मोटापा (Obesity) एक ऐसी अवस्था है जिसमें शरीर में अत्यधिक मात्रा में चर्बी (फैट) जमा हो जाती है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. यह एक चिकित्सकीय स्थिति है, न कि केवल बाहरी बनावट का मामला. मोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है जैसे- हृदय रोग, मधुमेह (डायबिटीज), हाई ब्लड प्रेशर, गठिया और कुछ प्रकार के कैंसर.
मोटापा मापने का सबसे सामान्य तरीका है BMI (Body Mass Index) का उपयोग-
BMI = वजन (किलोग्राम) ÷ ऊंचाई² (मीटर में)
देश और दुनिया में मोटापा तेजी से एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभर रहा है. खराब जीवनशैली, असंतुलित आहार और शारीरिक गतिविधियों की कमी के चलते यह समस्या बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर वर्ग में फैलती जा रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मोटापा अब केवल एक सौंदर्य से जुड़ी चिंता नहीं, बल्कि हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन चुका है.
भारत में शहरीकरण और फास्ट फूड संस्कृति ने मोटापे की समस्या को और बढ़ावा दिया है. एक हालिया स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लगभग 40% लोग या तो अधिक वजन के हैं या मोटापे का शिकार हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थिति चिंताजनक होती जा रही है, जहां पहले यह समस्या अपेक्षाकृत कम थी.
अस्वास्थ्यकर खान-पान: अधिक तेल, चीनी और नमक वाले खाद्य पदार्थों का सेवन मोटापे का सबसे बड़ा कारण है.
शारीरिक गतिविधियों की कमी: बैठकर काम करने की आदत और एक्सरसाइज न करना इस समस्या को बढ़ाता है.
मानसिक तनाव और नींद की कमी: तनाव और कम नींद हार्मोनल असंतुलन पैदा कर मोटापे को बढ़ा सकते हैं.
आनुवंशिक कारण: कुछ मामलों में मोटापा वंशानुगत भी होता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मोटापे को रोका जा सकता है यदि लोग समय रहते अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करें. नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन जैसे उपायों से इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है. इसके अलावा, स्कूलों और कार्यस्थलों पर फिटनेस कार्यक्रमों को बढ़ावा देना भी जरूरी है.
भारत सरकार ने 'फिट इंडिया मूवमेंट' जैसे अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की पहल की है. इसके साथ ही पोषण और व्यायाम को बढ़ावा देने के लिए कई जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं (Fit India Movement).
अगर आप ओवरवेट हैं और आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आपको अंडे खाना बंद नहीं करना चाहिए. बस आपको अंडे सही मात्रा में ही खाने चाहिए, क्योंकि अंडों में कोलेस्ट्रॉल होता है.
चिकन और मछली दोनों में प्रोटीन होता है लेकिन चिकन में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जबकि मछली में प्रोटीन की गुणवत्ता बेहतर होती है. दोनों में से क्या खाना अधिक बेहतर है, इस बारे में जानेंगे.
100 साल बाद इंसान ज्यादा लंबा, लचीला और मोटा होगा. हड्डियां शार्क जैसी, दांत चोंच जैसे होंगे. फेफड़े मंगल के लिए तैयार किए जाएंगे. दिमाग कंप्यूटर से जुड़ेगा. यादें डाउनलोड होंगी. त्वचा गिरगिट जैसी रंग बदलेगी. हम गर्मी सहेंगे, जेनेटिक बीमारियां खत्म होंगी और अमरता के करीब पहुंचेंगे. टेक्नोलॉजी व बायोलॉजी मिलकर नया इंसान बनाएंगी.
महिलाएं 40 की उम्र पार होने के बाद वजन घटाने के लिए ऐसे तरीके फॉलो करने लगती हैं जो उनकी चर्बी बर्न के प्रोसेस को ही रोक देते हैं. ऐसे में फिटनेस कोच ने एक आसान तरीका और असरदार तरीका बताया है.
अगर आप वेट लॉस जर्नी पर हैं और आपको ज्यादा भूख लगती है. इसकी वजह से आप कई बार ओवरईटिंग कर लेते हैं, ऐसे में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट ने वजन घटाने वालों के लिए एक बहुत टेस्टी और बेस्ट ब्रेकफास्ट ऑप्शन बताया है, जो आपको वजन कम करने में मदद करेगा.
भारत में मोटापा जिस तेजी से फैल रहा है, उसी रफ्तार से बीमारियां भी बढ़ रही हैं.विशेषज्ञों का कहना है कि तेज मार्केटिंग, आसानी से उपलब्धता और सस्ती कीमतों ने UPF को लोगों की रोजमर्रा की डाइट का बड़ा हिस्सा बना दिया है और यही आदत आगे चलकर डायबिटीज, हार्ट डिजीज और अन्य गंभीर बीमारियों को बढ़ा रही है.
डेनिश ड्रग मेकिंग कंपनी नोवो नॉर्डिस्क ने भारत में अपने वजन घटाने वाला इंजेक्शन वेगोवी (Wegovy) लॉन्च किया था. उसके इंडिया मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रांत श्रोत्रिय ने इसकी डिमांड के बारे में बताया है.
विश्व खाद्य दिवस के मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मोटापे को एक वैश्विक स्वास्थ्य संकट बताया है. आज दुनिया के सामने भूख से बड़ी चुनौती मोटापा बन गया है, जिससे 100 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. डब्ल्यूएचओ मानता है कि 'आज के दौर में मोटापा एक ग्लोबल पब्लिक हेल्थ क्राइसिस बन चुका है.'
