आकाश आनंद (Akash Anand), बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) के भतीजे हैं जिन्हें 10 दिसंबर 2023 को अपना उत्तराधिकारी नामित किया गया था. मार्च 2025 में मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया. वह 2022 से राजस्थान में पार्टी के मामलों के प्रभारी रहे. वह बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक के आधिकारिक पद पर भी थे. आकाश आनंद ने पार्टी की 14 दिवसीय 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय संकल्प यात्रा' का भी नेतृत्व किया था.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में भले ही अभी डेढ़ साल का समय बाकी हो, लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन कर अपने तेवर दिखा दिए. मायावती ने 2007 जैसा सियासी समीकरण बनाकर 2027 की जंग जीतने की बुनियाद रख दी है.
रविवार को लखनऊ में बीएसपी प्रमुख मायावती ने बड़ी बैठक की. बताया जा रहा है कि बीएसपी प्रमुख की इस बैठक का मुख्य उद्देश्य देशभर में बसपा के संगठन को मजबूत करना और नए सिरे से रणनीति बनाना है.
बसपा एक बार फिर 2007 के सोशल इंजीनियरिंग मॉडल पर फोकस कर रही है, जिसकी मदद से उसने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. इसके तहत, भाईचारा कमेटियों में दलित, मुस्लिम, ओबीसी और सवर्ण समाज के लोगों को बड़े पैमाने पर जोड़ा जा रहा है.
लखनऊ रैली में मायावती की बातें तो यही इशारा करती हैं बिहार चुनाव में भी बीएसपी की रणनीति बीजेपी को फायदा पहुंचा सकती है. बीएसपी नेता आकाश आनंद बिहार चुनाव में मायावती की बातों को ही आगे बढ़ाएंगे - जो जाहिर तौर पर बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ की मेगा रैली में योगी सरकार का आभार प्रकट किया और सपा-कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. मायावती ने इस रैली में सपा से सावधान रहने की जरूरत बताई.
बसपा के चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद कैमूर से वैशाली तक, सर्वजन हिताय यात्रा पर निकले हैं. बिहार की यात्रा पॉलिटिक्स में उनकी एंट्री के पीछे रामगढ़ उपचुनाव नतीजों का उत्साह है या सियासी मजबूरी?
बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने बिहार में 'सर्वजन हिताय यात्रा' शुरू की है, जो 13 जिलों से होकर गुज़रेगी. बसपा यूपी की तरह बिहार में सियासी असर नहीं दिखा सकी, लेकिन उसका खाता खुलता रहा है. इस बार सभी की नज़र दलित वोटों पर है. ऐसे में आकाश क्या बसपा की सियासी ज़मीन बचाकर रख पाएंगे?
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद के ससुर और पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ की पार्टी में वापसी को हरी झंडी दिखा दी है. अशोक ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने गलतियों से सीख ली है और अब पूरी निष्ठा से पार्टी में काम करेंगे. मायावती ने उनके पछतावे को देखते हुए उन्हें दोबारा BSP में शामिल कर लिया है.
बसपा को दोबारा से सियासी संजीवनी देने के लिए मायावती ने अपने संगठन में बड़ा बदलाव किया है. आकाश आनंद का सियासी कद बढ़ाने के साथ-साथ छह राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बना दिए हैं और विश्वनाथ पाल पर अपना भरोसा कायम रखा है, लेकिन रामजी गौतम के सियासी पर जरूर कतर दिए हैं?
मायावती का चंद्रशेखर आजाद पर यह अब तक का सबसे बड़ा सियासी हमला है. उन्होंने लिखा कि भाजपा, सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के इशारों पर कोई निजी स्वार्थ में विधायक सांसद भले बन जाए लेकिन इससे उस समाज का भला नहीं होने वाला.
आरजेडी से निकाले जा चुके तेज प्रताप यादव ने परिवार की खुशी में हिस्सा लेकर संकेत दिया है कि रिश्तों की डोर अभी पूरी तरह नहीं टूटी है. तेज प्रताप यादव जिंदगी के जिस मोड़ पर पहुंचे हैं, कई बार लड़खड़ाने के बाद आकाश आनंद उससे काफी आगे निकल चुके हैं - क्या तेज प्रताप को भी माफी मिल पाएगी?
आकाश आनंद की बीएसपी में वापसी मायावती के भरोसे का मजबूत इशारा है, लेकिन नई जिम्मेदारी उनके लिए अग्नि परीक्षा भी है. मायावती ने आकाश आनंद को बीएसपी के भविष्य की उम्मीदों के साथ जोड़ा है. सवाल अब भी यही है कि क्या आकाश आनंद परमानेंट हो गये हैं या प्रोबेशन पर ही हैं?
मायावती ने न सिर्फ आकाश आनंद को नंबर 2 बना दिया बल्कि बाकी तीनों नेशनल कोऑर्डिनेटर भी अब उन्हें रिपोर्ट भी करेंगे. रामजीलाल सुमन, राजाराम और रणधीर बेनीवाल इन सबों के ऊपर आकाश आनंद लाए गए हैं.
भारत संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के माध्यम से विश्व में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर उजागर करने की तैयारी कर रहा है. इस पहल पर देश में राजनीतिक दलों के बीच मतभेद उभरे हैं. इसी बीच, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले एक नेटवर्क का खुलासा हुआ है जिसमें यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मायावती के भतीजे आकाश आनंद को फिर से पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. मायावती ने आकाश आनंद को चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर बना दिया है; यह निर्णय आज लखनऊ में हुई बसपा की बैठक में लिया गया. कुल तीन नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाए गए हैं, जिनके प्रमुख आकाश आनंद होंगे. देखें...
बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद एक बार फिर मुख्य धारा की राजनीति में लौट आए हैं. रविवार को पार्टी की हाईलेवल मीटिंग में आकाश को लेकर फैसला लिया गया. अब आकाश को चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
मायावती के भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर पार्टी में महत्वपूर्ण पद मिला है. सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में हुई बसपा की बैठक में मायावती ने आकाश आनंद को चीफ़ नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है, और उनके अधीन तीन नेशनल कोऑर्डिनेटर होंगे.
आकाश आनंद के दुख भरे दिन जल्दी ही बीतने वाले हैं. जिस शादी तक आकाश आनंद का मामला होल्ड पर था, वो भी संपन्न हो चुकी है - और मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से जिस तरह आकाश आनंद की हौसलाअफजाई की अपील की है, मामला पक्का हो गया है.
आकाश आनंद पर मायावती के बार-बार बदलते रुख से मायावती को जानने वाले भी हैरान हैं कि आखिर मायावती क्यों बार-बार आकाश आनंद को पार्टी से, परिवार से और उत्तराधिकार से बेदखल करती हैं और फिर सब कुछ सौंप देना चाहती हैं.
BSP सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पदाधिकारियों के साथ एक अहम बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी संगठन की तैयारियों और जनाधार बढ़ाने के लिए किए गए कामों की समीक्षा की जाएगी। ये बैठक आकाश आनंद की वापसी के बाद पार्टी का पहला महत्वपूर्ण कदम है, और मायावती आगे के लिए जरूरी दिशा-निर्देश देने वाली हैं।
आकाश आनंद की बीएसपी में वापसी तो हो गई है, लेकिन मुश्किलें वैसे ही बरकरार हैं. सिक्योरिटी छिन जाने के बाद, सबसे ज्यादा चर्चा बीएसपी की बैठक में उनकी गैरमौजूदगी की हो रही है.