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Ax-4 Mission की लॉन्चिंग 8 जून को... स्पेस स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय होंगे शुभांशु शुक्ला

Ax-4 मिशन 8 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए लॉन्च होगा. एक्सिओम स्पेस का यह चौथा मिशन स्पेसएक्स के फाल्कन 9 से फ्लोरिडा से उड़ेगा. कमांडर पेगी व्हिटसन के साथ भारत के शुभांशु शुक्ला, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं. 14 दिन के मिशन में 31 देशों के 60 प्रयोग होंगे.

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एक्सिओम की ओर से जारी तस्वीर में नासा एस्ट्रोनॉट पेगी व्हिटसन के पीछे मौजूद शुभांशु शुक्ला. (फाइल फोटोः Axiom)
एक्सिओम की ओर से जारी तस्वीर में नासा एस्ट्रोनॉट पेगी व्हिटसन के पीछे मौजूद शुभांशु शुक्ला. (फाइल फोटोः Axiom)

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए एक और निजी अंतरिक्ष मिशन तैयार है. अमेरिका की कंपनी एक्सिओम स्पेस अपना चौथा मिशन, Ax-4 8 जून 2025 को लॉन्च करने जा रही है. यह मिशन स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट और नए ड्रैगन अंतरिक्ष यान से फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से सुबह 9:11 बजे (ईडीटी) उड़ेगा. यानी भारतीय समयानुसार शाम 6:41 बजे के आसपास. 

मिशन की तैयारी पूरी

एक्सिओम स्पेस ने 21 मई को फ्लाइट रेडीनेस रिव्यू (FRR) पूरा कर लिया. इस रिव्यू से पक्का हो गया कि सभी सिस्टम और कर्मचारी लॉन्च के लिए तैयार हैं. यह एक्सिओम का अब तक का सबसे ज्यादा रिसर्च वाला मिशन होगा. 14 दिनों के इस मिशन में चालक दल 60 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोग और गतिविधियां करेगा.

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चालक दल में कौन-कौन?

मिशन की कमांडर होंगी अमेरिका की पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन. यह उनका पांचवां अंतरिक्ष मिशन होगा. उनके साथ होंगे भारत के पायलट शुभांशु शुक्ला, पोलैंड के स्लावोश उज़्नान्स्की (यूरोपियन स्पेस एजेंसी से) और हंगरी के टिबोर कपु. यह पहली बार है जब भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री ISS जाएंगे. स्पेस स्टेशन पर पहुंचने वाले पहले भारतीय होंगे शुभांशु शुक्ला. 

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भारत के लिए खास बात

शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन हैं. भारत के गगनयान मिशन के लिए भी चुने गए हैं. 40 साल बाद वह दूसरे भारतीय होंगे जो अंतरिक्ष में जाएंगे. इसरो के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुदीश बलन ने कहा कि यह मिशन युवाओं को अंतरिक्ष तकनीक के लिए प्रेरित करेगा.

31 देशों के प्रयोग

इस मिशन में 31 देशों के 60 प्रयोग होंगे. पोलैंड के साथ यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने 17 प्रयोग दिए हैं. हंगरी ने अपने HUNOR प्रोग्राम से 25 प्रयोग शामिल किए हैं. हंगरी की अंतरिक्ष रिसर्च कमिश्नर ओरसोल्या फेरेन्ज़ ने इसे राष्ट्रीय गौरव बताया. ये प्रयोग विज्ञान और तकनीक को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे.

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नासा की चिंता और उम्मीद

नासा की डाना वीगल ने कहा कि Ax-4 जैसे निजी मिशन ISS पर रिसर्च बढ़ाने का शानदार तरीका हैं. ट्रंप प्रशासन ने 2026 के बजट में नासा की फंडिंग में 25% कटौती का प्रस्ताव दिया है, जिससे ISS मिशन प्रभावित हो सकते हैं. लेकिन Ax-4 जैसे मिशन इस कमी को पूरा करने में मदद कर सकते हैं.

भविष्य की योजना

एक्सिओम स्पेस अपने खुद के अंतरिक्ष स्टेशन पर काम कर रही है, जो 2027 तक लॉन्च हो सकता है. यह मिशन उस दिशा में एक कदम है. कंपनी के मिशन सर्विस चीफ एलन फ्लिंट ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना चाहते हैं और भविष्य में भी कई देशों के अंतरिक्ष यात्रियों को साथ लाएंगे. Ax-4 मिशन अंतरिक्ष में सहयोग और अनुसंधान का नया अध्याय शुरू करने जा रहा है. 

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