विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) भारत की प्रमुख घरेलू एकदिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता है, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा आयोजित की जाती है. यह टूर्नामेंट देश के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर विजय सैमुअल हजारे के सम्मान में खेला जाता है, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई. यह प्रतियोगिता घरेलू क्रिकेटरों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने और राष्ट्रीय टीम तक पहुंचने का एक महत्वपूर्ण मंच मानी जाती है.
विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत वर्ष 2002-03 में हुई थी. इसमें भारत के सभी प्रमुख राज्य और क्षेत्रीय क्रिकेट संघ भाग लेते हैं. टूर्नामेंट का प्रारूप एकदिवसीय (50 ओवर) होता है, जो खिलाड़ियों को सीमित ओवर क्रिकेट की रणनीति, फिटनेस और निरंतरता का अनुभव देता है, आमतौर पर टीमों को ग्रुप स्टेज में बांटा जाता है, जिसके बाद शीर्ष टीमें नॉकआउट चरण में प्रवेश करती हैं.
इस प्रतियोगिता ने भारतीय क्रिकेट को कई शानदार खिलाड़ी दिए हैं. विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह जैसे सितारों ने घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाई. विजय हजारे ट्रॉफी युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का सुनहरा मौका होती है, वहीं अनुभवी खिलाड़ी भी अपनी फॉर्म और निरंतरता बनाए रखने के लिए इसमें हिस्सा लेते हैं.
टूर्नामेंट का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि चयनकर्ता इसे अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के संभावित खिलाड़ियों को परखने के लिए एक अहम पैमाना मानते हैं. यहां किए गए शानदार प्रदर्शन से खिलाड़ियों को इंडिया ए, आईपीएल और अंततः भारतीय टीम तक पहुंचने का रास्ता मिलता है. प्रतियोगिता भारतीय क्रिकेट की गहराई, प्रतिभा और निरंतर विकास को दर्शाती है।
बिहार के कप्तान सकीबुल गनी ने विजय हजारे ट्रॉफी में 32 गेंदों में शतक लगाकर इतिहास रच दिया. मोतिहारी से निकलकर राष्ट्रीय मंच तक पहुंचने वाले सकीबुल का सफर संघर्षों से भरा रहा है, जहां उनकी मां ने गहने गिरवी रखकर उनका सपना जिंदा रखा. आज वह अपने दमदार प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा बन चुके हैं.
विराट कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी में घरेलू क्रिकेट में वापसी करते हुए लिस्ट-A क्रिकेट में 16,000 रन पूरे किए और यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय बने. शानदार औसत और रिकॉर्ड्स के साथ कोहली 50 ओवर प्रारूप में लगातार अपनी श्रेष्ठता साबित कर रहे हैं और सचिन तेंदुलकर के कई रिकॉर्ड्स के बेहद करीब पहुंच चुके हैं.
वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में बिहार की पारी में तहलका मचा दिया. अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ उन्होंने 84 गेंदों में 190 रन बनाए, जिसमें 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे. 36 गेंदों में शतक लगाकर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी उभरती प्रतिभा और आक्रामक बल्लेबाजी का औक और परिचय दिया.
रोहित शर्मा ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार वापसी करते हुए सिक्किम के खिलाफ 62 गेंदों में शतक जड़ा, जो उनके लिस्ट-A करियर का सबसे तेज़ शतक रहा. खचाखच भरे सवाई मानसिंह स्टेडियम में रोहित ने मुंबई की जीत में अहम भूमिका निभाई और अपनी जबरदस्त फॉर्म व फिटनेस से आलोचकों को जवाब दिया.
विराट कोहली और रोहित शर्मा 24 दिसंबर को विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी अपनी घरेलू टीम दिल्ली और मुंबई के लिए खेलेंगे.
ईशान किशन ने झारखंड के लिए विजय हजारे ट्रॉफी के मैच में 39 गेंदों में 125 रनों की धमाकेदार पारी खेलते हुए 33-बॉल का शतक जड़ा, जो किसी भारतीय की लिस्ट-ए क्रिकेट में दूसरी सबसे तेज सेंचुरी है. कप्तान और विकेटकीपर के तौर पर नंबर-6 पर उतरकर किशन ने अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी और साहसिक फैसलों से टीम को 412 रन तक पहुंचाया.
