इंफाल पूर्व
इंफाल पूर्व (Imphal East) भारत के राज्य मणिपुर का एक जिला और शहर है और इस जिले का मुख्यालय पोरोमपात है. इस जिले का क्षेत्रफल 709 वर्ग किलोमीटर है (Imphal East Geographical Area).
इंफाल पूर्व जिले में कुल 10 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Imphal East Assembly Constituency).
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक इंफाल पूर्व की जनसंख्या (Population) 4 लाख से ज्यादा है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 643 लोग रहते हैं (Density). इस जिले का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 1017 है. इसकी 81.95 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 88,77 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 75.32 फीसदी है (Imphal East literacy).
इंफाल पूर्व जिला 30 अगस्त 1996 में अस्तित्व में आया. मणिपुर सरकार के आदेश के तहत तत्कालीन इंफाल जिले को दो जिलों में विभाजित करके, इम्फाल पूर्वी जिला और इंफाल पश्चिम जिला बनाया गया (Imphal East District Formation).
इंफाल पूर्व का इतिहास मणिपुर के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह राजाओं और शासकों के वंश की लंबे समय तक राजधानी भी रही है. पहाड़ियों में बसी इस उपजाऊ घाटी ने हमेशा कई अप्रवासियों और आक्रमणकारियों को आकर्षित किया. साथ ही नियंत्रण और वर्चस्व के लिए शासकों और उनके संतानों के बीच कई युद्ध, संघर्ष और विद्रोह हुए (History).
मणिपुर औपचारिक रूप से 1949 को एक मुख्य आयुक्त के माध्यम से केंद्रीय सरकार द्वारा प्रशासित 'सी' राज्य के रूप में भारतीय संघ का हिस्सा बनया गया. जिले को 10 प्रशासनिक उप-मंडलों, 6 पहाड़ियों में और 4 घाटियों में विभाजित किया गया था. वे उप-मंडल थे, इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिशनपुर, थौबल, उखरूल, माओ और सदर हिल्स, तामेंगलोंग, जिरीबाम, चुराचंदपुर और तेंगनौपाल (Imphal East).
इंफाल में 67 वर्षीय सेवानिवृत्त फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. अशेम रीता की उनके घर में हत्या कर दी गई. प्रारंभिक जांच में सिर पर भारी वस्तु से वार की बात सामने आई है. घटना के समय वह घर पर अकेली थीं. पति और बेटे के लौटने पर शव मिला. पुलिस व फोरेंसिक टीम जांच में जुटी है.
इंफाल के रिम्स अस्पताल में महिला की मौत के बाद परिवार और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला कर दिया गया. अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ के बाद टीएएमओए ने सभी ओपीडी, आपातकालीन और नियमित सेवाओं को निलंबित कर दिया.
गिरफ्तार उग्रवादियों पर जबरन वसूली करने, गोलीबारी करने, अपहरण में शामिल होने और अवैध हथियार रखने के आरोप हैं. उनके पास से एक 9 एमएम पिस्तौल, एक भरी हुई मैगजीन और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.
मणिपुर में शनिवार रात को मैतेई संगठन अरंबाई टेंगोल के नेता कानन सिंह समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद कुछ इलाकों में हिंसा भड़क गई. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी की, बसों को फूंक दिया और जमकर तोड़फोड़ की.
मणिपुर में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. इम्फाल से सामने आईं ड्रोन तस्वीरों में बारिश से तबाही दिख रही है. घर, दुकान और बाजार पानी में डूबे हुए हैं. देखें वीडियो.
भारी बारिश और बाढ़ से मणिपुर में हाल बेहाल है. पिछले चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है. यहां दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी है. घर, दुकान, बाजार सब पानी में डूबे हैं. इंफाल की जिन सड़कों पर कभी गाड़ियां दौड़ती थीं, वहां नाव चलाने की नौबत आ गई है. देखें ये ग्राउंड रिपोर्ट.
पूर्वोत्तर राज्यों असम, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में लगातार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 30 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हैं. मणिपुर में मानसून ने भारी तबाही मचाई है, खासकर इम्फाल में जहां सड़कें जलमग्न हैं, घर पानी में डूबे हैं और सेना राहत-बचाव कार्य में जुटी है. देखें वीडियो.
मणिपुर के विधायकों ने PM नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है. इस पत्र में भारतीय जनता पार्टी के 14 विधायकों के नाम शामिल हैं, जिनमें से तीन पहले जेडीयू से चुने गए थे और बाद में बीजेपी में विलय हो गए थे. इसके साथ ही नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के 3, नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के 2 और 2 निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं. इसके अलावा इन विधायकों को 10 कुकी-जो विधायकों का भी समर्थन हासिल है.
