मोकामा (Mokama) बिहार के पटना जिले में स्थित एक प्राचीन नगर है. गंगा नदी के दक्षिणी तट पर यह लगभग 90 किलोमीटर पूर्व में पटना से स्थित है. बिहार में मोकामा विधानसभा वर्ष 1951 में अस्तित्व में आया. यह विधानसभा क्षेत्र मुंगेर लोकसभा के अंतर्गत आता है.
मोकामा को “नॉर्थ और साउथ बिहार” को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है. राजेंद्र सेतु नामक रेल-सड़क पुल के कारण यह संपर्क ब्रिज का काम करता है. इतिहास में मोकामा ने स्वतंत्रता आंदोलन में भी भूमिका निभाई है- प्रफुल्ला चाकी जैसे क्रांतिकारियों की वीरगाथाएं यहीं से जुड़ी हैं. मोकामा क्षेत्र विशेष रूप से “मोकामा ताल” के नाम से मशहूर है. यह क्षेत्र लगभग एक लाख हेक्टेयर भूमि को समाहित करता है और पिछले कई वर्षों से जल जमाव (waterlogging) की समस्या से जूझ रहा है.
इस वजह से दलहन (पल्सेस) की खेती मुश्किल हुई है और खेती-बाड़ी का उत्पादन घट गया है, जिससे किसानों की आमदनी प्रभावित हुई है.
केंद्र सरकार ने मोकामा-मुंगेर चार-लेन हाइवे बनाने को मंजूरी दी है, जो कि बक्सर-भागलपुर हाई-स्पीड कॉरिडोर का हिस्सा होगा. यह करीब 82.4 किलोमीटर लंबा प्रोजेक्ट है, और लागत लगभग ₹4,447.38 करोड़ आंकी गई है. यह हाइवे मोकामा, बरहिया, लखीसराय, जमालपुर, मुंगेर से होते हुए भागलपुर से जुड़ेगा.
इस हाइवे से यात्रा समय में कमी, माल-परिवहन में सहजता, औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों के विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी, और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे. सरकार ने मोकामा में तिरुपति मंदिर के लिए करीब 10.11 एकड़ जमीन अनुदान में देने का निर्णय लिया है, जहां धार्मिक-पर्यटन केंद्र बनाए जाने की योजना है.
मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड में जेल में बंद बाहुबली जेडीयू विधायक अनंत सिंह ने पटना सिविल कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है. इस पर गुरुवार को सुनवाई होगी. यह हत्या मोकामा विधानसभा चुनाव के दौरान हुई थी. मामले में वोटिंग से पहले ही अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था. अब वे इसी मामले में राहत के लिए जमानत मांग रहे हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव में एक दर्जन से भी ज्यादा सीटों पर बाहुबली नेता खुद मैदान में थे या फिर अपने परिवार के किसी को चुनाव लड़ा रहे थे. एनडीए हो या फिर महागठबंधन दोनों ने बाहुबालियों पर दांव लगाया था. देखिए कौन-कौन जीता.
मोकामा सीट से जेडीयू के उम्मीदवार अनंत सिंह ने शानदार जीत दर्ज की है, जिसके बाद उनके आवास पर जो खुशियों का माहौल है उसे देखकर समझा जा सकता है कि यह जश्न कितनी धूमधाम से मनाया जा रहा है. पिछले दो दिन से मिठाइयां बन रही थीं और समर्थकों के बीच यह विश्वास था कि अनंत सिंह की जीत निश्चित होगी. जीत की घोषणा के बाद उनके समर्थक दावतों और आतिशबाजी के साथ जश्न मना रहे हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के शुरुआती रुझानों में एनडीए को बढ़त मिली है. मोकामा सीट पर जेल में बंद जेडीयू नेता अनंत सिंह आगे चल रहे हैं. रुझान आते ही पटना स्थित उनके आवास पर जश्न का माहौल बन गया.
मोकामा में नेता अनंत सिंह के आवास पर जश्न का माहौल है, जहां उनके समर्थक उत्साह से ढोल नगारे बजाते हुए जीत का जश्न मना रहे हैं. पूरी काउंटिंग अभी खत्म नहीं हुई है लेकिन जीत का भरोसा साफ दिख रहा है. भाजपा और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला जारी है, जिससे चुनावी नतीजों पर सभी की निगाहें टिकी हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है. आज तय हो जाएगा कि बिहार की गद्दी पर कौन बैठने वाला है. शुरुआती रुझानों में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है. इधर मोकामा सीट से अनंत सिंह आगे चल रहे हैं, जिसके बाग उनके घर से जश्न की तस्वीरें सामने आई हैं.
बिहार चुनाव के शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन को 30 सीटों पर बढ़त मिली है जबकि महागठबंधन की स्थिति भी मजबूत दिख रही है. प्रमुख सीटों पर जेडीयू के शाहनवाज, मैथिली ठाकुर, सिवान से बीजेपी के मंत्री मंगल पांडे और तारापुर से सम्राट चौधरी आगे चल रहे हैं. वहीं मोकामा में जेडीयू के अनंत सिंह की स्थिति मजबूत है.
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने वाले हैं, मोकामा में जदयू के अनंत सिंह और राजद की वीणा सिंह के बीच बाहुबली जंग छिड़ी हुई है। अनंत सिंह की जीत के लिए उनके आवास पर 50 हजार लोगों के लिए महाभोज की तैयारी चल रही है.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू होगी और जनता बताएगी कि बिहार का मुस्तकबिल उसने किस गठबंधन के हाथ में दिया है. चुनाव परिणामों के पहले ही सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत का दावा कर रही हैं.
