न्यूयॉर्क
न्यूयॉर्क (New York) को अक्सर न्यूयॉर्क सिटि (NYC) कहा जाता है. 2020 तक यहां की आबादी 8,804,190 है और क्षेत्रफल 778.2 वर्गकिमी है (Area of NY). न्यूयॉर्क शहर संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) का सबसे घनी आबादी वाला प्रमुख शहर भी है (New York Most Densely Populated). न्यूयॉर्क के दक्षिणी सिरे पर स्थित, यह शहर न्यूयॉर्क महानगरीय क्षेत्र का केंद्र है.
न्यूयॉर्क शहर को दुनिया की सांस्कृतिक, वित्तीय और मीडिया राजधानी के रूप में जाना है, जो वाणिज्य, मनोरंजन, अनुसंधान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, राजनीति, पर्यटन, भोजन, कला, फैशन और खेल को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है (New York Financial Capital).
न्यूयॉर्क, दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक बंदरगाहों में से एक पर स्थित है. यह शहर पांच नगरों से बना है, जिनमें ब्रुकलिन (किंग्स काउंटी), क्वींस (क्वींस काउंटी), मैनहट्टन (न्यूयॉर्क काउंटी), ब्रोंक्स (ब्रोंक्स काउंटी), और स्टेटन आइलैंड (रिचमंड काउंटी) है (New York 5 Cities).
न्यूयॉर्क में कम से कम 800 भाषाएं बोली जाती हैं (New York Languges). जो इसे दुनिया में सबसे अधिक भाषाई विविधता वाला शहर बनाती है. न्यूयॉर्क में अप्रवासियों की संख्या लगभग 3.2 मिलियन से अधिक है, जो 2016 तक दुनिया के किसी भी शहर की सबसे बड़ी विदेशी मूल की आबादी है. न्यूयॉर्क में दुनिया के सबसे ज्यादा अरबपति रहते है (second highest number of billionaires in New York).
न्यूयॉर्क शहर बैंकिंग और वित्त, खुदरा बिक्री, विश्व व्यापार, परिवहन, पर्यटन, रियल एस्टेट, न्यू मीडिया, पारंपरिक मीडिया, विज्ञापन, कानूनी सेवाओं, लेखा, बीमा, थिएटर, फैशन के केंद्र के रूप में व्यापार और वाणिज्य का एक वैश्विक केंद्र है (New York Economy).
अमेरिका के उत्तर-पूर्वी इलाकों में सदी में एक बार आने वाली भयंकर बाढ़ अब हर साल आएगी. समुद्र का बढ़ता जलस्तर और तेज होते तूफान इसके जिम्मेदार हैं. नई रिसर्च कहती है कि 2100 तक न्यूयॉर्क-बोस्टन जैसे शहरों में हर साल बाढ़ आएगी. हमें अभी कार्बन उत्सर्जन कम करना होगा वरना तबाही तय है.
रुपये की अस्थिरता से बचाव, उच्च रिटर्न की उम्मीद, और गोल्डन वीज़ा जैसी सुविधाओं का आकर्षण इस ट्रेंड को लगातार बढ़ावा दे रहा है, जिससे भारतीय धनी वर्ग के लिए विदेशी रियल एस्टेट एक सुरक्षित और फायदेमंद विकल्प बन गया है.
न्यूयॉर्क के नए मेयर जोहरान ममदानी ने हाल में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की है. इसके लिए वह व्हाइट हाउस में पहुंचे. लेकिन अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने वहां पर अजीब चीज देखी हैं जिसका खुलासा उन्होंने किया है.
न्यूयॉर्क शहर के नए मेयर ज़ोहरान ममदानी का कहना है कि व्हाइट हाउस में अच्छी मीटिंग के बावजूद, उन्हें अब भी लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप 'फासीवादी' हैं. ममदानी ने कहा कि वह ट्रंप के साथ अफोर्डेबिलिटी के मुद्दों पर काम करेंगे और अपनी पिछली बातों पर कायम रहेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क शहर के नए मेयर ज़ोहरान ममदानी को ओवल ऑफिस में होस्ट करेंगे, जबकि दोनों महीनों से एक-दूसरे पर हमला करते रहे हैं. ममदानी शहर की अफोर्डेबिलिटी, पब्लिक सेफ्टी और आर्थिक सुरक्षा पर चर्चा करना चाहते हैं.
डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने न्यूयॉर्क के नव निर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी पर हमला करते हुए दावा किया कि वह "भारतीय आबादी से नफरत करते हैं" और उन्हें एक "समाजवादी कम्युनिस्ट" बताया. ममदानी पहले ही ट्रंप परिवार के व्यक्तिगत हमलों को खारिज कर चुके हैं.
