कच्छ
कच्छ (Kutch) भारत के राज्य गुजरात (Gujarat) का एक जिला है. इसका प्रशासनिक मुख्यालय भुज में स्थित है. यह जिला गुजरात के उत्तर – पश्चिम में स्थित है. इसकी सीमाएं पाकिस्तान और अरब सागर से घिरी हुई है. यह गुजरात का सबसे बड़ा जिला है जिसका क्षेत्रफल 45,674 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area)
कच्छ जिले के अंतर्गत 1 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Parliamentary Constituency) और 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (Assembly Constituency) आते हैं.
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक कच्छ जिले की जनसंख्या (Population) लगभग 21 लाख है और यहां हर एक वर्ग किलोमीटर में 46 लोग रहते हैं. इस जिले का लिंग अनुपात (Sex Ratio) प्रति 1000 पुरुष 908 महिला है. इस जिले की 70.59 फीसदी जनसंख्या साक्षर है, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 79.40 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता 60.87 फीसदी है (Kutch Literacy).
कच्छ एक महत्वपूर्ण प्राचीन भूमि है. कच्छ नाम इसकी भौगोलिक विशेषताओं और इसकी जमीन की कछुए से समानता के कारण रखा गया है. प्राचीन साहित्य में इस नाम का उल्लेख है. मल्लीनाथ ने संजीवनी के अपने ग्रंथ में कच्छ को प्राचीन काल के दौरान दलदली भूमि या परती भूमि के रूप में परिभाषित किया है. इस क्षेत्र का दौरा करने वाले विदेशी यात्रियों ने विभिन्न अभिलेखों में कच्छ नाम का उल्लेख किया था. इसका उल्लेख शिला अभिलेखों, ताम्रपत्र अभिलेखों, प्राचीन लेखों और पांडुलिपियों में भी मिलता है. कच्छ की पूर्व रियासत के शासक (Maharao Shri Meghraji) ने 15 अगस्त 1947 को भारत के डोमिनियन में प्रवेश किया था. 1 जून 1948 को इस क्षेत्र के प्रशासन को भारत सरकार में स्थानांतरित कर दिया गया था (History of Kutch).
कच्छ में ज्यादातर कच्छी भाषा, सिंधी भाषा और गुजराती भाषा का प्रयोग होता है.
कच्छ में कई महत्वपूर्ण पर्यटक स्थान हैं जिसमें कच्छ का सफेद रण सबको लुभाता है. साथ ही, मांडवी समुद्रतट भी आकर्षण का केंद्र है. भुज में स्थित कच्छ के महाराजा का आईना महल, प्राग महल, शरद बाग पैलेस एवं हमीरसर तलाव मुख्य आकर्षण हैं. मांडवी में स्थित विजय विलास पैलेस जो समुद्रतट पर स्थित है, देखने लायक है. भद्रेश्वर जैन तीर्थ और कोटेश्वर में महादेव का मंदिर और नारायण सरोवर जो पवित्र सरोवरों में से एक है वो भी घूमने लायक है (Tourist Places of Kutch).
गुजरात से चक्रवात बिपरजॉय निकल चुका है, लेकिन तबाही के भारी निशान छोड़ गया है. तूफान से पब्लिक प्रॉपर्टी को भारी नुकसान तो हुआ है साथ ही खेती-किसानी पर भी असर हुआ है. गुजरात के कच्छ में खजूर और आम के बगीचे पूरी तरह से तहस-नहस हो गए हैं.
बिपरजॉय तूफान अपने पीछे बर्बादी के कई निशान छोड़ गया. कई इलाकों में भारी बारिश के बाद जलजमाव हो गया है तो वहीं फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अब जिंदगी को वापस ट्रैक पर लाने की कोशिशें जारी हैं.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 17 जून 2023 की खबरें और समाचार: गुजरात के जूनागढ़ में शुक्रवार रात एक अवैध दरगाह को लेकर जबरदस्त बवाल मच गया. रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच रूसी परमाणु हथियारों का पहला जखीरा अब बेलारूस पहुंच गया है. बिपरजॉय तूफान तबाही और बर्बादी बरसाते हुए राजस्थान की तरफ बढ़ चला है.
गुजरात में चक्रवात 'बिपारजॉय' के चलते भारी नुकसान हुआ है. कच्छ, राजकोट, द्वारका, पोरबंदर, समेत कई जिलों में गंभीर प्रभाव पड़ने की मौसम विभाग ने संभावना जताई है. देखिए 100 शहर 100 खबर.
बिपरजॉय जैसे खतरनाक तूफान के बीच आजतक के रिपोर्टर्स ने दिन भर पल-पल की खबर दी. उन्होंने तूफान के बीच रहकर प्रभावित इलाकों की जानकारी दर्शकों तक पहुंचाई. वहीं दर्शकों ने प्यार दिखाते उनके खाना लेकर आए. देखें वीडियो.
