड़ के बीच बातचीत का वर्णन है. ये विष्णु पुराण का एक हिस्सा है जिसमें मृत्यु, पुनर्जन्म और अंतिम संस्कार से जुड़ी बातों को बड़ी गहराई में जाकर समझाया है. गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने ऐसी 5 आदतों का जिक्र किया है जो इंसान की दरिद्रता और कंगाली का कारण बन सकती है.