पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के महीनेभर बाद जो बात दुनिया को समझ नहीं आ रही थी, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उसे एक शब्द में समझा दिया. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को भारत बनाम पाकिस्तान नहीं, बल्कि भारत बनाम टेररिस्तान कहा जाना चाहिए. जाहिर है दशकों से उसके आतंक को झेलने के बाद भारत ने इस बार जवाब देने की ठान ली थी और उसी संकल्प का नाम ऑपरेशन सिंदूर है.
आतंकियों को घर में घुसकर मारेंगे
विदेश मंत्री ने अपने यूरोप दौरे पर हैं और यहां ब्रसेल्स में उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेस पॉलिसी को दोहराया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि हमें परवाह नहीं कि आतंकी कहां हैं. अगर वे पाकिस्तान के भीतरी इलाकों में हैं, तो हम पाकिस्तान में घुसकर उनका खात्मा करेंगे.
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जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ये गलतफहमी भी दूर कर दी कि भारत आक्रमणकारी है, उन्होंने कहा कि भारत ने सिर्फ उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां से भारत में हुए हर हमले की साजिश रची जा रही थी. उन्होंने कहा कि अब हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारा संदेश साफ है कि अगर वे पहलगाम जैसी हरकतें जारी रखते हैं, तो इसका जवाब दिया जाएगा और यह जवाब आतंकी संगठनों और उनके आकाओं के खिलाफ होगा.
हिना रब्बानी को याद आया सीजफायर
जयंशकर के इसी बयान से पाकिस्तान के पसीने छूट गए हैं. इसके बाद पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने एक बार फिर से झूठ परोसने की कोशिश की है. उन्होंने एक्स पर किए एक पोस्ट में कहा कि पाकिस्तान सीजफायर का जश्न मना रहा है और दक्षिण एशिया में स्थायी शांति की मांग कर रहा है, जिससे वह सांस ले सके और समृद्ध हो सके.
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हिना रब्बानी ने आगे दावा किया कि भारत ने अपने हालिया हमले, पारंपरिक वर्चस्व के मिथक को तोड़ने, उसके लड़ाकू विमानों को गिराने और उसकी विश्वसनीयता खोने से कोई सबक नहीं सीखने का फैसला किया है. हिना रब्बानी के इस बयान से पाकिस्तान की आतंक परस्ती एक बार फिर सामने आई है. अगले किसी भी आतंकी हमले के खिलाफ चेतावनी आतंकी ठिकानों से ही जुड़ी है लेकिन पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री सीधे तौर पर आतंकियों के बचाव में उतर आई और भारत की सैन्य कार्रवाई को अवैध आक्रमण बता रही हैं.