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि यह अभियान लिलोंग, मिनुथोंग, क्वाक्ता, मयांग इंफाल, सोरा, कैरांग जैसे क्षेत्रों और इंफाल घाटी के अन्य क्षेत्रों पर केंद्रित होगा, जहां से बिना वैध वीजा या आईएलपी के अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और पाकिस्तानी नागरिकों की रिपोर्ट मिली है.
मणिपुर पुलिस ने इंफाल पूर्वी जिले में दो अलग-अलग जगहों से प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से आग्नेयास्त्र और 21 लाख रुपये नकद जब्त किए.
मणिपुर: इंफाल से चूड़ाचांदपुर सुरक्षा बलों का काफिला सामान लेकर फ्री मूवमेंट करते हुए पहुंचा. इस बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार. देखिए VIDEO
मणिपुर में करीब दो साल से संघर्ष देखने को मिल रहा है. हिंसा में 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. शनिवार को मैतेई और कुकी बहुल इलाकों में लोगों का फ्री मूवमेंट शुरू हुआ. पिछले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे लेकर विशेष निर्देश दिए थे.
मणिपुर बीजेपी इंचार्ज संबित पात्रा ने संभावित नामों के साथ मीटिंग की. बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती ऐसे व्यक्ति को चुनना है, जो सभी समुदायों को साथ लेकर चल सके.
इंफाल ईस्ट जिले एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सनसाबी और थमनापोकपी गांवों में हुए हमलों में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. उन्होंने बताया कि हमले के बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप दोनों गांवों में भीषण गोलीबारी हुई.
पुलिस अफसर ने बताया कि उग्रवादियों ने जकुरादोर करोंग क्षेत्र में कुछ दुकानों में आग लगाई थी, उसी के बाद वहां दो बुजुर्गों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि पांच व्यक्तियों के लापता होने की सूचना मिली थी. इसी के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया था.
मणिपुर में कुकी उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले में सोमवार को जमकर बवाल किया है. सुबह पहले बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया. उसके बाद दोपहर में जकुराधोर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला कर दिया. सीआरपीएफ की जवाबी कार्रवाई में 11 कुकी उग्रवादी मारे गए हैं. वहीं, सीआरपीएफ के दो जवान भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सुरक्षाबलों का कहना है कि उग्रवादियों के खात्मे के लिए नाकाबंदी कर दी गई है और अभियान चलाया जा रहा है.
मणिपुर में सालभर बाद भी शांति बहाली की उम्मीद पर पानी फिरता जा रहा है. एक सितंबर से मणिपुर की घाटी में हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं. हालात इस कदर भयावह हैं कि अब ड्रोन के जरिए बमबारी की जा रही है. रिहायशी इलाकों को टारगेट करने के लिए रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. इन घटनाओं के बाद मणिपुर पुलिस अलर्ट है और मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने की तैयारी कर रही है.
Manipur Violence: एक बार फिर मणिपुर हिंसा की आग में सुलग उठा है. राज्य के कई जिलों में बम से हमले हो रहे हैं. चिंता की बात ये है कि इस बार हमले में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. राजधानी इंफाल में ड्रोन अटैक से कई घर और वाहनों को नुकसान पहुंचा है. देखें ये रिपोर्ट.
मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है. इस बीच आजतक की टीम इंफाल से लगभग 30 किलोमीटर दूर उस कौत्रुक गांव में पहुंची, जहां हिंसा के इस आक्रामक दौर की शुरुआत 1 सितम्बर को हुई. कौत्रुक गांव की स्थिति बेहद चिंताजनक है. गांव के ज्यादातर लोग दूसरे इलाकों में चले गए हैं. देखें ग्राउंड रिपोर्ट.
मणिपुर के इंफाल में बीती रात हिंसक प्रदर्शन हुआ. मशाल के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे थे. गवर्नर हाउस की ओर ये लोग बढ़ रहे थे. पुलिस और सुरक्षा बलों ने इन्हें रोका तो बवाल हो गया. हालांकि, सुरक्षाबलों ने बलपूर्वक भीड़ को वहां से खदेड़ दिया. देखें ये वीडियो.
सिक्किम पुलिस ने सोरेंग जिले के रहने वाले एक व्यक्ति को अपनी 9 साल की सौतेली बेटी से दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि बच्ची के साथ रेप की घटना के बारे में जिला अस्पताल के अधिकारियों ने सूचना दी थी, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.