गोवा (Goa) भारत के कोंकण क्षेत्र (Konkan region) में स्थित, देश के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है. तटीय राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा और जनसंख्या की दृष्टि से चौथा सबसे छोटा राज्य है (Goa). इस राज्य को दो जिलों में बांटा गया है- उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा (Districts of Goa)
हालांकि वर्तमान में भारत का एक अभिन्न अंग, गोवा 1961 के अंत तक एक पुर्तगाली उपनिवेश था और 1967 में किए गए एक जनमत संग्रह द्वारा इसे भारत का हिस्सा बनाया गया था. 1987 में केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया था. एक बंदरगाह शहर होने के नाते, पुराने समय के दौरान, डच (Dutch), ब्रिटिश (British ) और पुर्तगालियों (Portuguese) सहित विभिन्न विदेशी शक्तियों ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण करने की कोशिश की थी.
इतने लंबे समय तक विदेशी प्रभुत्व में रहने के परिणामस्वरूप, गोवा के विभिन्न पहलू जिनमें इसकी वास्तुकला, व्यंजन, नगर नियोजन पुर्तगाली और डच शैलियों से मिलते जुलते हैं. गोवा अपने समुद्र तटों और गिरजाघरों के लिए दुनिया में सबसे प्रसिद्ध है जो स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आकर्षित करता है. अपने समुद्री किनारों की खुबसुरती के लिए प्रसिद्ध गोवा में नए साल के शुरुआत में सैलानियों अवागमन बढ़ जाता है (Tourist Places of Goa).
पालोलेम बीच गोवा में समुद्र तटों के अलावा, दूधसागर फॉल्स (Doodhsagar falls), सलीम अली पक्षी सेंच्यूरी (Salim Ali bird sanctuary), महावीर वन्यजीव सेंच्यूरी (Mahaveer Wildlife sanctuary) भी प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है.
यहां 1512 प्रकार के प्रलेखित वनस्पतियों (Documented Flora), 275 प्रकार की एवियन प्रजातियां (Avian Species) हैं. सरीसृपों (reptiles) की 60 से अधिक शैलियों ने इसे वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध राज्य बना दिया है.
अरविंद केजरीवाल ने गोवा की जर्जर सड़कों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने की सड़क तक ठीक नहीं कराई जा सकी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 13 साल में गोवा को भ्रष्टाचार और गुंडाराज दिया है.
गोवा अग्निकांड मामले में मुख्य आरोपियों लूथरा ब्रदर्स पर शिकंजा कसता जा रहा है. थाईलैंड में हिरासत में लिए गए गौरव और सौरभ लूथरा को भारत लाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. बैंकॉक में भारतीय दूतावास लगातार थाई अधिकारियों के संपर्क में है, ताकि प्रत्यर्पण की औपचारिकताएं जल्द पूरी की जा सकें.
थाईलैंड ने गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब के को-ओनर गौरव और सौरभ लूथरा को भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दोनों भाइयों को दूतावास के हस्तक्षेप के बाद फुकेट में हिरासत में लिया गया था. 6 दिसंबर को नॉर्थ गोवा के अरपोरा में नाइटक्लब में लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत हुई थी.
गोवा नाइटक्लब अग्निकांड मामले में लूथरा ब्रदर्स को भारत लाने की कवायद तेज कर दी गई है. दोनों भाई फिलहाल थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हैं. दोनों भाईयों को फुकेट शहर से बैंकॉक लाया गया है. जरूरी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद दोनों को डिपोर्ट कर दिया जाएगा.
गोवा हादसे में जिन लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है उनका दर्द बयां करना मुश्किल है. दिल्ली की भावना जोशी भी उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने इस हादसे में अपने पति और तीन बहनों को खो दिया है. आजतक संवाददाता हिमांशु मिश्रा से बातचीत में भावना ने बताया कि 6 दिसंबर की रात कैसे अचानक उनकी जिंदगी में अंधेरा छा गया और सब कुछ खत्म हो गया. इस हादसे ने प्रभावित परिवारों की जिंदगी पूरी तरह बदल दी है.
गोवा अग्निकांड के मामले में बड़ी सफलता मिली है. भारत के आग्रह पर थाईलैंड की सरकार ने लूथरा भाइयों को फुकेट से गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें हिरासत में रखा गया है. पच्चीस लोगों की मौत के इस दर्दनाक हादसे के पांच दिन बाद गौरव और सौरभ को पकड़कर भारतीय जांच एजेंसियों ने बैंकॉक के फुकेट में पहुंचकर उन्हें सुरक्षा के साथ मुंबई लाने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
6 दिसंबर की आधी रात को अर्पोरा गांव स्थित क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. लूथरा ब्रदर्स की थाइलैंड में हिरासत पर गोवा पुलिस का पहला बयान भी आया. गोवा पुलिस की तरफ से बताया गया कि थाईलैंड में लूथरा भाइयों को हिरासत में लिया गया है.
गोवा के रोमियो लेन नाइट क्लब अग्निकांड के आरोपी गौरव और सौरभ लूथरा को भारत लाने में देरी होगी. दोनों के पासपोर्ट रद्द किए जा चुके हैं और अब बैंकॉक में इमरजेंसी ट्रैवल सर्टिफिकेट जारी करने की प्रक्रिया पूरी होगी. सरकारी छुट्टियों के चलते समय और बढ़ सकता है. दोनों को थाईलैंड के फुकेट में हिरासत में लिया गया है.
