करूर जिला (Karur) भारतीय राज्य तमिलनाडु में 38 जिलों में से एक है (District of Tamil Nadu), जो कावेरी और अमरावती नदियों के किनारे स्थित है. करूर शहर जिले का मुख्यालय भी है (District Headquarter of Karur). करूर में मुख्यालय के साथ, यह तमिलनाडु का केंद्र में स्थित जिला भी है. यह उत्तर में नमक्कल जिले, दक्षिण में डिंडीगुल जिले, पूर्व में तिरुचिरापल्ली जिले और पश्चिम में इरोड और तिरुपुर जिलों से घिरा है. यह तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के दक्षिण पश्चिम में लगभग 371 किमी दूर स्थित है (Geographical Location of Karur). इसका कुल क्षेत्रफल 2,856 वर्ग किमी है (Area of Karur). इस जिले में 2 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और 4 विधानसभा क्षेत्र हैं (Karur Constituencies). करूर जिले में 7 तालुका, दो नगर पालिकाएं और 11 नगर पंचायत हैं (Karur talikas and Panchayat).
2011 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 1,064,493 है (Karur Population), जिसमें प्रत्येक 1,000 पुरुषों पर 1,015 महिलाओं का लिंगानुपात है (Karur Sex Ratio). जिले का औसत साक्षरता दर 68% है (Karur Literacy).
करूर अपने घरेलू वस्त्रों के लिए प्रसिद्ध है (Karur Clothes). करूर के पांच प्रमुख उत्पाद समूह हैं- बेड लिनेन, किचन लिनेन, टॉयलेट लिनेन, टेबल लिनेन, वॉल हैंगिंग (Karur Main Production). कुल मिलाकर करूर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निर्यात के माध्यम से विदेशी मुद्रा में लगभग 6000 करोड़ रुपये उत्पन्न करता है. करूर बेल्ट कुछ बहुत अच्छे नीलम, बिल्ली की आंखें, फेल्डस्पार, मूनस्टोन, एक्वामरीन, नीलम, जैस्पर और बेरिल का भी अच्छा उत्पाद करता है (Karur Economy).
सितंबर महीने में एक्टर थलपति विजय की पॉलिटिकल रैली करूर में हुई जहां अचानक भगदड़ मची. कई लोगों ने इसमें अपनी जान गंवाई. अब इस पूरे हादसे पर तमिल सुपरस्टार अजित कुमार ने अपनी बात रखी है.
सोमवार को एक्टर विजय ने करूर भगदड़ मामले में पीड़ित परिवारों से महाबलीपुरम में मुलाकात की. बताया जा रहा है कि पार्टी ने पीड़ितों से मुलाकात लिए एक रिसॉर्ट में 50 कमरे बुक किए थे. वहीं, पार्टी ने प्रभावित परिवारों के लिए विशेष बसों की व्यवस्था भी की, ताकि वे आसानी से महाबलीपुरम पहुंच सकें.
करूर भगदड़ मामले में CBI ने FIR दोबारा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 27 अक्टूबर को अभिनेता विजय महाबलीपुरम में हादसे में मारे गए 41 लोगों के परिवारों से मुलाकात करेंगे. उनकी पार्टी TVK ने इस मुलाकात के लिए महाबलीपुरम में 50 कमरे बुक किए हैं.
करूर भगदड़ में 39 लोगों की मौत के बाद अस्पताल में शव देखकर तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश रोने लगे थे. इसके लिए उनकी सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग हुई थी. अब उन्होंने एक इंटरव्यू में ट्रोलर्स को जवाब दिया है...
सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ की सीबीआई जांच का आदेश दिया है, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी. यह घटना अभिनेता विजय की एक रैली के दौरान हुई थी. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट ने ठीक निर्णय लिया और राज्य सरकार भी यही चाहती थी.'
सुप्रीम कोर्ट ने करूर भगदड़ मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी है. इस हादसे में 41 लोगों की मौत हुई थी. कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश अजय रस्तोगी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पर्यवेक्षण समिति गठित की है जो जांच की निगरानी करेगी.
विजय की पार्टी TVK ने इस दौरे के लिए पुलिस से सख्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण व्यवस्था की मांग की है. पुलिस ने पुष्टि की है कि विजय की यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएंगे. सुरक्षा योजना में विजय के त्रिची एयरपोर्ट से लेकर करूड़ तक पूरे रूट पर जीरो टॉलरेंस क्राउड कंट्रोल नीति अपनाई जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट करूर में टीवीके चीफ विजय की रैली में मची भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग पर 13 अक्टूबर को फैसला सुनाएगा. जस्टिस जेके माहेश्वरी और विजय बिश्नोई की पीठ ने 10 अक्टूबर को सुनवाई पूरी कर आदेश सुरक्षित रख लिया था. इस भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक घायल हुए थे.