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने 21 नवंबर 2024 को नेतन्याहू को युद्ध अपराधी का आरोपी बताता हुए यह गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था. इजरायल ने इन आरोपों का खंडन किया है.
न्यूयॉर्क में रेंट फ्रीज़ की योजना पर अरबपति निवेशक बैरी स्टर्नलिच्ट ने बड़ा हमला बोला है, उन्होंने चेतावनी दी कि यह 'समाजवादी एजेंडा' शहर को बर्बाद करके 'मुंबई' जैसा बना देगा.
जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के पहले मुस्लिम मेयर चुने गए हैं. 50.4% वोटों के साथ जीतने वाले ममदानी अब दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक के मुख्य प्रशासक बन गए हैं, जहां 3 लाख से अधिक कर्मचारी, 120 अरब डॉलर का बजट और 1.3 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी वाला सिस्टम उनके नियंत्रण में होगा.
3 लाख से ज्यादा कर्मचारी, 10 देशों से बड़ी GDP, 120 अरब डॉलर का बजट... जानिए कितना पावरफुल होता है न्यूयॉर्क का मेयर
अमेरिका के कई खूबसूरत शहरों में इन दिनों सैलानियों के बीच डर बढ़ गया है. कभी टूरिज्म से गुलजार रहने वाले इलाके अब लूट, हमले और हत्याओं की खबरों से सुर्खियों में हैं. बढ़ती वारदातों ने न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की नींद उड़ाई है, बल्कि यात्रियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है.
अमेरिका की राजनीति में भारतीय मूल के नेताओं ने धूम मचा दी है, जिसमें जोहरान ममदानी, गजाला हाशमी और आफताब पुरेवाल ने अपनी-अपनी चुनावी दौड़ में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. न्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में, डेमोक्रेट उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा को हराकर एक बड़ी जीत हासिल की, जिससे वे न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मेयर बन गए हैं.
जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव में जीत हासिल कर ली है. लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी ने, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल मॉडल को न्यूयॉर्क तक पहुंचा दिया है.
Zohran Mamdani की ऐतिहासिक जीत के जश्न में डूबे भारतीय-अमेरिकी, बोले- US की सियासत में नया युग शुरू
Zohran Mamdani न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और साउथ एशियाई मेयर बन गए हैं. जानिए क्या ममदानी की जीत से खुश हैं मुसलमान
न्यूयॉर्क सिटी ने इतिहास रचते हुए 34 वर्षीय जोहरान ममदानी को अपना पहला मुस्लिम और सबसे युवा मेयर चुना है. डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी ने एंड्रयू क्यूओमो और कर्टिस स्लिवा को हराकर जीत दर्ज की. उनकी जीत न्यूयॉर्क की बदलती राजनीति, बढ़ती असमानता के खिलाफ जनसमर्थन और मुस्लिम समुदाय की बढ़ती राजनीतिक भागीदारी का प्रतीक मानी जा रही है.
न्यूयॉर्क मेयर पद पर डेमोक्रेटिक पार्टी के जोहरान ममदानी ने जीत दर्ज की है. ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर होंगे. ममदानी अगले साल एक जनवरी से अपना कार्यभार संभालेंगे. देखें अमेरिका से जुड़ी बड़ी खबरें.
जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी मेयर चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की है. 34 वर्षीय डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और साउथ एशियाई मेयर बनने जा रहे हैं. उनकी जीत को अमेरिकी मीडिया ने व्यापक कवरेज दी है.
न्यूयॉर्क मेयर पद पर डेमोक्रेटिक पार्टी के जोहरान ममदानी ने जीत दर्ज की है. ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर होंगे. ममदानी अगले साल एक जनवरी से अपना कार्यभार संभालेंगे. देखें दुनिया की बड़ी खबरें...
अमेरिका के सबसे महंगे शहर न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के कैंडिडेट ज़ोहरान ममदानी (34) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और सबसे कम उम्र के मेयर बने. ट्रंप के विरोध और यहूदी-विरोधी आरोपों के बावजूद उन्होंने ग्राउंड कैंपेन के दम पर जीत हासिल की.
फिलिस्तीनी-अमेरिकी एक्टिविस्ट लिंडा सरसूर ने दावा किया है कि काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशन्स (CAIR) ने जोहरान ममदानी के इलेक्शन कैंपेन को फंड किया है. सरसूर ममदानी की तरह डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका की सदस्य हैं और उनकी अच्छी दोस्त भी हैं. अब वो कह रही हैं कि ममदानी अगर जीतते हैं तो उन्हें उन लोगों के हित में काम करना होगा जिन्होंने उन्हें जिताया है.