उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक ऐसा अनोखा वाकया सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान भी है और मुस्कुराए बिना नहीं रह पा रहा. यहां भगवान को रात भर थाना में रहना पड़ा . यह तब हुआ जब रेलवे स्टेशन पर एक प्लास्टिक की डोलची संदिग्ध हालत में मिली और जांच के लिए उसे थाने लाया गया.
घटना बांदा रेलवे स्टेशन की है. शनिवार को रेलवे स्टेशन के पूछताछ कक्ष के पास एक प्लास्टिक की डोलची पर रेलकर्मियों की नजर पड़ी. किसी तरह की आशंका को देखते हुए उन्होंने तुरंत रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और डोलची को उठाकर थाने ले आई.
थाने में जब डोलची खोली गई तो पुलिस भी हैरान रह गई. उसके अंदर सजे-धजे छोटे-से बाल गोपाल यानी लड्डू गोपाल की मूर्ति रखी हुई थी, जिन्हें ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े भी पहनाए गए थे. संदिग्ध समझकर उठाई गई डोलची में भगवान मिले, तो पुलिसकर्मी भी भावुक हो गए और मूर्ति को सम्मानपूर्वक सुरक्षित स्थान पर रख दिया.
अगले दिन एक महिला थाने पहुंची और बताया कि ट्रेन से यात्रा के दौरान वह जल्दबाजी में डोलची स्टेशन पर भूल गई थीं. घर पहुंचकर जब ध्यान आया, तो वह तुरंत स्टेशन और फिर थाने पहुंचीं. महिला ने बताया कि डोलची में उनके प्रिय लड्डू गोपाल थे, जिन्हें वह हमेशा अपने साथ रखती हैं.
RPF इंस्पेक्टर सुरुचि द्विवेदी ने बताया कि डोलची मिलने की सूचना पर उसे तत्काल थाने लाया गया था. खुलासा होने पर मूर्ति की सुरक्षित रखवाली की गई. महिला द्वारा पहचान और लिखापढ़ी पूरी करने के बाद उन्हें लड्डू गोपाल सौंप दिए गए.
यह अनोखी घटना बांदा में चर्चा का विषय बनी हुई है. सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. रेल पुलिस का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सतर्कता जरूरी होती है, इसलिए डोलची की जांच की गई. सौभाग्य से मामला किसी खतरे का नहीं, बल्कि भक्ति और भूल का निकला. फिलहाल लड्डू गोपाल सुरक्षित रूप से अपनी भक्त के पास पहुंच चुके हैं.