China में Xi Jinping से मिले S Jaishankar, Rahul Gandhi ने बोला हमला
विदेश मंत्री जयशंकर ने चीनी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि आज सुबह बीजिंग में SCO के विदेश मंत्रियों के साथ मैंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की.
2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के पांच साल बाद पहली बार जयशंकर चीन पहुंचे हैं. वह मंगलवार को तियानजिन में एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे. साथ ही चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका में चार दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लिया. उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. क्वाड देशों के बीच खनिज संसाधनों की खोज, समुद्रों की निगरानी और इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नई पहल का ऐलान हुआ.
क्वाड के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान में कहा गया कि क्वाड सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा जिनमें सीमापार आतंकवाद भी शामिल है. हम इसकी सभी प्रारूपों में निंदा करते हैं और आतंकवाद से निपटने में सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं. हम 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी जबकि कई घायल हुए थे.
जयशंकर ने कहा कि पहलगाम हमला एक आर्थिक युद्ध था. इसका मकसद कश्मीर में पर्यटन को तबाह करना था, जो अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. इसका मकसद धार्मिक हिंसा को भड़काना भी था क्योंकि लोगों को मारने से पहले उनके धर्म की पहचान की गई थी.
भारत के विदेश मंत्री जयंशकर की चेतावनी के बाद पाकिस्तान की हालत खराब है. पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी ने झूठ परोसते हुए पड़ोसी मुल्क को शांति का समर्थक बताया और कहा कि हम दक्षिण एशिया की भलाई चाहते हैं.
जयशंकर इस वक्त यूरोप में ब्रसेल्स के दौरे पर हैं. आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य-सहिष्णुता नीति को दोहराया. उन्होंने सोमवार को दिए एक मीडिया इंटरव्यू में कहा, "हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारा संदेश स्पष्ट है कि अगर वे अप्रैल जैसे बर्बर हरकतें जारी रखते हैं, तो इसका जवाब दिया जाएगा, और यह जवाब आतंकी संगठनों और उनके नेतृत्व के खिलाफ होगा."
“अगर पाकिस्तान से आतंकी हमले यूं ही जारी रहे तो…”, S Jaishankar का दुनिया को ये मैसेज
यह पूछने पर कि आपने पहले भी पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताया था और कहा था कि पाकिस्तान में एक्टिव आतंकी समूहों को पाकिस्तान की सरकार से समर्थन मिल रहा है. इस पर जयशंकर ने कहा कि मैंने ये कहा है और कह रहा हूं. मान लीजिए, एम्सटर्डम जैसे शहर के बीचोबीच बड़े सैन्य केंद्र हो, जहां हजारों लोग मिलिट्री ट्रेनिंग के लिए इकट्ठा हुए हो. क्या आप कहेंगे कि आपकी सरकार इसके बारे में कुछ नहीं जानती? बिल्कुल नहीं.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इस ऑपरेशन में एक क्लियर मैसेज था कि अगर 22 अप्रैल जैसा हमला होगा तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. हम आतंकियों को नहीं छोड़ेंगे. अगर आतंकी पाकिस्तान में हैं तो वे जहां भी होंगे, हम उन्हें नहीं बख्शेंगे. इस ऑपरेशन में एक संदेश था. फिलहाल सहमति से सीजफायर है.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पाकिस्तान के कितने प्लेन गिरे. वह हमारी फौज ने हमें बता दिया है और हम उससे आश्वस्त हैं. पाकिस्तान के कितने एयरबेस नष्ट किए गए. वह हमारे DGMO ने हमें बता दिया है. हमें हमारी फौज पर पूरा भरोसा है. हमें भरोसा नहीं है तो हमारे राजनीतिक नेतृत्व पर. उन्हें जवाब देना होगा कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को किसके दबाव में अचानक रोक दिया? उन्हें जवाब देना पड़ेगा?
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि राहुल ने हालांकि एक बार भी ये जानने की कोशिश नहीं की कि इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के कितने जेट मार गिराए गए या फिर कितनों को नष्ट किया गया. राहुल गांधी को आगे क्या मिलेगा? निशान-ए-पाकिस्तान?
इससे पहले भी राहुल गांधी ने कहा था कि हमला करने से पहले पाकिस्तान को बताना एक अपराध है. विदेश मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर इसे स्वीकार किया है. इसकी मंजूरी किसने दी? हमने कितने एयरक्राफ्ट खोए?
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव गुटेरेस ने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और मामले में न्याय और जवाबदेही के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने शहबाज शरीफ और जयशंकर को फोन कर चर्चा करते हुए कानूनी तरीकों से इन हमलों के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने पर जोर दिया.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ने के चलते EAM एस जयशंकर और NSA अजीत डोभाल ब्राजील में होने वाली BRICS विदेश मंत्रियों और NSA की बैठक को स्किप का फैसला किया है. इनकी जगह भारतीय BRICS शेरपा बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने दो अप्रैल को भारत पर 26 फीसदी रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था. पांच अप्रैल से 10 फीसदी का बेस रेट लागू हो गया है जबकि बाकी बचा 16 फीसदी 9 अप्रैल को लागू होगा. टैरिफ से दुनियाभर के शेयर बाजारों में उथल-पुथल मची है. सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.
जयशंकर ने बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस को आईना दिखाते हुए कहा कि भारत बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए BIMSTEC के संबंध में अपनी जिम्मेदारी से अवगत है. बंगाल की खाड़ी में भारत की सबसे लंबी तटरेखा भी है, जो लगभग 6,500 किलोमीटर है.
संसद में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान की कट्टर और धर्मांध मानसिकता को नहीं बदल सकता है. जयशंकर ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत सरकार की कार्रवाई के सवाल पर यह जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठा रहा है, लेकिन पड़ोसी देश की मानसिकता बदलना संभव नहीं है.
ट्रेड एग्रीमेंट्स पर बातचीत करते हुए एस. जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार वर्तमान में तीन महत्वपूर्ण वार्ताओं में लगी हुई है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बातचीत भी शामिल है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, बीते कुछ सालों में दुनिया की अर्थव्यवस्था ने कई तूफान देखे. कोविड ने सप्लाई चेन की कमजोरियों को सबके सामने ला दिया, तो यूक्रेन संकट ने खाने-पीने की चीजों, ईंधन और खाद की चिंता बढ़ा दी. अक्टूबर 2023 से पश्चिम एशिया में चल रही उथल-पुथल ने समुद्री व्यापार को ठप कर दिया