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लोकसभा से तीन तलाक बिल पास, अब राज्यसभा में होगा सरकार का इम्तहान

लोकसभा से एक बार फिर तीन तलाक बिल पास हो गया. यह बिल पिछली लोकसभा से पास हो चुका था, लेकिन राज्यसभा से इस बिल को वापस कर दिया गया था.

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लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सांसद
लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सांसद

लोकसभा से गुरुवार को एक बार फिर तीन तलाक बिल पास हो गया. कांग्रेस, डीएमके, एनसीपी समेत कई विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया, जबकि टीएमसी और सरकार की सहयोगी जेडीयू ने वोटिंग से पहले सदन से वॉक आउट कर दिया. यह बिल पिछली लोकसभा से पास हो चुका था, लेकिन राज्यसभा से इस बिल को वापस कर दिया गया था.

16वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद इस लोकसभा में सरकार कुछ बदलावों के साथ फिर से बिल को लेकर आई है. अब इस बिल को राज्यसभा से पारित कराने की चुनौती सरकार के सामने हैं, जहां एनडीए के पास पूर्ण बहुमत नहीं है.

लोकसभा में बिल को विचार के लिए पेश करने के पक्ष में 303 और विपक्ष में 82 वोट पड़े. तीन तलाक बिल को पेश करने का प्रस्ताव पारित हो गया. इसके बाद बिल में प्रस्तावित संशोधनों पर वोटिंग हुई और AIMIM नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ओर से लाए गए संशोधन को सदन ने खारिज कर दिया. ओवैसी की ओर से दिए गए दूसरे संशोधन को भी सदन ने खारिज कर दिया. एन के प्रेमचंद्रन के संशोधन प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया गया.

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बिल के विरोध में TMC का वॉक आउट

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने कहा कि राम और रहीम को अगर आप एक मानेंगे तो देश में कानून पारित करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि आज आपको बिल पारित कराने के लिए पैगम्बर साहब का नाम लेना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसे आपराधिक बनाने पर ही हमारा विरोध है, हमारी सलाह के बाद आपने 3 संशोधन किए हैं. लेकिन आप अपनी बात घुमा के बिल में लेकर आए हैं.

टीएमसी सांसद सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि हमारी शंकाओं को दूर नहीं किया गया है और न ही सरकार की ओर से जवाब दिया गया, विरोध स्वरूप हम सदन से वॉक आउट करते हैं.

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