तमिल सुपरस्टार और टीवीके पार्टी के नेता विजय ने करूर में हुई भगदड़ के पीड़ित परिवारों से वीडियो कॉल पर बात की, 27 सितंबर को करूर में हुई इस दर्दनाक घटना में 41 लोगों की मौत हो गई थी और सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
करूर में एक्टर और TVK नेता विजय की रैली में हुई भगदड़ पर एनडीए सांसदों की फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. रिपोर्ट में कहा गया कि रैली स्थल पर 3000 की क्षमता के बावजूद 30,000 लोग पहुंचे थे. भीड़ प्रबंधन पूरी तरह फेल रहा. बिजली कटने और पानी की बोतलें फेंकने से अफरा-तफरी मच गई.
करूर में 27 सितंबर को हुए विजय स्टैम्पीड में 41 लोगों की मौत के दौरान जीवन रक्षक एम्बुलेंस ड्राइवरों को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया. चालक दल ने भीड़ के बीच पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया था, लेकिन राजनीतिक आरोपों के चलते उन्हें अब जांच में तलब किया गया.
यह भगदड़ करूर-एरोड हाईवे के वेलुसामीपुरम में हुई, जब विजय के काफिले की ओर समर्थक बढ़ने लगे. आरोप है कि अनुमति 10,000 लोगों के लिए दी गई थी, लेकिन लगभग 25,000-27,000 लोग जमा हो गए. राज्य पुलिस ने TVK नेतृत्व पर मार्गदर्शन की अनदेखी और नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया. प्रमुख पार्टी नेताओं, जिनमें एन आनंद शामिल हैं, के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू की गई है.
अधिकारियों ने चिंता जताई है कि ऑनलाइन फैलाई गई अविश्वसनीय और भड़काऊ सामग्री से सार्वजनिक शांति भंग हो सकती है और तनाव बढ़ सकता है. इस वजह से चेन्नई पुलिस ने सोशल मीडिया पर स्टैम्पेड को लेकर उत्तेजक सामग्री पोस्ट करने के आरोप में 25 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं.
अदालत एक जनहित याचिका (PIL) पर भी सुनवाई कर रही है, जिसमें गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को व्यापक दिशा-निर्देश या मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार होने तक रोड शो की अनुमति न देने का अनुरोध किया गया है. पीठ ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी असरा गर्ग के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया, जो इस घटना की जांच करेगा.
मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ ने करूर भगदड़ के सिलसिले में टीवीके पार्टी के नेताओं को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि पार्टी प्रमुख विजय घटनास्थल से भाग गए और पार्टी ने खेद भी नहीं जताया. ये विजय की मानसिक स्थिति को दर्शाता है.
तमिलनाडु सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच में कहा है कि नई एसओपी लागू होने तक हाईवे के किनारे राजनीतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगा दी गई है.
पैनल की अध्यक्ष और भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक रैलियों का आयोजन पूरी सुरक्षा और उचित व्यवस्था के साथ होना चाहिए. पैनल के सदस्य और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि टीम ने अधिकारियों और आयोजकों से पूछताछ के लिए सवालों की एक सूची तैयार की है.
विजय ने स्पष्ट किया कि अगर किसी भी तरह का बदला लेने की कोशिश की जाती है, तो वह घर नहीं जाएंगे और अपने दफ्तर में ही डटे रहेंगे. उन्होंने साफ किया कि उनकी राजनीतिक यात्रा अब और अधिक ताकत और साहस के साथ जारी रहेगी.
टीवीके रैली में हुई भगदड़ पर अभिनेता विजय ने एक वीडियो जारी करते हुए इस घटना पर गहरा दुख जताया है और अपने समर्थकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है.विजय ने इस घटना के खिलाफ बोलने वाले राजनीतिक दलों की आलोचना की और कहा कि वे लगभग पांच महीनों तक प्रोपेगेंडा टूर चलाते रहे.
करूर भगदड़ के बाद अवसाद में चल रहे टीवीके के विल्लुपुरम जिले के कार्यकर्ता अयप्पन ने फंदे से लटक कर जान दे दी. उन्होंने सुसाइड नोट में डीएमके के स्थानीय विधायक सेंथिल बालाजी को भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.
करूर में विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ के मामले में पुलिस ने टीवीके के तीन नेताओं-मथियाझगन, बुशी आनंद और सीटीआर निर्मल कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इस भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.