scorecardresearch
 

'UNSC-ब्रिक्स में लश्कर की पोल खुली, तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण...', 11 साल के मोदी सरकार में टेरर पर क्या बदला? जयशंकर ने बताया

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हमने आतंकवाद को ग्लोबल एजेंडे में शामिल किया. हमने आतंकवाद के मामले को दुनिया के हर फोरम, हर प्लेटफॉर्म पर उठाया, फिर चाहे वह ब्रिक्स हो, शंघाई सहयोग संगठन हो या फिर क्वाड हो. अगर आज आतंकवाद ग्लोबल एजेंडे में है तो यह मोदी सरकार के अथक प्रयासों की वजह है.

Advertisement
X
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर (Photo: Screengrab)
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर (Photo: Screengrab)

संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बात की. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के तहत बीते एक दशक में आतंकवाद को लेकर देश के बदलाव पर बात की.

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य पूरा हुआ है. हम पाकिस्तान का सच पूरी दुनिया के सामने लाने में कामयाब रहे. हमने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बेनकाब किया. विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि मैं आपको बीते 11 वर्षों में केंद्र की मोदी सरकार में आतंकवाद को लेकर भारत के बदलते रुख के बारे में बताना चाहूंगा.

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हमने आतंकवाद को ग्लोबल एजेंडे में शामिल किया. हमने आतंकवाद के मामले को दुनिया के हर फोरम, हर प्लेटफॉर्म पर उठाया, फिर चाहे वह ब्रिक्स हो, शंघाई सहयोग संगठन हो या फिर क्वाड हो. अगर आज आतंकवाद ग्लोबल एजेंडे में है तो यह मोदी सरकार के अथक प्रयासों की वजह है.

उन्होंने कहा कि दूसरा, भारत के प्रयासों की वजह से आतंकी मसूद अजहर और अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक आतंकी घोषित किया. जयशंकर ने कहा कि कुछ साल पहले हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य थे और हमने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की आतंकवाद निरोधी समिति की बैठक मुंबई के ताज होटल में की. यहीं पर 2007 में मुंबई हमला हुआ था. इस इवेंट का आतंकवाद से निपटने को लेकर वैश्विक स्तर पर बड़ा असर हुआ.

Advertisement

जयशंकर ने कहा कि चौथा, हमने आतंकवाद पर बेहद सख्ती दिखाते हुए कई देशों के साथ द्विपक्षीय समझौते कर उन देशों से आतंकियों का प्रत्यर्पण किया. याद दिला दूं कि इसी के तहत तहव्वुर राणा जो एक वॉन्टेड अपराधी है. भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाया जा रहा है.

विदेश मंत्री ने बताया कि भारत के प्रयासों से द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को वैश्विक आतंकी संगठन घोषित किया गया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 36वीं रिपोर्ट में ये कहा गया है कि बिना लश्कर की मदद के टीआरएफ पहलगाम हमले को अंजाम नहीं दे सकता था. इससे साबित हो गया है कि टीआरएफ एक तरह से लश्कर की प्रॉक्सी है. 

उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब किसी वैश्विक मंच पर आतंकी हमले की निंदा की गई है. 2009 में मुंबई हमले के बाद जब पहली बार ब्रिक्स की मीटिंग हुई थी तो सिर्फ इतना कहा गया था कि हम हर प्रारूप में आतंकवाद की निंदा करते हैं. लेकिन हाल ही में ब्रिक्स की बैठक में पहलगाम हमले की निंदा की गई. 

जयशंकर ने कहा कि पिछले एक दशक में सीमा पार आतंकवाद को लेकर भारत की अप्रोच में बदलाव आया है. सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर 2019 की एयरस्ट्रािक और अब ऑपरेशन सिंदूर ने ये साबित कर दिया है कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे और उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे.

Advertisement

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement