पृथ्वी के वायुमंडल के नीचे और उसके ऊपर होने वाली सभी प्राकृतिक और मानवनिर्मित घटनाओं की वैज्ञानिक खबरें. अंतरिक्ष, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा, स्वास्थ्य संबंधी रिसर्च, नदी, ग्लेशियर, पहाड़, पर्यावरण, वन्य जीव, जैव विविधता, मौसम, ऊर्जा, जेनेटिक्स. कुछ भी हो. यहां होने वाले बदलाव, उनसे होने वाले असर. इंसानों की वजह से बदल रहा मौसम या बदला लेती धरती. या बेवजह की बाढ़ या ग्लेशियर के टूटने से आई आपदा. हर खबर पर पैनी नजर. आपको मिलेगी यहां साइंस की स्टोरी, एनालिसिस, फोटो गैलरी, विजुअल स्टोरी और वीडियो.
नासा ने एक्सियॉम-4 मिशन की लॉन्च की नई तारीख का ऐलान कर दिया है. क्रू मेंबर स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट पर एक नए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना होंगे. मिशन का लक्ष्य गुरुवार, 26 जून को शाम 4:30 बजे (भारतीय समय) ISS के साथ डॉकिंग करना है.
नल के पानी में मौजूद आर्सेनिक से बच्चों को गंभीर नुकसान! जानें गर्भवती महिलाओं के लिए क्यों ज़रूरी है फिल्टर किया हुआ पानी पीना.
मंगल ग्रह का लाल रंग आयरन ऑक्साइड (जंग) के कारण है. जानिए इसकी सतह, बर्फीले ध्रुवों, रोवर मिशनों और जीवन की संभावनाओं के बारे में रोचक वैज्ञानिक तथ्य.
शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा (एक्सिओम मिशन 4) फिर टल गई है. तारीख पर तारीख मिल रही है. नासा ने 22 जून का लॉन्च स्थगित किया, क्योंकि ISS के ज़्वेज़्दा मॉड्यूल में मरम्मत के बाद जांच बाकी है. फाल्कन 9 में लिक्विड ऑक्सीजन लीक और खराब मौसम भी देरी का कारण बने. चालक दल क्वारंटाइन में है, और नई तारीख जल्द घोषित होगी.
भविष्य के युद्धों में भारत के सैनिक क्या बात कर रहे हैं वो दुश्मनों को पता ही नहीं चलेगा. DRDO-IIT ने बनाया ऐसा अभेद्य क्वांटम कम्यूनिकेशन सिस्टम जिसे न जाम किया जा सकेगा. न हैकिंग हो सकेगी.
इंडोनेशिया के लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी में 17 जून 2025 को विस्फोट हुआ, जिससे 11 किमी ऊंचा राख का बादल उठा.जियोलॉजी एजेंसी ने हाई अलर्ट जारी किया. लावा बहने की चेतावनी दी. बाली की कई उड़ानें रद्द हुईं. पैसिफिक रिंग ऑफ फायर पर स्थित यह ज्वालामुखी खतरनाक है.
होंडा ने 17 जून 2025 को अपने पहले रियूजेबल रॉकेट का सफल परीक्षण किया. 6.3 मीटर लंबा रॉकेट 271.4 मीटर ऊंचाई तक गया. 37 सेंटीमीटर की सटीकता से लैंड किया. यह होंडा की अंतरिक्ष अनुसंधान में पहली बड़ी उपलब्धि है. कंपनी का लक्ष्य 2029 तक सबऑर्बिटल उड़ान है, जो सैटेलाइट लॉन्च और डेटा सेवाओं में क्रांति ला सकता है.
ISRO, पोलैंड और हंगरी की टीमें Axiom-4 मिशन के लिए तैयार हैं. SpaceX की Falcon 9 और Crew Dragon की मरम्मत के बाद 22 जून 2025 को लॉन्च हो सकता है. शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्री ISS पर 14 दिन तक वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे.
टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च में सामने आया है कि इंसान की उम्र औसतन 44 और 60 साल पर तेजी से बढ़ती है. जानें क्यों इन दो उम्रों पर होता है बायोलॉजिकल बदलाव और कैसे बचा जा सकता है.
भविष्य के युद्धों में भारत के सैनिक क्या बात कर रहे हैं वो दुश्मनों को पता ही नहीं चलेगा. DRDO-IIT ने बनाया ऐसा अभेद्य क्वांटम कम्यूनिकेशन सिस्टम जिसे न जाम किया जा सकेगा. न हैकिंग हो सकेगी. न ही जासूसी संभव है. ये क्वांटम एनटैंगलमेंट आधारित फ्री-स्पेस QKD तकनीक पर आधारित है.