मोटापा आज सिर्फ लाइफस्टाइल दिक्कत नहीं रहा, बल्कि ये एक बीमारी का रूप ले चुका है. दुनिया भर में मेडिकल साइंस के फील्ड से जुड़े वैज्ञानिक मोटापे से लड़ने के हथियार खोज रहे हैं. अभी तक जो इलाज सामने आए हैं, वो या तो महंगे हैं या फिर उनमें साइड इफेक्ट भी सामने आ रहे हैं. इस बीच ये खबर मोटापे के इलाज की दिशा में नई उम्मीद जगाने वाली है.
वजन घटाने के लिए हैवी डाइटिंग और वर्कआउट जरूरी नहीं है, इन दोनों के बिना भी वेट लॉस किया जा सकता है. एक महिला ने 10 आसान तरीके बताए हैं, जिनकी मदद से उन्होंने 34 किलो वजन कम किया है.
नई दवा ओजेम्पिक को भारत में टाइप-2 डायबिटीज़ के इलाज के लिए मंजूरी मिली है, लेकिन वजन घटाने के लिए नहीं. ये दवा भूख कम करके वजन घटाने में मदद करती है, पर इसके कई गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. दुनिया भर में 70 लाख से अधिक लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. भारत में मोटापे के शिकार 25 करोड़ से अधिक लोग हैं, और अगले 25 वर्षों में यह संख्या 55 करोड़ तक पहुँच सकती है.
रसोई में खाना पकाने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली तीन चीजें हमारी सेहत पर बुरा असर डालती हैं. चीनी, नमक और तेल हम रोज खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये हमारी बॉडी के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं.
जीएलपी-1 दवाएं डायबिटीज और वजन घटाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं. इन दवाओं के प्रभाव और साइड इफेक्ट्स होते हैं. इन्हें केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही लेना चाहिए. एक विशेषज्ञ ने बताया कि उनकी डायबिटीज 2016 में सामने आई थी. उन्होंने 2017 में जीएलपी-1 इंजेक्शन लेना शुरू किया, जिससे डायबिटीज नियंत्रित हुई, लेकिन इंजेक्शन से त्वचा पर निशान पड़ने लगे. बाद में उन्होंने ओरल जीएलपी-1 दवा भी ली, जिससे गैस्ट्रिक समस्याएं हुईं.
Aajtak Health Summit 2025 के मंच पर मैक्स हेल्थकेयर के एंडोक्राइनोलॉजी हेड डॉ अमरीश मित्तल, नोवा नॉर्डिस्क इंडिया के एमडी विक्रांत श्रोत्रिया और मरीजों डॉ संदीप कॉलरा व सोनाली ने अपने अनुभव साझा किए. यहां चर्चा हुई कि कैसे मोटापे, डायबिटीज और नई दवाओं (GLP-1) को लेकर लोगों की समझ बदलनी चाहिए.
कुछ भी कर लो, ये मोटापा है कि जाता नहीं. अब ये कहने का जमाना जा रहा है. अब नई जेनरेशन के सामने मोटापा बीमारी से लड़ने के लिए GLP-1 का हथियार है. मुंबई में आयोजित इंडिया टुडे कॉनक्लेव के लिविंग विद GLP-1 सेशन में इन दवाओं के हर पहलू पर चर्चा की गई. यहां तक कि यहां विशेषज्ञों ने ये उम्मीद भी जताई है कि भविष्य में जीएलपी-1 पिल्स में उपलब्ध होंगी और हर वर्ग के लिए मुहैया होंगी.
35 साल से ऊपर के लोग सोचते हैं कि ज्यादा खाने से कम करना और ज्यादा एक्सरसाइज करना जरूरी है/ लेकिन सच ये है कि सालों की गलत नींद, स्ट्रेस और जल्दी-जल्दी खाना खाने से मेटाबॉलिज्म क्रैश हो जाता है.
पाचन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा आपका शरीर भोजन और पेय को छोटे-छोटे अणुओं में तोड़ता है ताकि पोषक तत्व अवशोषित हो सकें. अब किस खाने को पचने में कितना समय लगते हैं, इस बारे में जानेंगे.
आमिर खान का वजन अचानक काफी बढ़ गया है, जिसे देखने के बाद उनके फैंस परेशान हैं. सुपरस्टार ने बताया है कि वो एक बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसकी वजह से वो स्टेरॉयड ट्रीटमेंट ले रहे हैं और ये उसका ही साइड इफेक्ट है.
न्यूट्रिशनिस्ट शिखा अग्रवाल ने 50 किलो वजन घटाया है, उनका वजन 110 किलो से 60 किलो पहुंच गया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर वो 10 आसान टिप्स फॉलो किए हैं, जिनकी मदद से उन्हें वेट लॉस करने में मदद मिली.
डॉ. मुफ्फजल लाडकावाला ने मोटापे के पीछे के कारण के बारे में खुलकर बताया है, साथ ही बिजी लाइफ में खुद को कैसे फिट रखा जाएं. इसे लेकर कुछ खास तरीके भी बताई हैं.
यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कैथरीन रसेल ने कहा कि आज अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स तेजी से फलों, सब्जियों और प्रोटीन जैसे हेल्दी खाने की जगह ले रहे हैं. यही वजह है कि अब दुनियाभर में कुपोषण की परिभाषा ही बदल गई है.