पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के दावे का खंडन करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार अफगानिस्तान की धरती से पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय आतंकवादी तत्वों की मौजूदगी के बारे में जानकारी साझा की है, जिन्हें अफगानिस्तान के भीतर मौजूद तत्वों का समर्थन हासिल है.
इस साल कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव की थीम 'उथल-पुथल भरे समय में समृद्धि की तलाश' था. इस बार कॉन्क्लेव में 30 से ज्यादा देशों के 75 के आसपास प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन के दौरान जयशंकर ने कहा कि भारत ने आजादी के बाद से ही इस चुनौती का सामना किया है. भारत का पड़ोसी देश ग्लोबल टेररिज्म का सेंटर रहा है. संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादियों की सूची में उसके कई नागरिक शामिल हैं. इसका ताजा उदाहरण इस साल अप्रैल में पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिलीपींस के विदेश सचिव थरेसा लाजारो से मुलाकात की. दोनों ने संयुक्त राष्ट्र और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की. उन्होंने हाल ही में फिलीपींस राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस के भारत दौरे को याद करते हुए रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया.
पीएम मोदी इस साल फरवरी में अमेरिकी दौरे पर गए थे. इस दौरान व्हाइट हाउस में उनकी ट्रंप के साथ द्विपक्षीय मुलाकात हुई थी. लेकिन टैरिफ को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में दूरियां बढ़नी शुरू हुई.
विदेश मंत्री जयशंकर ने मॉस्को में भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग के 26वें सत्र को संबोधित करते हुए भारत और यूरेशियन आर्थिक संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने पर जोर दिया.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हमने आतंकवाद को ग्लोबल एजेंडे में शामिल किया. हमने आतंकवाद के मामले को दुनिया के हर फोरम, हर प्लेटफॉर्म पर उठाया, फिर चाहे वह ब्रिक्स हो, शंघाई सहयोग संगठन हो या फिर क्वाड हो. अगर आज आतंकवाद ग्लोबल एजेंडे में है तो यह मोदी सरकार के अथक प्रयासों की वजह है.
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विदेश मंत्री जयशंकर ने चीनी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि आज सुबह बीजिंग में SCO के विदेश मंत्रियों के साथ मैंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की.
2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के पांच साल बाद पहली बार जयशंकर चीन पहुंचे हैं. वह मंगलवार को तियानजिन में एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे. साथ ही चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका में चार दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लिया. उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. क्वाड देशों के बीच खनिज संसाधनों की खोज, समुद्रों की निगरानी और इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नई पहल का ऐलान हुआ.
क्वाड के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान में कहा गया कि क्वाड सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा जिनमें सीमापार आतंकवाद भी शामिल है. हम इसकी सभी प्रारूपों में निंदा करते हैं और आतंकवाद से निपटने में सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं. हम 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी जबकि कई घायल हुए थे.
जयशंकर ने कहा कि पहलगाम हमला एक आर्थिक युद्ध था. इसका मकसद कश्मीर में पर्यटन को तबाह करना था, जो अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. इसका मकसद धार्मिक हिंसा को भड़काना भी था क्योंकि लोगों को मारने से पहले उनके धर्म की पहचान की गई थी.
भारत के विदेश मंत्री जयंशकर की चेतावनी के बाद पाकिस्तान की हालत खराब है. पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी ने झूठ परोसते हुए पड़ोसी मुल्क को शांति का समर्थक बताया और कहा कि हम दक्षिण एशिया की भलाई चाहते हैं.
जयशंकर इस वक्त यूरोप में ब्रसेल्स के दौरे पर हैं. आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य-सहिष्णुता नीति को दोहराया. उन्होंने सोमवार को दिए एक मीडिया इंटरव्यू में कहा, "हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारा संदेश स्पष्ट है कि अगर वे अप्रैल जैसे बर्बर हरकतें जारी रखते हैं, तो इसका जवाब दिया जाएगा, और यह जवाब आतंकी संगठनों और उनके नेतृत्व के खिलाफ होगा."
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यह पूछने पर कि आपने पहले भी पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बताया था और कहा था कि पाकिस्तान में एक्टिव आतंकी समूहों को पाकिस्तान की सरकार से समर्थन मिल रहा है. इस पर जयशंकर ने कहा कि मैंने ये कहा है और कह रहा हूं. मान लीजिए, एम्सटर्डम जैसे शहर के बीचोबीच बड़े सैन्य केंद्र हो, जहां हजारों लोग मिलिट्री ट्रेनिंग के लिए इकट्ठा हुए हो. क्या आप कहेंगे कि आपकी सरकार इसके बारे में कुछ नहीं जानती? बिल्कुल नहीं.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि इस ऑपरेशन में एक क्लियर मैसेज था कि अगर 22 अप्रैल जैसा हमला होगा तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. हम आतंकियों को नहीं छोड़ेंगे. अगर आतंकी पाकिस्तान में हैं तो वे जहां भी होंगे, हम उन्हें नहीं बख्शेंगे. इस ऑपरेशन में एक संदेश था. फिलहाल सहमति से सीजफायर है.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पाकिस्तान के कितने प्लेन गिरे. वह हमारी फौज ने हमें बता दिया है और हम उससे आश्वस्त हैं. पाकिस्तान के कितने एयरबेस नष्ट किए गए. वह हमारे DGMO ने हमें बता दिया है. हमें हमारी फौज पर पूरा भरोसा है. हमें भरोसा नहीं है तो हमारे राजनीतिक नेतृत्व पर. उन्हें जवाब देना होगा कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को किसके दबाव में अचानक रोक दिया? उन्हें जवाब देना पड़ेगा?
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि राहुल ने हालांकि एक बार भी ये जानने की कोशिश नहीं की कि इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के कितने जेट मार गिराए गए या फिर कितनों को नष्ट किया गया. राहुल गांधी को आगे क्या मिलेगा? निशान-ए-पाकिस्तान?
इससे पहले भी राहुल गांधी ने कहा था कि हमला करने से पहले पाकिस्तान को बताना एक अपराध है. विदेश मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर इसे स्वीकार किया है. इसकी मंजूरी किसने दी? हमने कितने एयरक्राफ्ट खोए?