कुत्ते
कुत्ते (Kuttey) हिंदी भाषा की एक संस्पेंस फिल्म है. इसके निर्देशक आसमान भारद्वाज है (Kuttey Director Aasmaan Bhardwaj). वह विशाल भारद्वाज के बेटे हैं (Vishal Bhardwaj). इनकी यह पहली फिल्म है. कुत्ते फुल्म की पटकथा आसमान ने लिखे हैं और अतिरिक्त पटकथा विशाल भारद्वाज ने लिखें हैं (Kuttey Screenplay ). फिल्म में तब्बू (Tabbu) के साथ नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah), राधिका मदान (Radhika Madan), कोंकणा सेन शर्मा (Konkana Sen Sharma),अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और शर्दुल भारद्वाज (Shardul Bhardwaj) ने किरदार निभाएं हैं. फिल्म के प्लॉट को अभी गुप्त रखा गया है. कुत्ते फिल्म को 4 नवंबर 2022 को रिलीज की जाएगी (Kuttey Release Date).
फिल्म लव फिल्म्स प्रोडक्शन, स्कोप और टी-सीरीज फिल्म्स द्वारा निर्मित है. साथ ही, फिल्म का निर्माण विशाल भारद्वाज फिल्म्स के बैनर तले लव रंजन, विशाल भारद्वाज, अंकुर गर्ग और रेखा भारद्वाज (Rekha Bhardwaj) ने किया है (Kuttey Production). इस फिल्म के गाने, गुलशन कुमार और भूषण कुमार की टी-सीरीज (T Series) द्वारा प्रस्तुत किया है (Kuttey Songs). आसमान भारद्वाज की यह पहलि फिल्म एक सस्पेंस थ्रिलर है. आसमान ने अपने पिता विशाल भारद्वाज के साथ फिल्म '7 खून माफ’, ‘मटरु की बिजली का मंडोला’ और ‘पटाखा’ में बतौर असिस्टेंट डाइरेक्टर के रूप में काम कर चुके हैं (Aasmaan Bhardwaj).
बेजुबान पशुओं पर लिखे गए दुनिया भर के साहित्य में पशुओं के प्रति भावनाओं में इजाफा किया है. आज इंसानी नस्लें पशुओं के लिए अपना प्रेम और जिम्मेदारी धीरे-धीरे भूलती जा रही हैं. साहित्य आजतक के मंच पर 'बेजुबानों की जुबान' सेशन में पशुओं के प्रति अपने अनुभवों को किताबों में दर्ज करने वाले साहित्यकार मनीषा कुलश्रेष्ठ, निधि अग्रवाल और अमित तिवारी ने फिर से वो संवेदनशीलता जगाने की हिदायत दी.
कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में आवारा कुत्तों के काटने पर मुआवजा नियम संशोधित किए हैं. मौत पर 5 लाख रुपये और घाव या कई बार काटने पर 5,000 रुपये मिलेंगे. निजी अस्पतालों में तुरंत इलाज सुनिश्चित करने के लिए नई भुगतान व्यवस्था लागू की गई है.
अहमदाबाद के एक अनोखे मामले में एक पति ने अपनी पत्नी के ‘डॉग लव’ को अपनी वैवाहिक जिंदगी के टूटने की वजह बताते हुए तलाक की मांग की है. पति का कहना है कि पत्नी सड़क से भटकता कुत्ता घर ले आई थी जो बिस्तर पर सोता था, उसे काट चुका था और इसी तनाव से वह डायबिटीज व इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का शिकार हो गया.
सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों और मवेशियों के बढ़ते खतरे पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए हैं. अदालत ने राजस्थान हाई कोर्ट के निर्देश दोहराते हुए सभी राजमार्गों और एक्सप्रेसवे से मवेशियों को हटाने, 24x7 पेट्रोल टीमें तैनात करने और हेल्पलाइन शुरू करने को कहा है.
गोरखपुर के दुमरी चौराहा इलाके में दो साल के बच्चे सुंदरम पर चार से पांच आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया, जिससे उसके चेहरे और हाथों पर गंभीर चोटें आईं. स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को बचाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद उसे गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया.
दिल्ली के स्टेडियम में आवारा कुत्तों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. एमसीडी की टीम ने जाल के साथ कुत्तों को पकड़ना शुरू किया है. यह कार्रवाई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 के दौरान दो विदेशी कोचों को आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने के बाद शुरू हुई.
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान केन्या और जापान के कोचेज़ को आवारा कुत्तों ने काट लिया. बिहार में भाजपा की मेनिफेस्टो कमिटी रविवार से ‘सुझाव यात्रा’ शुरू करेगी, जो आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र को अंतिम रूप देने की नींव रखेगी.
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के दौरान बड़ा हादसा टल गया. केन्या और जापान के दो विदेशी कोच पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया. घटना के बाद सरकार और नगर निगम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है.
अहमदाबाद में एक पुलिस इंस्पेक्टर की अपने पालतू कुत्ते के नाखून से लगे घाव के कारण रेबीज से मौत हो गई. यह मामला लोगों को रेबीज जैसी गंभीर बीमारी के प्रति सावधानी बरतने की जरूरत पर जोर देता है.