Biparjoy Cyclone Live Updates: बिपरजॉय तूफान ने गुरुवार की रात गुजरात में दस्तक दे दी. हालांकि ज्यादातर लोगों को निकालकर सुरक्षित पर जगहों पर पहुंचा दिया गया था. लेकिन कुछ लोगों ने बस स्टैंड को ही अपना सहारा बना लिया था. कच्छ के तटीय इलाकों में तूफान आने से पहले कैसी स्थिति थी. देखें रिपोर्ट
गुजरात के तटों पर तूफान बिपरजॉय का लैंडफॉल हो गया. महातूफान से बड़े-बड़े स्ट्रक्चर्स को भारी नुकसान की आशंका को देखते हुए लोगों को ऐहतियात के तौर पर घर से दूर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया, रातभर उन्हें हर पल इस बात का डर सताता रहा कि जब वह लौटकर अपने घर पहुंचेंगे तो उन्हें आशियाने के नाम पर न जाने क्या मिलेगा?
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का लैंडफॉल शुरू हो गया है. भारी चेतावनी के बाद गुरुवार शाम को तूफान का लैंडफॉल शुरू हो गया है. इस दौरान 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है. मौसम विभाग ने मुताबिक मध्य रात्रि तक गुजरात में लैंडफॉल जारी रहेगा.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, इसका गंभीर असर देखने को मिल रहा है. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के तबाही मचाने की आशंका के बीच केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सब अलर्ट हैं. देखें कच्छ से सीधी तस्वीरें.
पिछले कुछ दिनों से जिस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर देशभर में हल्ला मचा हुआ है, वह आज गुजरात के जखाऊ बंदरगाह से टकराने वाला है. अनुमान है कि तट से टकराते समय तूफान की स्पीड 125 से लेकर 150 किलोमीटर तक रह सकती है. संभावित नुकसान को देखते हुए NDRF की टीमें गुजरात, महाराष्ट्र, दमन और दीव के साथ ही दादर और नगर हवेली में तैनात हैं.
गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से लोगों में खौफ है. शासन-प्रशासन की ओर से लागातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है.बिपरजॉय से भारी नुकसान की आशंका जताई गई है. हालात ऐसे हैं कि यहां 400 साल से जहाज बनाने वाले कारोबारी तक परेशान हैं. देखें वे क्या बोले.
गुजरात के तट से टकराने से पहले तूफान की आहट दिखने लगी है. तटीय इलाके में तेज हवा के साथ बारिश हो रही है. बता दें कि करीब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाला तूफान गुजरात से गुजरने वाला है. यह सबसे पहले कच्छ से टकराएगा. इसलिए कच्छ के तटीय इलाकों को खाली करा दिया गया है. देखें रिपोर्ट.
बस कुछ घंटे बाद बिपरजॉय नाम का तूफान गुजरात के तटीय इलाके से टकराएगा. तूफान से पहले तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश भी हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में तेजी से आगे बढ़ रहा तूफान गुरुवार शाम 5 बजे कच्छ के तटीय इलाके से टकराएगा. न्यूजरूम में देखिए दिन की बड़ी खबरें.
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून को गुजरात के कच्छ से टकराएगा. उससे पहले ही समंदर अशांत हो गया है. तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. गुजरात के तटीय इलाकों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. कच्छ, पोरबंदर, अमरेली, गिर सोमनाथ, द्वारिका में 14 और 15 जून को छुट्टी कर दी गई है.
अब आने वाले कुछ घंटे भारत के तटीय इलाकों के लिए काफी भारी है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक तूफान बहुत ही तेजी से भारत की ओर से आ रहा है. इस तूफान का नाम है बिपरजॉय तूफान. चक्रवात बिपरजॉय को लेकर सारे समुद्री इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. सरकार की ओर से बैठकें की गई है और साथ ही एहतियात के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
साइक्लोन ‘बिपरजॉय’ पास आता जा रहा है. इसके कारण गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल बनाने की आशंका है.
इंडियन नेवी और नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मिलकर अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप पकड़ी है. बताया जा रहा है कि ईरान से 12 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स भारत लाई जा रही थी. इसी बीच इनपुट के आधार पर नेवी और एनसीबी ने गुजरात के बंदरगाह पहुंचने से पहले ही इस खेप को पकड़ लिया. इस दौरान ड्रग माफिया को भी गिरफ्तार किया गया है.
कच्छ से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि वह अपने पति के साथ भोला फिल्म देखने सिनेमा हॉल गई थी. पति को फिल्म पसंद नहीं आई और रुपये बर्बाद होने की बात कहने लगे. इसी बात पर गुस्से में पति ने पत्नी को पीट दिया और जान से मारने के धमकी दी. कहा, "आज तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगा''.
जन्म के बाद एक बच्चे को उसके मां-बाप ने किन्हीं कारणों से ठुकरा दिया था. मगर, किस्मत ने ऐसा खेल खेला कि बच्चे की जिंदगी ही बदल गई. जो बच्चा अनाथालय में पल रहा था, उसे अब नए माता-पिता मिल गए हैं, जो कि अमेरिका में रहते हैं. उन्होंने प्रेरक नाम के इस बच्चे को अडॉप्ट करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है.
गुजरात के कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
गुजरात के कच्छ जिले में कपड़े का व्यवसाय करने वाले व्यापारी के परिवार ने तमाम सुख-सुविधाओं का त्याग कर संन्यास ले लिया है. इस परिवार ने अपनी करोड़ों की संपत्ति दान कर दी. इसके बाद नियमों का पालन कर दीक्षा ली.