पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) विजिलेंस एलआर कुमार को एसएसपी गाजियाबाद का प्रभार लेने को कहा गया है. एलआर कुमार की पोस्टिंग अस्थाई है. एलआर कुमार अगले आदेश तक गाजियाबाद के डीआईजी/एसएसपी रहेंगे.
इस संबंध में यूपी के पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था की ओर से शुक्रवार को एक चिट्ठी जारी की गई है. चिट्ठी में कहा गया है कि गाजियाबाद जिले में अपराध नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्थायी रूप से आपकी (एलआर कुमार) ड्यूटी तत्कालिक प्रभाव से अगले आदेशों तक लगाई जाती है.
कहा गया है कि आप (एलआर कुमार) तत्काल जिले में पहुंचकर मुख्यालय को अपने आने की जानकारी दें और वहां मौजूद अपने दायित्वों का निर्वहन करें.
बता दें कि लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया था. उनकी जगह पर अब एलआर कुमार को एसएसपी गाजियाबाद की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
गाजियाबाद में पिछले ढाई महीने में हुई थी 100 बड़ी वारदातें
गाजियाबाद के एसएसपी के निलंबन के पीछे की वजह पिछले ढाई महीने में हुई 100 बड़ी वारदातें हैं. एसएसपी पवन कुमार ने अगस्त 2021 में पद संभाला था. 31 मार्च को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया. फिलहाल गाजियाबाद की कमान मेरठ के आईजी प्रवीण कुमार संभाल रहे हैं. दरअसल, पिछले ढाई महीने के दौरान गाज़ियाबाद में 100 बड़ी वारदातें हुई, जिसने गाजियाबाद पुलिस के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी थी.
कर्नाटक के चावल कारोबारी से 55 लाख रुपये की लूट हो या फिर गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों में गोवंश मिलने का मामला हो. पवन कुमार के कार्यकाल के दौरान गौ-रक्षा दल ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठाए और पशु तस्करों पर कार्रवाई ना होने के बाद कही थी.
ताज्जुब की बात यह है कि पिछले ढाई महीने के दौरान 50 से ज्यादा लूट और कत्ल की बड़ी वारदातें हुई हैं, जिस पर पुलिस के ऊपर सवालिया निशान लगाया जा रहा था. इस दौरान बड़ी घटना मसूरी थाना इलाके में हुई जहां दिनदहाड़े गोलियां चलाकर पेट्रोल पंप कर्मी से 25 लाख रुपए लूट लिए गए थे, जिसकी फुटेज भी वायरल हुई थी.
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