शैंपू और साबुन पर "pHबैलेंस्ड" लिखा होने का क्या मतलब होता है? जानें कैसे pH लेवल आपकी स्किन की सुरक्षा और नमी बनाए रखता है.
नासा के मंगल ओडिसी ऑर्बिटर ने 2 मई 2025 को अर्सिया मोंस ज्वालामुखी को बादलों से ऊपर उभरते हुए कैप्चर किया. यह 19.31 किलोमीटर ऊंचा है. यह धरती के सबसे ऊंचे पर्वत, माउंट एवरेस्ट से दोगुना ऊंचा है. तस्वीर 6 जून, 2025 को साझा की गई. यह तस्वीर मंगल के वातावरण और भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है.
ISRO, Axiom Space और SpaceX की मेहनत से Ax-04 मिशन फिर पटरी पर आ गया है. 19 जून 2025 को होने वाला यह लॉन्च न केवल वैज्ञानिक उपलब्धि होगी, बल्कि भारत के लिए भी गर्व का पल होगा. Zvezda मॉड्यूल की जांच जारी है, लेकिन सुरक्षा के साथ मिशन को आगे बढ़ाया जा रहा है.
इज़राइल के हमले में ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक- अब्दुल हमीद मिनोउचहर, अहमदरज़ा ज़ोल्फ़ाघारी, सैयद अमीरहोसेन फेक्ही, मोत्लाबीज़ादेह, मोहम्मद मेहदी तहरेनची और फेरेदून अब्बासी मारे गए. ये नतांज और परमाणु कार्यक्रम के विशेषज्ञ थे. उनकी मौत से ईरान का परमाणु सपना 1-2 साल पीछे जा चुका है.
बोइंग विमानों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. कर्मचारी खुद इनमें यात्रा से बचते हैं, क्योंकि फ्यूजलेज में खामियां पाई गईं. अहमदाबाद हादसे और DGCA की एयर इंडिया पर कार्रवाई ने चिंता बढ़ाई. रखरखाव और ट्रेनिंग में सुधार जरूरी, वरना यात्रियों का भरोसा और कमजोर होगा.
Axiom Mission 4 की लॉन्च डेट पर NASA ने दी जानकारी. शुभांशु शुक्ला जून के अंत या जुलाई में जा सकते हैं ISS. जानिए देरी की वजहें और मिशन की खास बातें.
अहमदाबाद से लंदन जा रहा विमान टेकऑफ के बाद क्रैश हो गया. ये एक बोईंग-787 ड्रीमलाइनर विमान है. जिसे लंबी दूरी के लिए कई एविएशन कंपनियां इस्तेमाल करती हैं. 787 ड्रीमलाइनर एक नई और एडवांस्ड एयरक्राफ्ट थी, जो लॉन्ग-हॉल फ्लाइट्स के लिए बहुत पॉपुलर मानी जाती है.
AI ने किया चमत्कार! 19 साल से संतान के लिए जूझ रहे कपल को मिली खुशखबरी. 15 बार IVF फेल होने के बाद कोलंबिया यूनिवर्सिटी की STAR AI तकनीक से महिला गर्भवती हुई. जानिए कैसे AI ने स्पर्म खोजकर बदल दी ज़िंदगी.
दिल्ली-एनसीआर का मौसम एक्सट्रीम होने की मुख्य वजह जलवायु परिवर्तन, शहरीकरण और मॉनसूनी गतिविधियां हैं. प्रचंड गर्मी, डुबाने वाली बारिश और कड़कड़ाती सर्दी से निपटने के लिए हमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने, हरियाली बढ़ाने और बेहतर ड्रेनेज सिस्टम बनाने की जरूरत है.
शुभांशु शुक्ला का एक्स-4 मिशन 30 जून तक या मिड-जुलाई में लॉन्च हो सकता है. नासा के डाना वैगल के अनुसार ISS पर ट्रैफिक और तकनीकी समस्याएं लॉन्च विंडो को प्रभावित कर रही हैं. मौसम और LOX लीकेज की वजह से देरी हुई. यह मिशन भारत की स्पेस टेक्नोलॉजी के लिए बड़ा कदम है.
भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन जाने वाले एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला अपने साथ आमरस, मूंग दाल का हलवा, गाजर का हलवा और चावल ले जाएंगे. जानिए उनके मिशन और फूड मेन्यू से जुड़ी खास जानकारी.