विराट कोहली लगभग 15 साल बाद विजय हज़ारे ट्रॉफी में दिल्ली की ओर से वापसी करने जा रहे हैं. यह घरेलू टूर्नामेंट वह भारत-न्यूज़ीलैंड वनडे सीरीज़ की तैयारी के तौर पर खेलेंगे. शानदार रिकॉर्ड और बेहतरीन मौजूदा फॉर्म के साथ कोहली के पास लिस्ट-ए क्रिकेट में 16,000 रन पूरे करने का ऐतिहासिक मौका भी है.
रवींद्र जडेजा 2025-26 विजय हज़ारे ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए दो मैच खेलेंगे, जिससे वह घरेलू क्रिकेट के जरिए खुद को 2027 वनडे वर्ल्ड कप की भारतीय योजनाओं में बनाए रखना चाहते हैं. बीसीसीआई के निर्देशों के तहत सीनियर खिलाड़ी घरेलू सीज़न में मैच प्रैक्टिस हासिल कर रहे हैं, और जडेजा का यह कदम उसी रणनीति का हिस्सा है.
सुरक्षा चिंताओं के चलते एम चिन्नास्वामी स्टेडियम को एक बार फिर क्रिकेट मैच आयोजित करने की अनुमति नहीं मिली है, जिससे विराट कोहली की घरेलू क्रिकेट में वापसी बेंगलुरु में नहीं हो पाएगी. 4 जून की भगदड़ के बाद स्टेडियम को असुरक्षित घोषित किया गया था और सरकार की उच्चस्तरीय समिति ने अब भी मंजूरी देने से इनकार किया है.
रोहित शर्मा के विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के लिए पहले दो मुकाबलों में खेलने की संभावना है, जिससे प्रशंसकों में उत्साह बढ़ गया है. उनकी अनुपस्थिति का फैसला चोट या वर्कलोड से जुड़ा नहीं, बल्कि युवा खिलाड़ियों को मौका देने के उद्देश्य से लिया गया था.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई की ओर से पहले दो मुकाबलों के लिए चयन के लिए उपलब्ध रहने की संभावना है.
विराट कोहली और रोहित शर्मा की तरह शुभमन गिल भी घरेलू क्रिकेट में खेलते नजर आएंगे. शुभमन की टी20 टीम से छुट्टी हो चुकी है और अब वो ओडीआई क्रिकेट पर कुछ दिन फोकस रखेंगे.
विराट कोहली ने अलीबाग में अभ्यास के दौरान नेट गेंदबाज़ों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं और ऑटोग्राफ देकर उनका दिन खास बना दिया. वह 16 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी में वापसी करने जा रहे हैं और दिल्ली की टीम का हिस्सा हैं.
यह इसलिए बड़ी खबर है क्योंकि बीसीसीआई लगातार रोहित शर्मा और विराट कोहली से घरेलू सीरीज खेलने के लिए कह रहा था. ऐसी भी रिपोर्ट सामने आई थी कि विराट कोहली ने विजय हजारे में खेलने से इनकार कर दिया है.
दिसंबर-जनवरी में रोहित शर्मा मुंबई और विराट कोहली दिल्ली की टीम से घरेलू क्रिकेट खेलते नजर आ सकते हैं. दोनों खिलाड़ियों के खेलने से घरेलू क्रिकेट की तरफ फैन्स का रुझान बढ़ सकता है.
विराट कोहली ने घरेलू मुकाबले खेलने के लिए हां कर दी है. दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के सेक्रेटरी ने बताया कि विराट कोहली ने इसकी जानकारी डीडीसीए के प्रेसिडेंट रोहन जेटली को दी है.
RO-KO की जोड़ी यानी रोहित शर्मा और विराट कोहली एक बार फिर डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलते हुए नजर आएंगे. दोनों ही कम से कम 3 से 4 मैच खेल सकते हैं. दरअसल, इसके पीछे 2027 का होने वाला वर्ल्ड कप है.
विराट कोहली और रोहित शर्मा टी20 इंंटरनेशनल के अलावा टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कह चुके हैं. अब ये दोनों दिग्गज केवल वनडे फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए खेलते हैं. रोहित-कोहली अब विजय हजारे ट्रॉफी में खेलते नजर आएंगे.
कर्नाटक ने पांचवीं बार विजय हजारे ट्रॉफी जीती है. अब उसने सबसे ज्यादा बाद इस खिताब को जीतने के मामले में तमिलनाडु की बराबरी कर ली है. फाइनल में विदर्भ के लिए ध्रुव शौरी ने शतकीय पारी खेली, लेकिन वो अपनी टीम को हार से नहीं बचा सके.