बिहार के मोकामा क्षेत्र में चुनाव को लेकर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. राजद ने यहां सूरज भान की पत्नी वीणा देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि जेडीयू ने अनंत सिंह को मैदान में उतारा है. मोकामा में कौन-से मुद्दे वोटर्स के लिए रखते हैं अहमियत?
बिहार के मुंगेर जिले में मौजूद एक कुएं से 12 AK-47 बरामदग होने के बाद पूरे बिहार में सनसनी फैल गई थी. इस मामले की आंच कुख्यात बाहुबली अनंत सिंह की गिरफ्तारी तक जा पहुंची. जब इस मामले की जांच आगे बढ़ी तो एक बड़े अवैध हथियारों के रैकेट का पर्दाफाश हुआ. जानें पूरी कहानी.
बिहार की मोकामा विधानसभा सीट बाहुबलियों के चुनावी संघर्ष का अखाड़ा बन गई है, जहां केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह और आरजेडी की वीणा देवी के पति सूरजभान सिंह के बीच मुकाबला है. ललन सिंह ने अनंत सिंह की तरफ से कमान संभालते हुए कथित तौर पर धमकी दी कि 'जो लोग वोट नहीं देंगे उन्हें घर से निकलने मत दो.'
बिहार की मोकामा विधानसभा सीट पर बाहुबलियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां एक तरफ अनंत सिंह की सत्ता है तो दूसरी ओर सूरजभान सिंह का प्रभाव है. एक महिला वोटर ने विकास के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा, 'कुछ नहीं हुआ है... रोड पर पानी है'. यह चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि एक प्रमुख उम्मीदवार जेल से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके विरोधी चुनाव में धांधली की आशंका जता रहे हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग चल रही है. पहले फेज के 1314 उम्मीदवारों में आधा दर्जन से ज्यादा बाहुबलियों की किस्मत दांव पर है. मोकामा में अनंत सिंह से लेकर धूमल सिंह जैसे बाहुबली नेताओं की परीक्षा है तो शहाबुद्दीन और प्रभुनाथ सिंह के बेटे का भी इम्तिहान है.
बिहार की मोकामा सीट पर चुनावी घमासान तेज हो गया है, जहाँ बाहुबली नेता अनंत सिंह और सूरजभान सिंह की पुरानी अदावत एक बार फिर सतह पर है. इस बीच केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के एक बयान ने राजनीतिक आग में घी का काम किया है. ललन सिंह ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, 'चुनाव में अगर गरीबों को छह इंच छोटा करने की धमकी देंगे तो खुद ही छह इंच छोटा हो जाएगा.' यह टिप्पणी उस वक्त आई है जब दुलारचंद यादव नामक एक समर्थक की हत्या के बाद इलाके में पहले से ही तनाव व्याप्त है.
मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह की दुश्मनी सूरजभान सिंह, राजन तिवारी, सोनू-मोनू और टाल गैंग से दशकों पुरानी है. सत्ता, जमीन और वर्चस्व की इस जंग ने गंगा के किनारे पर बसे मोकामा को गैंगवार का अड्डा बना दिया. जानिए इन कुख्यात गुटों और अनंत सिंह की रंजिश की पूरी कहानी.
मोकामा उपचुनाव से पहले जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह अपने एक विवादित बयान को लेकर मुश्किलों में घिर गए है. उन्होनें अपने बयान पर सफाई देते हुअ कहा, 'चुनाव में अगर गरीबों को छह इंच छोटा करने की धमकी देंगे तो खुद ही छह इंच छोटा हो जाएगा.' उन्होंने आरजेडी पर उनके बयान को तोड़-मरोड़कर और वीडियो को एडिट करके साझा करने का आरोप लगाया.
बिहार की मोकामा विधानसभा सीट पर इस बार फिर बाहुबलियों का जलवा है. एक तरफ छोटे सरकार अनंत सिंह, दूसरी तरफ दबंग सूरजभान की पत्नी. दोनों की जुर्म से सियासत तक की कहानी ने इस सीट को चर्चित बना दिया. जानिए बाहुबलियों की विरासत की कहानी.
बिहार चुनाव में सियासी पारा चढ़ गया है, जहां केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के एक वायरल वीडियो को लेकर मोकामा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने 'माँ बहन मान योजना' के तहत महिलाओं को सालाना 30,000 रुपये देने का बड़ा चुनावी वादा किया है. आरजेडी ने ललन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा है कि ‘ये जो गर्मी दिखा रहे हैं वो प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की नजर में चढ़ने के लिए इस प्रकार के बयान दे रहे हैं.’
मोकामा में जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के आपत्तिजनक भाषण के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. वो जेल में बंद अनंत सिंह के लिए प्रचार कर रहे हैं, जबकि लालू यादव ने दानापुर में बाहुबली रीतलाल यादव के लिए रोड शो किया है - सवाल है कि बिहार में ‘जंगलराज’ का पैमाना क्या है?
बिहार के मोकामा में ललन सिंह के बयान से चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. आरजेडी द्वारा जारी एक वीडियो को लेकर सियासी विवाद खड़ा हो गया है, जिस पर मामले का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने ललन सिंह को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है. आयोग ने जवाब न देने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है.