होम लोन (Home Loan) एक वित्तीय उत्पाद है जो बैंकों या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFCs) द्वारा उन लोगों को दिया जाता है जो घर खरीदना, बनवाना, पुनर्निर्माण या मरम्मत कराना चाहते हैं। इसके तहत लोन लेने वाले को एक निश्चित ब्याज दर पर एक निश्चित अवधि के लिए ऋण मिलता है, जिसे मासिक किस्तों (EMI) के रूप में चुकाया जाता है।
हर इंसान का सपना होता है कि उसका खुद का एक घर हो- एक ऐसी जगह जिसे वह अपना कह सके. लेकिन वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों में सभी के लिए एकमुश्त पैसे देकर घर खरीदना संभव नहीं होता. ऐसे में होम लोन एक सशक्त माध्यम बनकर उभरता है, जो आपके सपनों के आशियाने को हकीकत में बदलने में मदद करता है.
होम लोन के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजकी जरुरत होती है, जैसे- पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड), निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र (सैलरी स्लिप, ITR, बैंक स्टेटमेंट), संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, पासपोर्ट साइज फोटो.
होम लोन का ब्याज दर आमतौर पर 8% से 10% के बीच होती है, जो बाजार के अनुसार परिवर्तन हो सकता है.
RBI का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें एक साल से भी अधिक समय से अपरिवर्तित रही हैं, और बैंकों ने पहले ही फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) की दरों को घटा दिया है.
Financial Planning: कुछ लोग पहली नौकरी के साथ ही घर और कार खरीद कर अपने ऊपर EMI की बोझ डाल लेते हैं, जो आगे चलकर बिल्कुल गलत फैसला साबित होता है. इसलिए जरूरत के हिसाब से फैसले लें.
होम लोन चुकाने में जहां लोगों को 20 से 25 साल लग जाते हैं, वहीं जर्मनी में काम करने वाले एक इंजीनियर ने बड़े स्मार्ट तरीके से अपना लोन 6 साल में ही क्लोज कर दिया है.
Home Loan Rule: होम लोन का चुकाना आपके लिए मुसीबत बन सकता है, लेकिन अगर स्मार्ट तरीके से इसका पेमेंट करें तो यह आसानी से जल्द भुगतान हो सकता है और आपके लाखों रुपये भी बचत हो सकता है.
स्टार्टअप फाउंडर ने ईएमआई और सैलरी को लेकर नई चिंता को उजागर किया है. उन्होंने कहा कि शहरों में सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा तो ईएमआई खा जा रही है. वहीं नौकरी में सैलरी ग्रोथ 5 फीसदी से भी कम हो चुका है.
बिना आप अपने लाइफस्टाइल से समझौता किए या ज्यादा रिपेमेंट के बारे में सोचे इस कर्ज की अवधि को कम कर सकते हैं, जिससे लोन पर ज्यादा ब्याज भी चुकाने से बचा जा सकता है और मंथली एक बड़ा अमाउंट भी बचा सकते हैं.
ईडी की शुरुआती जांच से पता चलता है कि अनिल अंबानी से जुड़ी कंपनियां सार्वजनिक धन की हेराफेरी और वित्तीय संस्थानों को गुमराह करने के लिए एक सोची-समझी प्लानिंग में शामिल थीं. इसमें कथित तौर पर 2017 और 2019 के बीच यस बैंक से करीब 3,000 करोड़ रुपये के लोन की अवैध रूप से हेराफेरी शामिल थी.
Home Loan Tips: आपके ऊपर अगर होम लोन का बोझ है और उसे कम करना चाहते हैं, तो कुछ खास टिप्स अपनाते हुए इससे समय से पहले ही छुटकारा पाया जा सकता है. इसमें प्री-पेमेंट से लेकर लोन रिफाइनेंसिग जैसे स्टेप शामिल हैं.