इटावा के सुंदरपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय के गेट से गुजर रहे लड़के पर काले रंग के पागल कुत्ते ने हमला कर दिया. कुत्ते ने उसकी जांघ और हाथ में गहरे घाव कर दिए. गांववालों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया. हमले के बाद कुत्ता स्कूल गेट पर बैठ गया और जो भी वहां से गुजरता उस पर हमला करने लगा. डर के कारण बच्चों में चीख-पुकार मच गई. स्कूल की प्रधानाचार्य ने तुरंत सभी 85 बच्चों को बच्चों को कमरे में बंद कर दिया. छोटे बच्चों को स्कूल की पीछे की दीवार से बाहर निकाल कर उनके परिजनों को सौंपा गया.
बस्ती के हेड कांस्टेबल सूर्यभान शर्मा को आवारा कुत्ते ने काट लिया. इस वजह से उन्हें SP के पास पहुंचना पड़ा। साहसिक अर्जी में उन्होंने कहा “साहब, मुझे छुट्टी दीजिए, नहीं तो इलाज पूरा नहीं होगा”SP ने गंभीरता से मामला देखा और तुरंत एक महीने की छुट्टी मंजूर कर दी. अब उनका इलाज लखनऊ पीजीआई में चल रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने एमसीडी और दिल्ली सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया था, क्योंकि कई इलाकों में आवारा कुत्तों के हमलों से नागरिकों में डर का माहौल है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर होने वाले हमलों ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में एक कुत्ते को मीट की दुकान से रेस्क्यू किया गया. जब हमने वीडियो की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और निकली
भारत में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आवारा कुत्तों के मुद्दे पर घमासान छिड़ा हुआ है. ऐसे में इंटरनेशनल डॉग डे के मौके पर जानते हैं कि दुनिया के बाकी मुल्क इस समस्या से कैसे निपट रहे हैं और आवारा कुत्तों के लिए क्या नियम, कानून और नीतियां अपनाई गई हैं.
कुछ देशों में आवारा कुत्तों के लिए माइक्रोचिपिंग अनिवार्य है, तो कुछ जगह सख्त सजा का भी प्रावधान है. जानिए दूसरे देशों में आवारा कुत्ते यानी स्ट्रे डॉग्स को लेकर क्या नियम-कानून हैं?
पूरे देश में इस वक्त आवारा और पालूत कुत्तों को लेकर बहस हो रही है. इसी दौरान चेन्नई में एक समुद्र तट पर आवारा कुत्तों को खाना खिला रही एक महिला की एक पुलिसकर्मी के साथ बहस हो गई. यह मामला पुलिसकर्मी की एक टिप्पणी के बाद बढ़ गया.
सुप्रीम कोर्ट ने स्ट्रे डॉग्स पर अपना पुराना आदेश वापस लेते हुए कहा कि टीकाकरण और नसबंदी के बाद उन्हें दोबारा अपनी जगह पर छोड़ दिया जाए. इस फैसले को लेकर दो धड़े हो चुके, जिसमें आम लोगों के साथ राजनेता भी शामिल हैं. कुत्ते दरअसल इतना संवेदनशील मसला हैं कि उन्हें लेकर कई बार राजनीतिक पासे भी उलट-पलट हो चुके.
आज यानी 26 अगस्त को दुनियाभर में इंटरनेशनल डॉग डे सेलिब्रेट किया जा रहा है. इंटरनेशनल डॉग डे की शुरुआत साल 2004 में हुई थी. ये तो आप सभी जानते हैं कि डॉग्स को सबसे वफादार एनिमल कहा जाता है. बड़े पर्दे पर भी डॉग्स के रोल बहुत यादगार रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को लेकर नया निर्देश जारी किया, जिससे डॉग लवर्स को राहत मिली. कोर्ट ने कहा है कि जिन कुत्तों को पकड़ा गया है, उन्हें नसबंदी और टीकाकरण के बाद ही छोड़ा जाना चाहिए. डॉग लवर्स इस फैसले से खुश हैं, लेकिन 'आक्रामक कुत्तों' की परिभाषा और निर्धारित फीडिंग पॉइंट्स को लेकर उनकी चिंताएं बरकरार हैं.
पुणे में आज सुबह करीब 5 बजे काम पर निकल रहे एक युवक पर कुत्तों ने धावा बोल दिया. कुत्तों ने उसके हाथ पर बुरी तरह काट लिया, जिससे वह खून से लथपथ हो गया. जान बचाने के लिए युवक किसी तरह भागकर एक फ्लेक्स बोर्ड और पास खड़ी बाइक के पीछे छिप गया.
परिजनों का कहना है कि बच्ची इतनी घायल है कि वह न तो खाना खा पा रही है और न ही मुंह हिला पा रही है. बड़ी मुश्किल से स्ट्रॉ के सहारे उसे तरल पदार्थ पिलाए जा रहे हैं. परिवार की मांग है कि सरकार आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाने के लिए ठोस कदम उठाए. इन्हें या तो पकड़कर किसी सुरक्षित जगह या शेल्टर में रखा जाए, लेकिन सड़क पर घूमने से रोका जाए, ताकि भविष्य में किसी और लड़की के साथ ऐसी दर्दनाक घटना न घटे.