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अमेरिका में शशि थरूर, मुस्लिम देशों में रविशंकर... भारतीय सांसदों का डेलिगेशन इस तरह PAK को दुनिया में करेगा बेनकाब!

संजय झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद को भी शामिल किया गया है, जो सांसद नहीं हैं. सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को भी इस दौरे में शामिल होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से मना कर दिया. शशि थरूर अमेरिका में भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर सकते हैं.

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शशि थरूर, रविशंकर प्रसाद, असदुद्दीन ओवैसी, श्रीकांत शिंदे. (L to R)
शशि थरूर, रविशंकर प्रसाद, असदुद्दीन ओवैसी, श्रीकांत शिंदे. (L to R)

विपक्षी दलों और सत्तारूढ़ एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के सात नेताओं वाला एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस का भारत का कड़ा संदेश देने के लिए कई देशों का दौरा करेगा. संसदीय कार्य मंत्रालय ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं.

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से निपटने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ दृष्टिकोण को सामने रखेगा. वे दुनिया के सामने आतंकवाद के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता के देश के मजबूत संदेश को आगे बढ़ाएंगे. विभिन्न दलों के सांसद, प्रमुख राजनीतिक हस्तियां और प्रतिष्ठित राजनयिक प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे.' 

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को कौन-कौन लीड करेगा? 

जो सांसद विदेशी दौरों पर सात प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे उनमें चार सत्तारूढ़ एनडीए से हैं, जबकि तीन विपक्षी दलों से हैं. इन सांसदों के नाम हैं- कांग्रेस के शशि थरूर,  बीजेपी के रवि शंकर प्रसाद, जेडीयू के संजय कुमार झा, बीजेपी के बैजयंत पांडा, डीएमके की कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपीएसपी की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत एकनाथ शिंदे. प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल लगभग पांच देशों का दौरा कर सकता है. यह दौरा 23 मई से शुरू होकर 10 दिनों तक चलेगा. सूत्रों ने बताया कि रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाने की उम्मीद है, जबकि सुप्रिया सुले की सांसदों की टीम ओमान, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और मिस्र की यात्रा करेगी.

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विपक्षी दलों के ये नेता प्रतिनिधिमंडल का होंगे हिस्सा 

संजय झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और इंडोनेशिया (सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश) का दौरा करने की संभावना है. अनुराग ठाकुर, अपराजिता सारंगी, मनीष तिवारी, असदुद्दीन ओवैसी, अमर सिंह, राजीव प्रताप रूडी, समिक भट्टाचार्य, बृज लाल, सरफराज अहमद, प्रियंका चतुर्वेदी, विक्रमजीत साहनी, सस्मित पात्रा और भुवनेश्वर कलिता सहित विभिन्न दलों के सांसद इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा होंगे. संजय झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद को भी शामिल किया गया है, जो सांसद नहीं हैं. सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को भी इस दौरे में शामिल होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से मना कर दिया. शशि थरूर अमेरिका में भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर सकते हैं.

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यह पहली बार है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का रुख दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के लिए कई दलों के सांसदों को डिप्लॉय कर रही है. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू इस अंतरराष्ट्रीय दौरे का इंतजाम देख रहे हैं. भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे.

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इसके बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में जैश, लश्कर और हिजबुल से जुड़े 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे. भारत के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी सीमाओं पर चार दिनों तक चले संघर्ष में पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन्स की मदद से नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का असफल प्रयास किया. भारत ने अपने शानदार एयर डिफेंस सिस्टम से न केवल हर पाकिस्तानी हमले को नाकाम किया, ​बल्कि जवाबी कार्रवाई में दुश्मन के चकलाला, रावलपिंडी, लाहौर, जैकबाबाद, सरगोधा जैसे प्रमुख एयरबेसों पर एयर स्ट्राइक की. 

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दोनों देशों के बीच 10 मई को संघर्ष विराम होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ न्यू नॉर्मल है. उन्होंने कहा कि भारत अब अपनी शर्तों पर हर आतंकवादी हमले का जवाब देगा, न्यूक्लियर ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा और आतंकवादियों और उन्हें शरण देने वाली सरकारों के बीच कोई अंतर नहीं करेगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा था कि भारत अपनी धरती पर होने वाले हर आतंकी वारदात को युद्ध की कार्रवाई मानेगा और उसका जवाब भी वैसा ही होगा. उन्होंने कहा था कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ स्थगित किया है, हमेशा के लिए रोका नहीं है. अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है और भारत के खिलाफ आतंक को समर्थन देना जारी रखता है तो हमारी सेनाएं किसी भी वक्त ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं.

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