भारत के अनुरोध पर थाईलैंड पुलिस ने फुकेट में गोवा नाइटक्लब अग्निकांड के मुख्य आरोपियों लूथरा भाइयों को हिरासत में लिया है. ये दोनों आरोपी घटनास्थल के नाइटक्लब के फाउंडर थे और हादसे के बाद फरार हो गए थे. उनके पासपोर्ट सस्पेंड कर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया आसान बनायी जा रही है.
गोवा नाइटक्लब आग हादसे के मुख्य आरोपी लूथरा ब्रदर्स थाईलैंड में पकड़े गए. पासपोर्ट सस्पेंड, इंटरपोल नोटिस के बाद अब भारत प्रत्यर्पण की तैयारी.
गोवा क्लब आगजनी कांड में आरोपी लूथरा ब्रदर्स के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी हुआ है और पासपोर्ट रद्द कर दिए गए हैं. जानिए उन्हें भारत कैसे लाया जाएगा, उन पर कौन-कौन सी धाराएं लगी हैं और उन धाराओं के तहत कितनी सजा मिल सकती है.
अरपोरा के ‘Birch by Romeo Lane’ क्लब में लगी आग में कम से कम 25 लोगों की मौत हुई थी. जांच में यह उजागर हुआ कि क्लब में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था और कई अनियमितताएं सामने आई थीं. क्लब के दोनों मालिक हादसे के बाद फुकेट (थाईलैंड) भाग गए थे, जिन्हें वहां पकड़ लिया गया है.
गोवा अग्निकांड मामले में बड़ी खबर आई है कि लुथ्रा भाइयों गौरव और सौरव को थाईलैंड से हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस उनकी तलाश कर रही थी क्योंकि वे बैंकॉक भाग गए थे और उनका पासपोर्ट भी सस्पेंड हो गया था. इस मामले में इंटरपोल की भी मदद ली गई. दोनों आग्निकांड के बाद से फरार चल रहे थे.
6 दिसंबर की रात गोवा के नाइट क्लब में लगी भीषण आग से 25 लोगों की मौत हो गई थी. इसी में भावना के पति विनोद और तीन बहनों की भी मौत हो गई थी. उस भयानक रात को याद करते हुए भावना ने बताया कि क्लब के बाहर मौजूद लोगों या स्टाफ ने किसी तरह की मदद नहीं की. कोई गाइड करने वाला नहीं था.
गोवा नाइटक्लब अग्निकांड में 25 लोगों की मौत के बाद फरार लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड के फुकेट में हिरासत में लिया गया है. पासपोर्ट निलंबन और इंटरपोल नोटिस जारी करने के बाद भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को आसान बनने की उम्मीद है. यह गिरफ्तारी अग्निकांड की जांच में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी. इस मामले की सुनवाई और आगे की कानूनी कार्रवाई पर नजर बनी हुई है.
भारत के अनुरोध पर थाईलैंड पुलिस ने फुकेट में लूथरा भाइयों को हिरासत में ले लिया है. यह कार्रवाई गोवा में हुए नाइटक्लब अग्निकांड के बाद की गई है जिसमें 25 लोगों की जान चली गई थी. लूथरा ब्रदर्स इस नाइटक्लब के संस्थापक हैं और घटना के बाद फरार थे. 6 दिसंबर को गोवा के अरपोरा में स्थित बिर्च बाय रोमियो नाइटक्लब में लगी आग से बड़ा हादसा हुआ था.
गोवा नाइटक्लब अग्निकांड में 25 मौतों के बाद फरार फाउंडर लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड के फुकेट में हिरासत में लिया गया है. पासपोर्ट सस्पेंशन और इंटरपोल नोटिस के बाद भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया आसान होने की उम्मीद है.
गोवा क्लब अग्निकांड में मुख्य आरोपियों सौरभ और गौरव लूथरा की अग्रिम जमानत याचिका पर रोहिणी कोर्ट में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कड़ा विरोध किया, जबकि लूथरा ब्रदर्स के वकीलों ने दलील दी कि वे घटना के समय मौजूद नहीं थे. क्लब का संचालन पार्टनर और ऑपरेशनल मैनेजर्स करते थे.
गोवा पुलिस ने नाइटक्लब अग्निकांड के मुख्य आरोपियों गौरव और सौरभ लूथरा के पासपोर्ट सस्पेंड कर दिए हैं, जो आग लगने के कुछ घंटे बाद ही थाईलैंड भाग गए थे. माना जा रहा है कि अब वे फुकेट से आगे नहीं जा पाएंगे. इंटरपोल ने उनके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है, जिससे भारत के लिए उनका प्रत्यर्पण आसान हो सकता है.
गोवा सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए चार सदस्यीय मजिस्ट्रियल जांच समिति बनाई है. गोवा सरकार ने नाइट क्लब, रेस्टोरेंट, बार और इवेंट वेन्यू के लिए नई एडवाइजरी जारी की है.
गोवा के अरपोरा इलाके में स्थित नाइटक्लब में शनिवार रात लगी भीषण आग ने 25 लोगों की जान ले ली, जिनमें चार पर्यटक और 21 क्लब कर्मचारी शामिल थे. हादसे के कुछ ही घंटों बाद क्लब के दो मुख्य मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा भारत से फरार होकर थाईलैंड पहुंच गए.